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अंतिम संस्कार की हो रही थी तैयारी, तभी हो गया जोरदार धमाका, और फिर.....
वाराणसी: मोक्ष की कामना लिए हर रोज हजारों की संख्या में लोग अपनों शवों का अंतिम संस्कार करने के लिए काशी पहुंचते हैं। विश्वप्रसिद्ध मणिकर्णिका और हरिश्चंद्र घाट पर शवों के अंतिम संस्कार की व्यवस्था है। लकड़ी से शवों को जलाने के अलावा गैस आधारित सिस्टम के जरिए भी शवों का अंतिम संस्कार किया जाता है। लेकिन ये व्यवस्था अब जानलेवा साबित हो रही है। हरिश्चंद्र घाट पर गैस आधारित शवदाह गृह में अंतिम संस्कार के दौरान जोरदार धमाका हो गया है। हादसे में किसी को कोई नुकसान तो नहीं हुआ लेकिन पूरे सिस्टम पर जरुर सवाल खड़े हो गए हैं।
मशीन में तकनीकी कारण से हुआ धमाका
स्थानीय लोगों के मुताबिक गाजीपुर का एक परिवार शवदाह के लिए दोपहर में हरिश्चंद्र घाट पहुंचा था। शव को गैस आधारित शवदाह गृह में लाया गया। अंतिम संस्कार की पूरी तैयारी हो चुकी थी। जैसे ही मशीन स्टार्ट हुई उसमें जोरदार धमाका हो गया। वहां मौजूद कर्मचारियों के मुताबिक शव को जलाने से पूर्व गैस के प्रेशर को ऑपरेटर द्वारा ठीक से मॉनिटर ना किये जाने के कारण धमाका हुआ। घटना के बाद मौके पर हड़कंप मच गया। शुक्र रहा कि से वहां मौजूद लोगों को किसी तरह की चोट नहीं पहुंचीं।
गेल के जिम्मे है शवदाह गृह की व्यवस्था
गैस आधारित शवदाह गृह में इस तरह की पहली घटना है। इस मामले को लेकर अधिकारियों ने चुप्पी साध ली है। प्रधानमंत्री ऊर्जा गंगा परियोजना के तहत घाट पर गैस अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (गेल) की ओर से इसका संचालन किया जाता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद इसका उद्धाटन किया था।
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