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OMG: मैग्नेटिक डिवाइस से बनाते थे एटीएम क्लोन, शातिरों ने पार किए करोड़ों रूपये
कानपुर: मैग्नेटिक इलेक्ट्रानिक डिवाईस से एटीएम का डाटा ट्रांसफर कर फर्जी एटीएम बनाकर कैश निकालने वाले गिरोह का पुलिस ने रविवार को भंडाफोड़ किया हैl पुलिस ने तीन अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है, इनके पास लगभग एक लाख रुपये नगद, तीन मैग्नेटिक इलेक्ट्रानिक डिवाईस, 16 विभिन्न बैंको के एटीएम कार्ड तीन आधार कार्ड और लैपटॉप बरामद किए हैं। तीनों अभियुक्त इतने शातिर हैं कि उत्तर प्रदेश से लेकर बिहार तक सैकड़ों लोगों के खातों से रुपये उड़ा चुके हैंl
मदद के बहाने ट्रांसफर करते थे डाटा
कल्यानपुर थाना क्षेत्र स्थित बिठूर चौराहे के पास से पुलिस ने फरहान अहमद, इंजमामुल और वसीम को गिरफ्तार किया है। तीनों अभियुक्त मूलरूप से बिहार के रहने वाले हैं। जब पुलिस ने इनसे पूछताछ की तो फरहान ने बताया कि भोले भाले लोगों की मदद के बहाने उनका एटीएम कार्ड हासिल कर लेते थे। एटीएम कार्ड हाथ में आते ही हम उसका डाटा ट्रांसफर कर लेते थे। एटीएम कार्ड का पिन नंबर भी नोट कर लेते थेl इसके बाद हम एक ऐसा फर्जी एटीएम कार्ड तैयार करते थे। जिससे देश भर के किसी भी एटीएम से कैश निकाल सकते हैं। जैसे ही लोगों के एकाउंट में पैसा आता था हम लोगों को पता चल जाता थाl एकाउंट में रुपये आते ही हम लोग उसे निकाल लेते थेl
कम पढ़े लिखे बनते थे शिकार
वसीम ने बताया कि हमने उत्तर प्रदेश और बिहार में कई दर्जन लोगों के साथ इसी तरह से टप्पेबाजी की है। हम लोग उन लोगों को शिकार बनाते थे, जो कम पढ़े लिखे होते थे और जिनके खातों में रुपया आना होता था। हम लोग उनका आधार नंबर और एकाउंट में जो नंबर रजिस्टर्ड होता था, उसे भी हासिल कर लेते थे l जिससे हमारा काम और भी आसान हो जाता था।
एसपी वेस्ट संजीव सुमन के मुताबिक कल्यानपुर पुलिस ने तीन ऐसे अभियुक्तों को पकड़ा है, जो लोगों के एटीएम का क्लोन बनाकर एकाउंट से लोगो का कैश निकालने का काम करते थे।
दरअसल इनके पास एक मैग्नेटिक डिवाईस थी। जिसके माध्यम से यह एटीएम का डाटा ट्रांसफर कर लेते थे। इसके बाद उस पिन नंबर से एटीएम का क्लोन तैयार करते थे और किसी भी बैंक के एटीएम से उस खाते का पैसा निकाल लेते थे। यह लोग कानपुर और हरदोई समेत कई जनपदों में इस तरह की धोखाधड़ी कर चुके हैं।
सीओ कल्यानपुर राजेश पाण्डेय के मुताबिक इनके निशाने पर निष्क्रिय एटीएम कार्ड वाले लोग रहते थे। किसी तरह ये उनका पासवर्ड पता कर लेते थे। जिसके बाद डिवाइस की मदद से एटीएम का क्लोन बनाकर अपने कार्य को अंजाम देते थे। इन्होंने मुंबई के मास्टर माइंड अरशद से ट्रेनिंग ली थी। फिलहाल पुलिस गिरोह के मास्टर माइंड और अन्य सदस्यों की गिरफ्तारी के प्रयास में लगी हुई है।
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