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हिमाचल में फिर मंडराया खतरा! अगले तीन दिन भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट, हालात और बिगड़ सकते हैं
हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश का कहर जारी, अगले तीन दिन ऑरेंज अलर्ट जारी। अब तक 51 लोगों की मौत, 22 लापता। भूस्खलन और जलभराव का खतरा, प्रशासन ने लोगों से सतर्क रहने की अपील की।
Himachal Rain News
Himachal Rain News: हिमाचल प्रदेश में मानसून की बारिश लगातार तबाही मचा रही है और फिलहाल इससे राहत मिलने की कोई उम्मीद नहीं दिख रही है। मंडी में मंगलवार को भारी बारिश ने तबाही मचाई थी, लेकिन खतरा अभी टला नहीं है। बुधवार को बारिश थोड़ी थमने से राहत और बचाव का काम किया जा रहा है। मौसम विभाग ने 2 से 4 जुलाई तक के लिए येलो अलर्ट जारी किया है। इस दौरान हल्की से मध्यम बारिश होगी, लेकिन ज्यादा खतरे की संभावना नहीं है। इसके बाद 5 से 7 जुलाई तक भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। इन तीन दिनों में लोगों को खास सावधानी बरतने और सुरक्षित जगह पर रहने की सलाह दी गई है। मौसम विभाग ने बताया कि 8 जुलाई तक प्रदेश में मौसम खराब बना रहेगा और लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है।
आज भी प्रदेश में कई जगह घने बादल छाए हुए हैं। मौसम विभाग के मुताबिक, बीते 24 घंटों में सबसे ज्यादा बारिश सोलन जिले के कसौली में हुई, जहां 55 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई। इसके अलावा बागी में 54 मिमी, धर्मपुर में 38 मिमी, मंडी में 36 मिमी, सराहन में 32 मिमी और सोलन में 28 मिमी बारिश दर्ज की गई है। लगातार हो रही बारिश की वजह से कई जगह भूस्खलन और जलभराव का खतरा बढ़ गया है। लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
12 दिन में 51 लोगों की मौत, 22 अब भी लापता
राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक, बीते 12 दिनों में भारी बारिश और आपदाओं ने राज्य में भारी तबाही मचाई है। 20 जून से 1 जुलाई के बीच अब तक 51 लोगों की मौत हो चुकी है और 103 लोग घायल हुए हैं। इसके अलावा 22 लोग अभी भी लापता हैं, जिनकी तलाश जारी है इस दौरान 55 मकान, 9 दुकानें और 45 गौशालाएं भी पूरी तरह या आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो चुकी हैं। अधिकारियों के अनुसार, अब तक करीब 283 करोड़ रुपये से ज्यादा का नुकसान हो चुका है। प्रशासन की ओर से राहत और बचाव कार्य लगातार जारी हैं।
लोगों से सतर्क रहने की अपील
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने बारिश और आपदा पर गहरा दुख जताया है और प्रभावित लोगों को तुरंत मदद पहुंचाने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने बताया कि शुरुआती अनुमान के मुताबिक, अब तक प्रदेश को 500 करोड़ रुपये से ज्यादा का नुकसान हो चुका है। उन्होंने लोगों से अपील की है कि प्रशासन की चेतावनियों का पालन करें और खराब मौसम में पूरी सावधानी बरतें। इस बीच प्रशासन ने सभी जिला अधिकारियों को अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए हैं। नदियों, नालों के पास न जाने और भूस्खलन वाले इलाकों में आने-जाने से बचने की सलाह दी गई है।
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