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BSF jawan in Pakistan Custody: पाकिस्तान के कब्जे से अभी तक नहीं छूटा बीएसएफ जवान,पत्नी ने मोदी सरकार से लगाई वापस लाने की गुहार
BSF jawan in Pakistan Custody: पूर्णव की पत्नी रजनी ने अपने पति की रिहाई के लिए मोदी सरकार से गुहार लगाई है। उन्होंने कहा कि सरकार और बीएसएफ को इस दिशा में मजबूत पहल करनी चाहिए।
BSF jawan in Pakistan Custody
BSF jawan in Pakistan Custody: पहलगाम में हुए आतंकी हमले के दूसरे दिन पाकिस्तानी रेंजर्स ने सीमा सुरक्षा बल (BSF) पूर्णव कुमार साव को पकड़ लिया था। पूर्णव की रिहाई के लिए बीएसएफ की ओर से तीन बार फ्लैग मीटिंग बुलाई जा चुकी है मगर पाकिस्तान ने अभी तक पूर्णव की रिहाई को लेकर कोई सकारात्मक प्रतिक्रिया नहीं दी है।
इस बीच पूर्णव की पत्नी रजनी ने अपने पति की रिहाई के लिए मोदी सरकार से गुहार लगाई है। उन्होंने कहा कि सरकार और बीएसएफ को इस दिशा में मजबूत पहल करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि मैं अपने पति की रिहाई के लिए हमेशा बैठकर इंतजार नहीं कर सकती। अगर मुझे कोई मदद नहीं मिली तो मैं दिल्ली जाकर पीएमओ से जवाब मांगूंगी।
अभी तक पाकिस्तान की गिरफ्त में हैं पूर्णव
पाकिस्तान के कब्जे में फंसे पूर्णव पश्चिम बंगाल के हुगली जिले के रहने वाले हैं। 37 वर्षीय पूर्णव 2008 में 20 साल की उम्र में बीएसएफ में दाखिल हुए थे। पहलगाम हमले के दूसरे दिन 23 अप्रैल को पंजाब में भारत-पाकिस्तान के बॉर्डर पर पाकिस्तानी रेंजर्स ने पूर्णव को पकड़ लिया था। पूर्णव की ड्यूटी फिरोजपुर एरिया में थी और वे गलती से पाकिस्तान के हिस्से में चले गए थे।
पूर्णव को पकड़ने के बाद पाकिस्तानी रेंजर्स की ओर से उनकी एक तस्वीर जारी की गई थी जिसमें उनकी आंखों पर पट्टी बंधी हुई थी और वे एक पेड़ के नीचे खड़े हुए थे। फोटो के साथ पूर्णव के पास मिले हथियार को भी दिखाया गया था। बीएसएफ की ओर से पूर्णव की रिहाई के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं मगर पाकिस्तान की ओर से इस बाबत सकारात्मक प्रतिक्रिया नहीं मिली है।बीएसएफ अफसर तीन बार और फ्लैग मीटिंग बुला चुके हैं मगर पाकिस्तान ने पूर्णव की रिहाई में कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई है। इसे दोनों देशों के बीच बढ़ते तनाव का नतीजा माना जा रहा है।
दिल्ली जाने की तैयारी में पूर्णव की पत्नी
पूर्णव की पत्नी रजनी का कहना है कि उनके पति की रिहाई के लिए सरकार और बीएसएफ की ओर से ठोस पहल की जानी चाहिए। वे इस संबंध में अफसरों से बात करने के लिए फिरोजपुर और दिल्ली जाने की तैयारी में जुटी हुई है। हालांकि इन दिनों प्रेग्नेंट होने के कारण उनकी तबीयत ठीक नहीं चल रही है। उनका कहना था कि पाकिस्तानी रेंजर्स ने बुधवार को सुबह छह बजे पूर्णव को पकड़ा था और इसके करीब पांच घंटे पहले मंगलवार की रात एक बजे उनकी अपने पति से बात हुई थी।
पूर्णव के भतीजे राहुल का कहना है कि होली के मौके पर चाचा आखिरी बार घर आए थे। उन्होंने बताया कि होली की छुट्टी के बाद वे 31 मार्च को पठानकोट लौट गए थे। चाचा के पाकिस्तान में पकड़े जाने की खबर मिलने के बाद पूरा परिवार सदमे में है और उनकी जल्दी रिहाई की उम्मीद कर रहा है। राहुल ने कहा के चाचा के ऊपर पूरे परिवार के जिम्मेदारी है और इस घटना के बाद पूरा परिवार घबराया हुआ है।
केंद्र सरकार की ओर से किए जा रहे प्रयास
पूर्णव के बड़े भाई श्याम सुंदर का कहना है कि मुझे अपने दोस्त और टीवी के जरिए पूर्णव के पाकिस्तान में पकड़े जाने की जानकारी मिली। यह खबर मिलने के बाद हम सभी घबरा गए। हमने क्षेत्रीय सांसद कल्याण बनर्जी से बात की है जिनका कहना है कि पूर्णव की रिहाई के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। भाई के पकड़े जाने के बाद पहले तो हमें लगा कि पाकिस्तान के लोगों ने उन्हें मार दिया होगा मगर भगवान के आशीर्वाद से वे अभी तक जिंदा हैं।
उन्होंने कहा कि पहलगाम की घटना के बाद उम्मीद नहीं थी कि मेरे भाई के साथ ऐसी घटना हो जाएगी। हमें जानकारी मिली है कि भाई की रिहाई के लिए बातचीत की जा रही है। केंद्र और राज्य सरकार दोनों की ओर से प्रयास किया जा रहा है। हमें उम्मीद है कि मेरा भाई जल्द ही सुरक्षित वापस आ जाएगा। हम इसका बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।
रिहाई की मांग को पाकिस्तान ने किया अनसुना
बीएसएफ के अफसरों ने पूर्णव की जल्दी रिहाई की उम्मीद पाल रखी है। बीएसएफ की ओर से पाकिस्तान को बताया गया है कि पूर्णव कुमार हाल में ट्रांसफर होकर आया है और उसे इस एरिया और जीरो लाइन के बारे में पूरी जानकारी नहीं थी। इसलिए वह अनजाने में सीमा को पार कर गया।
बीएसएफ की ओर से भारतीय जवान की तत्काल रिहाई की मांग की गई है। हालांकि भारत की इस मांग को पाकिस्तान ने अनसुना कर दिया है। जानकारों का कहना है कि पहलगाम के आतंकी हमले के बाद दोनों देशों के बीच तल्खी काफी बढ़ चुकी है और इसी कारण पाकिस्तान की ओर से पूर्णव की रिहाई नहीं की जा रही है।