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IIT कानपुर में हुआ 5 जी सेमिनार, वैज्ञानिकों ने कही ये बातें...
कानपुर: आईआईटी कानपुर में गुरूवार को 5 जी कम्युनिकेशन – ड्राइविंग दी फ्यूचर विषय पर सेमीनार का आयोजन किया गया। इस मौके पर आईआईटी कानपुर में 5 जी कम्युनिकेशन से इण्डिया की आने वाले भविष्य में कनेक्टिविटी बढ़ने की संभावनाओं पर चर्चा हुई। ये भारत को तीव्र गति प्रदान करेगा। सेमिनार के उद्घाटन के अवसर पर भारतीय मानक ब्यूरो के उपमहानिदेशक एच एल उपेन्द्र तथा संस्थान के निदेशक प्रोफेसर अभय करंदीकर उपस्थित रहे।
वायरलेस कनेक्शन बनेगा देश की धड़कन
इस मौके पर अपने उद्घाटन भाषण में प्रोफेसर करंदीकर ने भारत में 5 जी कम्युनिकेशन के महत्व के बारे में विचार प्रकट किए। उन्होंने कहा कि भारत देश के संदर्भ में वायरलेस कम्युनिकेशन का बहुत महत्व है क्योंकि बहुतायत भारतीय लोग सेल फोन का उपयोग करते हैं और उनके लिए उनका सेल फोन ही सबसे जरूरी होता है। उन्होंने कहा कि भविष्य में भारत में ब्राण्डबैंड कनेक्शन के साथ-साथ वायरलैस नेटवर्क की बहुत बड़ी भूमिका होगी जबकि पश्चिम के देशों में फाइबर ऑप्टिक्स केबल की सहायता से इंटरनेट सुविधाएँ उपलब्ध कराई जा रही है । अतः 5 जी कम्युनिकेशन के क्षेत्र में अनुसंधान से इन भारत के संदर्भ में नेटवर्क की जरूरतों को पूरा किया जा सकता है।
भारतीय मानक ब्यूरो के उपमहानिदेशक एच एल उपेन्द्र ने अपने संबोधन में 5 जी कम्युनिकेशन की भूमिका पर अपने विचार प्रकट किये । उन्होंने कहा कि 5 जी भविष्य में अग्रणी साबित होगा तथा इससे भविष्य में तीव्रगति से कनेक्टिविटी बढ़ेगी । उन्होंने यह भी कहा कि 5 जी तकनीक के उन्नयन का असर न केवल इलेक्ट्रानिक्स बल्कि जैविक अन्य संबंधित क्षेत्रों में देखने को मिलेगा।
मेक इन इंडिया को मिले बढ़ावा
उपमहानिदेशक एच एल उपेन्द्र ने कहा कि स्वदेशी विनिर्माण को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से प्रौद्योगिकी विभाग ने हाल ही में 5 जी टेस्टबेड के लिए धन उपलब्ध कराया है। देश के विभिन्न आईआईटी, भारतीय विज्ञान संस्थान बेंगलोर तथा अनुसंधान संगठनों के द्वारा 5 जी टेस्टबेड का निर्माण किया जा रहा है। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान कानपुर में 5 जी टेस्टबेड की डिजाइन करने वाले दल का नेतृत्व कर रहे रोहित बुद्धिराजा, विद्युत अभियांत्रिकी विभाग, आईआईटी कानपुर ने अपने व्याख्यान में संस्थान में तैयार किये जा रहे 5 जी टेस्टबेड हार्डवेयर एवं एलागरिथम के बारे में बताया।
इस अवसर पर राजेश हेगड़े, विद्युत अभियांत्रिकी विभाग, आईआईटी कानपुर ने 5 जी नेटवर्क के लिए एप्लीकेशन ऑफ आर्टिफिशएल इंटैलीजेन्स तथा मशीन लर्निंग के बारे में बताया। अभिषेक गुप्ता, विद्युत अभियांत्रिकी विभाग, आईआईटी कानपुर ने 5 जी एमएम वेव नेटवर्क का विश्वेषण प्रस्तुत किया। विप्रो कंपनी के सुभाष मंडल ने 5 जी नेटवर्क के संज्ञानात्मक पहलुओं पर विचार रखे। वहीं श्रीकांत चन्द्रशेखरन ने 5 जी एवं उसके मानकों के बारे में बताया।
राजेश हेगड़े एवं रोहित बुद्धिराजा के अनुसार इस कार्यक्रम के माध्यम से लोगों को आईआईटी कानपुर में 5 जी नेटवर्क के अभिकल्प के लिए किये जा रहे अनुसंधान कार्यों के बारे में जानकारी मिलेगी। इस प्रकार के कार्यक्रमों से भारत के अंदर 5 जी टेलीकाम हार्डवेयर एवं एलागरिथम डिजाइन तैयार करने के प्रति माहौल बनेगा।
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