आतंकियों के मददगारों पर सेना का वार, ताबड़तोड़ छापेमारी में जम्मू कश्मीर पुलिस ने 23 को किया गिरफ्तार

जम्मू-कश्मीर में लगातार आतंकियों के नेटवर्क को ध्वस्त करने की कोशिशें जारी हैं। इसी कड़ी में श्रीनगर पुलिस ने 23 ऐसे लोगों को गिरफ्तार किया है जो आतंकी संगठनों के मददगार बताए जा रहे हैं। पुलिस ने इन सभी पर सार्वजनिक सुरक्षा अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है।

Newstrack          -         Network
Published on: 18 May 2025 12:26 PM IST
आतंकियों के मददगारों पर सेना का वार, ताबड़तोड़ छापेमारी में  जम्मू कश्मीर पुलिस ने 23 को किया गिरफ्तार
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Raid in Jammu-Kashmir: पहलगाम में हुये आतंकी हमले के बाद कश्मीर में सुरक्षाबलों ने आतंक की कमर तोड़ दी है। एजेंसी द्वारा लगातार आतंकियों पर लगाम लगाने के लिये सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस लगातार ऑपरेशन चला रहे है। इसके तहत अब तक 6 दहशतगर्दों को मार गिराया गया है जबकि 14 संदिग्धों की तलाश की जा रही है।

इसी क्रम में जम्मू-कश्मीर पुलिस ने आज 23 लोगों की गिरफ्तारी की जिनपर शकर है कि ये आतंकियों के मददगार है। इन सभी को PSA के तहत गिरफ्तार किया गया है। वहीं, SIA ने भी कई जगह छापेमारी कर कई लोगों को गिरफ्तार किया। अधिकारियों का इस बाबत कहना है कि ये कार्रवाई देशविरोधी गतिविधियों पर लगाम लगाने के लिये की गई हैं।

आतंकियों के मददगारों पर कार्रवाई

जम्मू-कश्मीर में लगातार आतंकियों के नेटवर्क को ध्वस्त करने की कोशिशें जारी हैं। इसी कड़ी में श्रीनगर पुलिस ने 23 ऐसे लोगों को गिरफ्तार किया है जो आतंकी संगठनों के मददगार बताए जा रहे हैं। पुलिस ने इन सभी पर सार्वजनिक सुरक्षा अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है।

दक्षिण कश्मीर में चल रही ताबड़तोड़ छापेमारी

सुरक्षाबल घाटी को आतंकवाद से मुक्त करने के लिए लगतार कोशिश कर रहे हैं। पिछले एक हफ्ते के अंदर दूसरी बार दक्षिण कश्मीर के कई इलाकों में छापे मारे गए हैं। सेना को इनपुट मिला है कि वहां कुछ आतंकी छिपे हो सकते हैं। इसी कारण लगातार तलाशी अभियान चलाया जा रहा है।

इसके अलावा शनिवार को 11 अलग-अलग जगहों पर रेड डाली गई। जिसमें कुछ आपत्तिजनक सामान भी बरामद हुये। गिरफ्तार किए गए लोगों से पुलिस की पूछताछ जारी है और उन्हें जम्मू की पुंछ, उधमपुर व कोट बलवाल जेलों में रखा गया है। इनमें से कई ऐसे लोग हैं जिनके खिलाफ पहले से ही आपराधिक मामले दर्ज हैं। गिरफ्तार लोगों में ज्यादातर युवा हैं जिनकी उम्र 18 से 22 साल के बीच की है। जो आतंकवादियों की कई तरह से मदद करते हैं चाहे वह पनाह देना हो या रसद मुहैया कराना।

Shivam Srivastava

Shivam Srivastava

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