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कर्नाटक : ये हैं वो ‘रत्न’ जिनके भरोसे बीजेपी कर सकती है बहुमत की नैया पार
बेंगलूर : कर्नाटक का नाटक अपने चरम पर पहुंच चुका है। शनिवार को चार बजे से पहले येदियुरप्पा को अपने खम का दम दिखाना होगा। चार बजे तक बहुमत नहीं साबित हुआ तो कर-नाटक के नाटक का पर्दा गिर जाएगा। बीजेपी को जादुई आकड़ा पार करने के लिए शनिवार को 7 विधायकों की दरकार है। शनि की नजर कर्नाटक सरकार पर टेढ़ी न हो इसके लिए बीजेपी खेमे ने तैयारी पूरी कर ली है। कम से कम सूत्र तो यही दावा कर रहे हैं।
सूत्रों की माने तो बीजेपी ने सात नहीं बल्कि 10 विधायकों का जुगाड़ कर लिया है। बीजेपी के संपर्क में जो विधायक हैं आइए उनका परिचय जानते हैं। जेडीएस और कांग्रेस के इन 10 विधायकों में सबसे पहला नाम आता है-
आनंद सिंह
होसपेट से विधायक आनंद सिंह लम्बे समय से बीजेपी कार्यकर्ता रहे हैं। चुनाव से सिर्फ दो महीने पहले ही बीजेपी से किनारा कर कांग्रेस का दामन थामा था।
नागेन्द्र
बेल्लारी ग्रामीण से विधायक नागेन्द्र ने भी दो महीने पहले आनंद सिंह के साथ ही बीजेपी से पाला बदल कर कांग्रेस का खेमा ज्वाइन कर लिया था। नागेन्द्र रेड्डी बन्धुओं के काफी करीबी हैं।
जे एन गणेश
कम्पाली से विधायक जे एन गणेश खनन कारोबार के बड़े कारोबारी हैं। ये भी रेड्डी बन्धुओं और रामुलु के काफी करीबी माने जाते हैं।
प्रताप गौड़ा पाटिल
प्रताप गौड़ा पाटिल मसकी से तीसरी बार विधायक हैं। पहली बार साल 2008 में बीजेपी के टिकट पर विधान सभा पहुंचे थे। इसके बाद से 2013 और 2018 में कांग्रेसी चोला ओढ़ कर माननीय बन चुके हैं।
शिवा नंद पाटिल
बगेवाड़ी से विधायक शिवा नंद पाटिल चुनाव से ऐन पहले बीजेपी की सदस्यता के लिए आतुर थे। लेकिन टिकट की बात नहीं बनी तो पार्टी नहीं छोड़ी।
एम वाई पाटिल
अफजल पुर से विधायक एम वाई पाटिल ने चुनाव से पहले बीजेपी महज इसलिए छोड़ी थी क्योंकि गुट्टेदार से कांग्रेस विधायक को बीजेपी ने पार्टी में शामिल कर टिकट दे दिया था।
नगन गौड़ा कंदाकुर
नगन गौड़ा जेडीएस से गुरमिटकल विधानसभा जीत कर माननीय बने हैं। पहले कांग्रेसी कार्यकर्ता थे। पिछले साल बीजेपी ज्वाइन करने की कोशिश की बात नहीं बनी तो जेडीएस ज्वाइन कर ली।
वेंकटारमनअप्पा
वेंकटारमनअप्पा बीजेपी की पहली बार बनी सरकार का हिस्सा रहा चुके हैं। उस समय वह निर्दल विधायक थे। वर्तमान में कांग्रेस उम्मीदवार के तौर पर पवागादा विधानसभा से जीतकर विधायक बने हैं।
सी पुत्तारंगा शेट्टी
सी पुत्तारंगा शेट्टी वर्तमान में चमराजनगर से विधायक हैं। ये बीजेपी नेता इश्वर्रप्पा के करीबी माने जाते हैं।
के एस लिंगेश
लिंगेश बेल्लुर से विधायक दक्षिण कर्णाटक से जेडीएस के अकेले लिंगायत विधायक हैं। ये बीजेपी सीएम बी एस येदियुरप्पा के काफी करीबी माने जाते हैं।
शनिवार को इन दस में से नौ ग्रह भी चले तो बीजेपी की बहुमत की भवर में फंसी नैया पार हो जाएगी। वैसे भी खुद मुख्यमत्री येदियुरप्पा और बीजेपी के कर्नाटक प्रभारी प्रकाश जावेडकर ये दावा कर चुके हैं कि बहुमत का आकड़ा उनके लिए मुश्किल का सबब नहीं है हो सकता है। इन्हीं 10 विधायकों के बल पर बीजेपी अपने दावों अमली जामा पहना दे। वर्ना ये राजनीति है साहेब यहां वादे और दावे वक्त और नजाकत के साथ कर ही दिए जाते हैं।
सूत्रों की माने तो बीजेपी ने सात नहीं बल्कि 10 विधायकों का जुगाड़ कर लिया है। बीजेपी के संपर्क में जो विधायक हैं आइए उनका परिचय जानते हैं। जेडीएस और कांग्रेस के इन 10 विधायकों में सबसे पहला नाम आता है-
आनंद सिंह
होसपेट से विधायक आनंद सिंह लम्बे समय से बीजेपी कार्यकर्ता रहे हैं। चुनाव से सिर्फ दो महीने पहले ही बीजेपी से किनारा कर कांग्रेस का दामन थामा था।
नागेन्द्र
बेल्लारी ग्रामीण से विधायक नागेन्द्र ने भी दो महीने पहले आनंद सिंह के साथ ही बीजेपी से पाला बदल कर कांग्रेस का खेमा ज्वाइन कर लिया था। नागेन्द्र रेड्डी बन्धुओं के काफी करीबी हैं।
जे एन गणेश
कम्पाली से विधायक जे एन गणेश खनन कारोबार के बड़े कारोबारी हैं। ये भी रेड्डी बन्धुओं और रामुलु के काफी करीबी माने जाते हैं।
प्रताप गौड़ा पाटिल
प्रताप गौड़ा पाटिल मसकी से तीसरी बार विधायक हैं। पहली बार साल 2008 में बीजेपी के टिकट पर विधान सभा पहुंचे थे। इसके बाद से 2013 और 2018 में कांग्रेसी चोला ओढ़ कर माननीय बन चुके हैं।
शिवा नंद पाटिल
बगेवाड़ी से विधायक शिवा नंद पाटिल चुनाव से ऐन पहले बीजेपी की सदस्यता के लिए आतुर थे। लेकिन टिकट की बात नहीं बनी तो पार्टी नहीं छोड़ी।
एम वाई पाटिल
अफजल पुर से विधायक एम वाई पाटिल ने चुनाव से पहले बीजेपी महज इसलिए छोड़ी थी क्योंकि गुट्टेदार से कांग्रेस विधायक को बीजेपी ने पार्टी में शामिल कर टिकट दे दिया था।
नगन गौड़ा कंदाकुर
नगन गौड़ा जेडीएस से गुरमिटकल विधानसभा जीत कर माननीय बने हैं। पहले कांग्रेसी कार्यकर्ता थे। पिछले साल बीजेपी ज्वाइन करने की कोशिश की बात नहीं बनी तो जेडीएस ज्वाइन कर ली।
वेंकटारमनअप्पा
वेंकटारमनअप्पा बीजेपी की पहली बार बनी सरकार का हिस्सा रहा चुके हैं। उस समय वह निर्दल विधायक थे। वर्तमान में कांग्रेस उम्मीदवार के तौर पर पवागादा विधानसभा से जीतकर विधायक बने हैं।
सी पुत्तारंगा शेट्टी
सी पुत्तारंगा शेट्टी वर्तमान में चमराजनगर से विधायक हैं। ये बीजेपी नेता इश्वर्रप्पा के करीबी माने जाते हैं।
के एस लिंगेश
लिंगेश बेल्लुर से विधायक दक्षिण कर्णाटक से जेडीएस के अकेले लिंगायत विधायक हैं। ये बीजेपी सीएम बी एस येदियुरप्पा के काफी करीबी माने जाते हैं।
शनिवार को इन दस में से नौ ग्रह भी चले तो बीजेपी की बहुमत की भवर में फंसी नैया पार हो जाएगी। वैसे भी खुद मुख्यमत्री येदियुरप्पा और बीजेपी के कर्नाटक प्रभारी प्रकाश जावेडकर ये दावा कर चुके हैं कि बहुमत का आकड़ा उनके लिए मुश्किल का सबब नहीं है हो सकता है। इन्हीं 10 विधायकों के बल पर बीजेपी अपने दावों अमली जामा पहना दे। वर्ना ये राजनीति है साहेब यहां वादे और दावे वक्त और नजाकत के साथ कर ही दिए जाते हैं।
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