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Goa : गोवा में कांग्रेस को लग सकता है बड़ा झटका, 8 MLA बीजेपी में शामिल होने की कर रहे तैयारी
GOA : पहले भी कांग्रेस में बगावत की खबरें सामने आई थीं। मगर, उस समय कांग्रेस नेतृत्व में तेजी से सक्रियता दिखाते हुए नाराज विधायकों को मनाने में कामयाबी हासिल कर ली थी।
Goa Congress News : कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) इन दिनों 'भारत जोड़ो यात्रा' (Bharat Jodo Yatra) पर निकले हुए हैं, तो दूसरी ओर गोवा में कांग्रेस (Goa Congress) को बड़ा झटका लगने की सियासी जमीन तैयार हो चुकी है। जानकार सूत्रों के मुताबिक, पूर्व मुख्यमंत्री दिगंबर कामत (Former CM Digambar Kamat) और माइकल लोबो (Michael Lobo) की अगुवाई में आठ विधायक जल्द ही भारतीय जनता पार्टी (BJP) का दामन थाम सकते हैं। इन सभी विधायकों की मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत (Goa CM Pramod Sawant) से मुलाकात भी हो चुकी है।
इससे पहले भी कांग्रेस में बगावत की खबरें सामने आई थीं। मगर, उस समय कांग्रेस नेतृत्व में तेजी से सक्रियता दिखाते हुए नाराज विधायकों को मनाने में कामयाबी हासिल कर ली थी। वैसे इस बार कांग्रेस को झटका लगना तय माना जा रहा है।
स्पीकर के पणजी पहुंचने का इंतजार
कांग्रेस विधायकों के जल्द ही पाला बदलने की बात गोवा भाजपा के अध्यक्ष सदानंद शेट तनावड़े के बयान से भी पुष्ट होती है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष ने भी इस बात की पुष्टि की है कि जल्द ही कांग्रेस के कई विधायक पार्टी में शामिल होने वाले हैं। हालांकि उन्होंने भाजपा में शामिल होने वाले कांग्रेस के विधायकों की संख्या का खुलासा नहीं किया। विधानसभा के स्पीकर इस समय दिल्ली के दौरे पर हैं और उनके पणजी पहुंचने का इंतजार किया जा रहा है।
जानकार सूत्रों का कहना है कि पाला बदल की कोशिशों में जुटे कांग्रेस विधायकों ने अपने फैसले की जानकारी विधानसभा के अध्यक्ष को दे दी है। जिन कांग्रेस विधायकों के भाजपा में शामिल होने की बात कही जा रही है उनमें केदार नाइक, संकल्प अमोनकर, राजेश फलदेसाई और रुडोल्फ फर्नांडीस के नाम शामिल हैं। विधायकों की मुख्यमंत्री से मुलाकात की बात भी सामने आई है। राज्य में तेज हुई सियासी गतिविधियों के बीच आज होने वाली सरकार की प्रेस कॉन्फ्रेंस को भी स्थगित कर दिया गया है।
कामत और लोबो कर रहे सियासी खेल
इससे पहले जुलाई महीने के दौरान भी कांग्रेस विधायकों की बगावत की बात सामने आई थी मगर बाद में कई कारणों की वजह से प्लान फेल हो गया था। कांग्रेस नेतृत्व ने भी वरिष्ठ नेताओं को पणजी भेजकर नाराज विधायकों को मनाने की कोशिश की थी। राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री दिगंबर कामत और माइकल लोबो की योजना उस समय तो फेल हो गई थी मगर उनकी नाराजगी दूर नहीं हो सकी है। उनकी अगुवाई में ही एक बार फिर पाला बदल की कोशिशें शुरू हो गई है। इन दोनों कांग्रेस नेताओं की नाराजगी समय-समय पर सामने आती रही है।
कामत और लोबो के खिलाफ पार्टी की ओर से पहले ही विधानसभा अध्यक्ष से शिकायत की जा चुकी है। कांग्रेस ने इन दोनों नेताओं को अयोग्य ठहराने की मांग की थी मगर विधानसभा स्पीकर ने अभी तक इस मामले में कोई फैसला नहीं किया है।
कांग्रेस के पास रह जाएंगे सिर्फ तीन विधायक
गोवा की 40 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा ने 20 सीटों पर जीत हासिल की थी। भाजपा के पास अभी बहुमत से एक सीट कम है मगर कांग्रेस विधायकों के पार्टी में शामिल होने के बाद भाजपा की विधानसभा में ताकत काफी बढ़ जाएगी। वैसे प्रदेश की भाजपा सरकार को अभी भी कोई संकट नहीं है क्योंकि उसे तीन निर्दलीय विधायकों और महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी के 5 विधायकों का समर्थन हासिल है।
गोवा के पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने 11 सीटों पर जीत हासिल की थी। ऐसे में यदि कांग्रेस के 8 विधायकों में पाला बदल किया तो उनके खिलाफ दलबदल विरोधी कानून भी लागू नहीं होगा। इन विधायकों के पाला बदलने के बाद कांग्रेसी विधायकों की संख्या सिर्फ तीन रह जाएगी। गोवा में कांग्रेस विधायकों के पाला बदलने के इन प्रयासों के बीच अभी तक किसी वरिष्ठ नेता का कोई बयान सामने नहीं आया है।