Asteroid Threat: सावधान! आज रात धरती की ओर आ रहा है 35 मंजिल ऊंचा खतरनाक ग्रह, जानिये क्या है खतरा

Asteroid Threat: एक विशाल एस्टरॉयड यानी क्षुद्रग्रह बहुत तेज रफ्तार से पृथ्वी की ओर बढ़ रहा है। लगभग 35 मंजिला इमारत जितने बड़े "2023 KU" नामक इस एस्टरॉयड के धरती से टकराने की आशंका है।

Ramkrishna Vajpei
Published on: 11 April 2025 6:17 AM (Updated on: 11 April 2025 6:26 AM)
Asteroid Threat: सावधान! आज रात धरती की ओर आ रहा है 35 मंजिल ऊंचा खतरनाक ग्रह, जानिये क्या है खतरा
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Asteroid Threat: एक विशाल एस्टरॉयड यानी क्षुद्रग्रह बहुत तेज रफ्तार से पृथ्वी की ओर बढ़ रहा है। लगभग 35 मंजिला इमारत जितने बड़े "2023 KU" नामक इस एस्टरॉयड के धरती से टकराने की आशंका है और अगर ऐसा होता है प्रलयंकारी बर्बादी होना तय है क्योंकि इस टक्कर से सैकड़ों एटम बमों से भी बड़ा विस्फोट होगा।

एस्टरॉयड 2023 KU दरअसल एक विशाल चट्टान है, जिसकी चौड़ाई लगभग 113 मीटर है और यह लगभग 35 मंजिला इमारत जितना ऊंचा है। ये अब 64,800 किलोमीटर प्रति घंटे से अधिक की रफ्तार से अंतरिक्ष में उड़ रहा है, जिससे यह इस समय पृथ्वी से गुजरने वाली सबसे तेज रफ्तार वाली वस्तुओं में से एक बन गया है।

एस्टरॉयड 11 अप्रैल, 2025 को भारतीय समयानुसार रात 9:05 बजे पृथ्वी के करीब से गुज़रने वाला है। इसकी टक्कर की संभावना न के बराबर है लेकिन असम्भव नहीं है। बहरहाल, एस्टरॉयड इतनी करीब से गुजरेगा की अंतरिक्ष वैज्ञानिकों और खगोलविदों को इसे देखने और स्कैन करने का एक मौक़ा मिलेगा, जिससे कई नई जानकारी मिलेंगी।

क्या है एस्टरॉयड 2023 KU

  • ये निकट-पृथ्वी वस्तुओं (NEO) के अपोलो ग्रुप से संबंधित एस्टरॉयड में से एक है।
  • निकट पृथ्वी वस्तुएं ऐसी चीजें हैं जो पृथ्वी की कक्षा में बहुत पास से प्रवेश करती हैं, और इस तरह संभावित खतरा बन जाती हैं।
  • अपोलो ग्रुप काफी महत्वपूर्ण है क्योंकि ये एस्टरॉयड पृथ्वी की कक्षा में प्रवेश करते तो हैं लेकिन वे बस पास से गुजर जाते हैं।

ज्यादातर अपोलो एस्टरॉयड पृथ्वी से नहीं टकराते हैं, लेकिन चूंकि वे हमेशा हमारे ग्रह के निकट रहते हैं, इसलिए उन्हें निगरानी में रखा जाता है। क्योंकि कभी-कभार, उनका रास्ता किन्हीं वजहों से बदल भी जाता है। एस्टरॉयड 2023 KU का उड़ना भविष्य के खतरों के लिए चेतावनी भी है।

दस लाख किमी दूर

नासा के अनुसार, एस्टरॉयड 2023 KU पृथ्वी से दस लाख किलोमीटर दूर से गुज़रेगा। तुलना के लिए बता दें कि पृथ्वी और चंद्रमा 3,84,400 किलोमीटर दूर हैं। यानी ये एस्टरॉयड पृथ्वी और चंद्रमा की दूरी से दोगुनी दूरी पर होगा। एस्टरॉयड इतनी बड़ी दूरी से गुज़रेगा, इसका मतलब यह नहीं है कि कोई जोखिम नहीं है। अधिकारियों ने संकेत दिया है कि इसके रूट में छोटे बदलाव भविष्य में अधिक खतरनाक टकराव का कारण बन सकते हैं। इस तरह के बदलाव पृथ्वी पर अधिक खतरनाक और नज़दीकी फ्लाईबाई या यहाँ तक कि घातक टकराव का कारण बन सकते हैं।

Ragini Sinha

Ragini Sinha

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