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Rohith Vemula case : रोहित वेमुला मामले में सामने आई क्लोजर रिपोर्ट, पुलिस ने किया ये चौंकाने वाला दावा
Rohith Vemula Case : तेलंगाना के हैदराबाद विश्वविद्यालय में पीएचडी के छात्र रहे रोहित वेमुला के मामले एक नया खुलासा हुआ है। तेलंगाना पुलिस ने हाईकोर्ट में अपनी क्लोजर रिपोर्ट शुक्रवार (03 मई, 2024) को सौंप दी है। रिपोर्ट में पुलिस ने दावा किया है रोहिम वेमुला दलित नहीं था।
Rohith Vemula Case : तेलंगाना के हैदराबाद विश्वविद्यालय में पीएचडी के छात्र रहे रोहित वेमुला के मामले एक नया खुलासा हुआ है। तेलंगाना पुलिस ने हाईकोर्ट में अपनी क्लोजर रिपोर्ट शुक्रवार (03 मई, 2024) को सौंप दी है। रिपोर्ट में पुलिस ने दावा किया है रोहिम वेमुला दलित नहीं था। बता दें कि रोहित वेमुला की जनवरी 2016 में मौत हुई थी, पुलिस ने इस मामले में आत्महत्या के लिए उकसाने की धारा में केस दर्ज किया था। रोहित वेमुला की मौत को लेकर काफी प्रदर्शन हुआ था, बाद में पुलिस ने एससी-एसटी धारा को भी जोड़ दिया था।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, हैदराबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय से पीएचडी कर रहे छात्र रोहित वेमुला की जनवरी 2016 में मौत हो गई थी। इस मामले में पुलिस ने तेलंगाना हाईकोर्ट में अपनी क्लोजर रिपोर्ट दाखिल करने के बाद अपनी जांच को बंद कर दिया है। पुलिस ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया है कि रोहित वेमुला दलित नहीं थे। उसने जो जाति प्रमाण पत्र लगाया था, वो सब फर्जी थे। इसलिए रोहित को ये डर था कि उनकी असली जाति की पहचान हो जाएगी, जिससे उसकी शैक्षणिक उपलब्धियां समाप्त हो जाएंगी। इसलिए उसने आत्महत्या कर ली थी। इसके साथ ही पुलिस ने दावा किया है रोहित की आत्महत्या के लिए कोई जिम्मेदार था, इस बात के कोई सबूत नहीं हैं। पुलिस के क्लोजर रिपोर्ट दाखिल होने के बाद सभी आरोपियों को बरी कर दिया गया है। इस मामले के सिकंदराबाद के तत्कालीन सांसद बंडारू दत्तात्रेय, एमएलसी एन रामचंदर राव, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी और हैदराबाद यूनिवर्सिटी के तत्कालीन कुलपति पी अप्पा राव को भी आरोपी बनाया गया था।
वेमुला के भाई ने कहा, मामले को दोबारा खोलने के लिए सीएम से मिलूंगा
पुलिस की क्लोजर रिपोर्ट आने के बाद रोहित वेमुला के भाई राजा वेमुला ने कहा कि इस रिपोर्ट से उनका परिवार सदमे में है। उन्होंने कहा कि पुलिस को ये जांच करनी चाहिए थी कि उसके भाई को इस हद तक परेशान किया गया था, जिससे उसने अपनी जान ले ली थी। लेकिन पुलिस ने इन सब को छोड़कर फिर से उसकी जाति की बात करने लगी है। उन्होंने कि इस मामले की फिर से जांच के लिए वह तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी और कांग्रेस नेता राहुल गांधी से संपर्क करेंगे। उन्होंने पहले भी हमारा सपोर्ट किया था।
वहीं, रोहित की मां राधिका ने कहा कि उनका पालन-पोषण एक ओबीसी परिवार में हुआ, लेकिन वह एससी समुदाय से हैं, इसमें कोई विवाद नहीं हैं। उन्होंने कहा कि वह एक और लड़ाई लड़ने के लिए तैयार हैं।