Gulabi Purnima Kab Hai: बेहद खास होगी अप्रैल की गुलाबी पूर्णिमा, वसंत का स्वागत करती एक खगोलीय घटना

Pink Full Moon 2025: अप्रैल की गुलाबी पूर्णिमा का धार्मिक और आध्यात्मिक दृष्टि से विशेष महत्व है। यह खगोल प्रेमियों भी बेहद खास है। आइए जानें इसके महत्व के बारे में।

Jyotsna Singh
Written By Jyotsna Singh
Published on: 10 April 2025 11:58 AM IST
April Ki Gulabi Purnima Kab Hai: बेहद खास होगी अप्रैल की गुलाबी पूर्णिमा, वसंत का स्वागत करती एक खगोलीय घटना
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April Ki Gulabi Purnima (फोटो साभार- सोशल मीडिया)

April Ki Gulabi Purnima: अप्रैल का महीना न केवल वसंत ऋतु के आगमन का प्रतीक है, बल्कि इस महीने की पूर्णिमा, जिसे 'गुलाबी पूर्णिमा' (Gulabi Purnima) के नाम से जाना जाता है, खगोल प्रेमियों और विभिन्न संस्कृतियों के लिए विशेष महत्व रखती है। इस वर्ष, यह गुलाबी पूर्णिमा 12 अप्रैल, 2025 को भारतीय समयानुसार सुबह 5:52 बजे अपने पूर्ण प्रकाश में होगी। आइए, इस विशेष खगोलीय घटना के बारे में विस्तार से जानें और समझें कि यह क्यों इतनी महत्वपूर्ण मानी जाती है।

गुलाबी पूर्णिमा का नामकरण और उसका अर्थ (Why This Purnima Called Pink Full Moon)

(फोटो साभार- सोशल मीडिया)

'गुलाबी पूर्णिमा' नाम सुनकर ऐसा प्रतीत हो सकता है कि इस रात चंद्रमा गुलाबी रंग का दिखाई देगा। लेकिन वास्तव में ऐसा नहीं है। इस नाम का संबंध एक विशेष प्रकार के फूल से है। उत्तरी अमेरिका में वसंत ऋतु की शुरुआत में 'मॉस पिंक' या 'क्रिपिंग फ्लॉक्स' नामक गुलाबी रंग के फूल खिलते हैं, और इन्हीं के आधार पर अप्रैल की पूर्णिमा को 'गुलाबी पूर्णिमा' (Gulabi Purnima) कहा जाता है। यह नामकरण उन शुरुआती बसने वालों और मूल अमेरिकी जनजातियों से आया है, जिन्होंने प्राकृतिक घटनाओं के आधार पर चंद्रमा के नाम निर्धारित किए थे।

अन्य सांस्कृतिक नाम और मान्यताएं (Gulabi Purnima Ke Dusre Naam)

विभिन्न संस्कृतियों में अप्रैल की पूर्णिमा के लिए अलग-अलग नाम (Pink Full Name Different Names) और मान्यताएं प्रचलित हैं:-

एग मून (Egg Moon): यह नाम पक्षियों के अंडे देने के मौसम को दर्शाता है, जो वसंत में होता है।

स्प्राउटिंग ग्रास मून (Sprouting Grass Moon): यह नाम नई घास के उगने और पृथ्वी के पुनर्जीवित होने का संकेत देता है।

फिश मून (Fish Moon): कुछ संस्कृतियों में इसे मछलियों के प्रजनन काल से जोड़ा जाता है।

धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व (Religious and Spiritual Significance Of Purnima)

(फोटो साभार- सोशल मीडिया)

अप्रैल की पूर्णिमा (Chaitra Purnima) का धार्मिक और आध्यात्मिक दृष्टि से भी विशेष महत्व है। जिसे इस प्रकार समझते हैं:-

पास्कल चंद्रमा (Paschal Moon)

ईसाई धर्म में, यह पूर्णिमा ईस्टर की तिथि निर्धारित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। ईस्टर, वसंत विषुव के बाद पहली पूर्णिमा के बाद आने वाले रविवार को मनाया जाता है।

हनुमान जयंती (Hanuman Jayanti)

हिंदू धर्म में, अप्रैल की पूर्णिमा के दिन भगवान हनुमान का जन्मोत्सव मनाया जाता है, जिसे हनुमान जयंती कहते हैं।

बक पोया (Bak Poya)

श्रीलंका में बौद्ध धर्म के अनुयायी इस दिन को भगवान बुद्ध की श्रीलंका यात्रा की स्मृति में मनाते हैं, जब उन्होंने वहां के दो प्रमुख नेताओं के बीच संघर्ष को सुलझाया था।

अप्रैल पूर्णिमा से जुड़ी खगोलीय विशेषताएं

इस वर्ष की अप्रैल पूर्णिमा खगोलीय दृष्टि से भी विशेष है:-

माइक्रोमून (Micromoon):

इस वर्ष की गुलाबी पूर्णिमा एक माइक्रोमून होगी, जिसका अर्थ है कि पूर्णिमा के समय चंद्रमा पृथ्वी से अपनी कक्षा में सबसे दूर बिंदु (अपोजी) पर होगा। इससे चंद्रमा का आकार आकाश में थोड़ा छोटा और कम चमकीला दिखाई देगा।

स्पाइका तारे के साथ संयोग:

इस रात, चंद्रमा कन्या (Virgo) नक्षत्र के सबसे चमकीले तारे स्पाइका के निकट होगा, जिससे आकाश में एक सुंदर दृश्य प्रस्तुत होगा।

गुलाबी पूर्णिमा का आध्यात्मिक और व्यक्तिगत प्रभाव

आध्यात्मिक रूप से, पूर्णिमा आत्म-चिंतन, संतुलन और नई शुरुआत का समय माना जाता है। गुलाबी पूर्णिमा वसंत की ऊर्जा का प्रतीक है, जो नवीनीकरण, प्रेम और सामंजस्य को दर्शाती है। यह समय अपने जीवन में संतुलन स्थापित करने, संबंधों को मजबूत करने और व्यक्तिगत विकास के लिए उपयुक्त माना जाता है।

गुलाबी पूर्णिमा का अवलोकन कैसे करें (How to observe the pink full moon)

(फोटो साभार- सोशल मीडिया)

यदि आप इस विशेष पूर्णिमा का आनंद लेना चाहते हैं, तो निम्नलिखित सुझावों का पालन करें:-

समय और स्थान

चंद्रमा सूर्यास्त के समय पूर्व दिशा में उदित होगा और पूरी रात आकाश में रहेगा। खुले स्थानों पर जाकर, जहां प्रकाश प्रदूषण कम हो, आप इसे स्पष्ट रूप से देख सकते हैं।

स्पाइका तारे की खोज

चंद्रमा के निकट स्पाइका तारे को खोजने की कोशिश करें। यह तारा नीले रंग का होता है और आकाश में चंद्रमा के पास चमकता हुआ दिखाई देगा। इसे देखना एक रोमांचक अनुभव प्रदान करेगा।

फोटोग्राफी

यदि आप खगोलीय फोटोग्राफी में रुचि रखते हैं, तो यह एक अच्छा अवसर है। ट्राइपॉड और उचित कैमरा सेटिंग्स का उपयोग करके आप चंद्रमा और स्पाइका के सुंदर चित्र कैद कर सकते हैं। अप्रैल की गुलाबी पूर्णिमा न केवल खगोलीय दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह सांस्कृतिक, धार्मिक और आध्यात्मिक रूप से भी विशेष स्थान रखती है। यह वसंत के आगमन, नई शुरुआत और जीवन के पुनर्जागरण का प्रतीक है।

इस रात, जब चंद्रमा आकाश में अपनी पूर्ण चमक के साथ उदित होगा, तो यह हमें प्रकृति की सुंदरता और हमारे जीवन में संतुलन और सामंजस्य की आवश्यकता की याद दिलाएगा। इसलिए, इस विशेष रात को खास खगोलीय घटना का साक्ष्य बनने के लिए आकाश को दूरबीन की मदद से देखें और चंद्रमा की सुंदरता का भरपूर आनंद लें। निश्चित ही ये गतिविधि आपके भीतर नई ऊर्जा और प्रेरणा का संचार करने में मददगार साबित होगी।

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