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FILM REVIEW: एम एस धोनी: द अनटोल्ड स्टोरी, थ्रिल और इमोशन का अनकहा सच
फिल्म : एम.एस धोनी द अनटोल्ड स्टोरी
निर्देशक : नीरज पाण्डेय
कलाकार : सुशांत सिंह राजपूत, अनुपम खेर, दिशा पटनी, कियारा आडवाणी, हैरी टैंगरी, राजेश शर्मा, कुमुद मिश्रा, भूमिका चावला आदि।
अवधि : 3 घंटे 5 मिनट
रेटिंग : 4/5
पहली राय : फिल्म 'एम एस धोनी: द अनटोल्ड स्टोरी' को लेकर मेरी पहली राय यह है कि ये संतुलित बायोपिक है। इसमें जितना जरूरी है सच और जितना जरूरी है मसाला उतना ही दोनों बराबर इस्तेमाल किया गया है। इसमें थ्रिल और इमोशन है जो धोनी की जिंदगी की अनकही कहानी है। कुल मिलाकर ये धोनी की मनोरंजक बायोपिक है।
कहानी : 'एम एस धोनी: द अनटोल्ड स्टोरी' खुलती है 2011 के वर्ल्ड कप से परदे के पीछे की हलचल के बीच। बतौर धोनी, सुशांत सिंह राजपूत का शानदार इंट्रो होता है और दिखाई जाती है पिच पर उतरने से पहले की रणनीति। अगले ही पल फिल्म आपको साल 1981 के दौर में ले जाती है। फिल्म रांची की पृष्ठभूमि को लेकर आगे बढ़ता है। जहां पान सिंह धोनी यानि अनुपम खेर के घर एक बेटी के बाद जन्म होता है एक बेटे का जिसका नाम रखा जाता है महेंद्र सिंह धोनी। जिसे सब प्यार से माही बुलाते हैं।
माही बड़ा होता है तो उसकी दिलचस्पी क्रिकेट से अलग फुटबॉल में ज्यादा होती है और वो मेहनत से गोलकीपिंग सीखता है। इस सीखते हुए बच्चे पर नजर पड़ती है तो लोकल कोच यानि कि राजेश शर्मा की जो धोनी को वीकेट कीपिंग सीखने को कहते हैं। यहीं से शुरु हो जाती है माही की विकेटकीपर बैट्समैन से भारतीय कप्तान बनने का सफर जिसमें खेल वाली भावना भी है। इसमें रोमांस के साथ-साथ गजब का इमोशन भी है।
यह फिल्म तीन घंटे तक आपको बांधे रखेगा। दिलीप झा की कहानी को नीरज पाण्डेय ने बेहतरीन तरीके से परदे पर उतारा है। इसे वो लोग भी ज्यादा पसंद करेंगे जो क्रिकेट में दिलचस्पी नहीं रखते है। ये क्रिकेट के बारे में कम बल्कि धोनी की अनकही कहानी के बारे में ज्यादा है।
अभिनय : फिल्म 'एम एस धोनी द अनटोल्ड स्टोरी' याद की जाएगी अपनी बेहतरीन कास्टिंग के लिए ना सिर्फ मुख्य किरदार बल्कि सपोर्टिंग कास्ट में चरित्र कलाकार तक इतने सधे हुए हैं कि आपको फिल्म में हर कोई कमाल का लगेगा।
महेन्द्र सिंह धोनी की भूमिका में सुशांत सिंह राजपूत ने ना सिर्फ मैदान पर बल्कि उनकी निजी जिंदगी को भी करीने से जिया है। अनुपम खेर साहब धोनी के मध्यमवर्गीय पिता के किरदार में वो असर कायम करते हैं कि आप एक पिता की जद्दोजहद और उसकी चिंताओं को सहजता से समझ पाते हैं।
राजेश शर्मा कुमुद मिश्रा,भूमिका चावला या फिर युवराज सिंह के रोल में हैरी टैंगरी सभी नीरज पाण्डेय के लाजवाब चुनाव को साबित करते हैं। धोनी की पूर्व प्रेमिका प्रियंका के रोल में दिशा पटानी और पत्नी साक्षी के रोल में कियारा आ़डवाणी फिल्म को भावनात्मक रूप से तो उठाती ही हैं साथ ही रोमांस का एंगल मसाला दर्शकों को भी उलझाये रखता है।
तकनीक : फिल्म एम एस धोनी द अनटोल्ड स्टोरी टेकनीक में भी बेहतरीन है। कैमरा हो या संगीत या फिर बैकग्राउंड स्कोर, फिल्म के रियल लोकेशन हों या स्टेडियम में मैच फिल्माने का तरीका सभी फिल्म की थीम का विकास करते हैं।
निर्देशन : फिल्म 'एम एस धोनी द अनटोल्ड स्टोरी' वाकई नीरज पाण्डेय की निर्देशकीय क्षमता का लोहा मनवाती है जिसमें वो बाकी बायोपिक की तरह ड्रामे से बचते हुए सच और फिल्मी मसालों का शानदार संतुलन कायम करते हैं।
वर्डिक्ट : फिल्म 'एम एस धोनी द अनटोल्ड स्टोरी' में वो सब है जो एक लाजलाब बायोपिक में होना चाहिए। ये उन लोगों को भी चौंकाएंगी जो धोनी की जिंदगी को फॉलो करते हैं। थोड़ी फिल्मी है इसलिए नंबर काटने पड़ रहे हैं। फिल्म को पांच में से चार स्टार्स मिलते हैं। ये तय है कि यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर अच्छा कलेक्शन करेगी।।
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