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BJP के खिलाफ रणनीति बदलेगी कांग्रेस, राहुल गांधी का फ्यूचर एक्शन प्लान तैयार, अब इस रास्ते पर चलेगी पार्टी
गुजरात में हो रहे कांग्रेस अधिवेशन में राहुल गांधी ने कांग्रेस पार्टी को मजबूत बनाने के लिए फ्यूचर एक्शन प्लान पर ध्यान दिया है।
देश की सियासत में भाजपा का मुकाबला करने के लिए कांग्रेस अब नई रणनीति की ओर बढ़ती हुई दिख रही है। गुजरात में कांग्रेस की वर्किंग कमेटी की बैठक के दौरान इस बात पर गहराई से मंथन किया गया कि आखिरकार कांग्रेस की कमजोरी का कारण क्या है? बैठक के दौरान अपनी बात मजबूती से रखते हुए राहुल गांधी ने स्पष्ट तौर पर कहा कि उनके पास कांग्रेस को मजबूत बनाने का फ्यूचर एक्शन प्लान है। राहुल गांधी ने कांग्रेस की ओर से की गई रणनीतिक भूल की ओर भी इशारा किया।
उनका कहना था कि पार्टी ने 1990 के दशक से ही ओबीसी समुदाय को नजरअंदाज किया जिसकी पार्टी को कीमत चुकानी पड़ी। अब इस रणनीतिक भूल को सुधारने का वक्त आ गया है। उन्होंने महिलाओं का भी फिर से समर्थन हासिल करने पर जोर दिया। अपने संबोधन के दौरान राहुल गांधी ने पार्टी को मजबूत बनाने के अपने फ्यूचर एक्शन प्लान का खुलासा तो नहीं किया मगर माना जा रहा है कि पार्टी अब ओबीसी समुदाय में अपनी पैठ को मजबूत बनाकर भाजपा को कड़ा जवाब देने की कोशिश करेगी।
राहुल गांधी का फ्यूचर एक्शन प्लान तैयार
लंबे समय बाद कांग्रेस ने गुजरात में पार्टी का अधिवेशन आयोजित किया है। अहमदाबाद में पार्टी के दो दिवसीय अधिवेशन का मकसद देश के सामने मौजूद प्रमुख मुद्दों पर चर्चा करने के साथ ही पार्टी को मजबूत बनाने की रणनीति पर विचार करना है। कांग्रेस की वर्किंग कमेटी की मंगलवार को हुई बैठक के दौरान यह बात उभर कर सामने आई कि हम पीछे की बात कर रहे हैं। हम कमजोर होने के कारणों पर चर्चा कर रहे हैं मगर हमारे पास पार्टी को मजबूत बनाने के लिए कोई फ्यूचर एक्शन प्लान नहीं है।
इस पर राहुल गांधी का कहना था कि देश में कांग्रेस को एक बार फिर मजबूत बनाने के लिए हमारे पास मजबूत फ्यूचर एक्शन प्लान तैयार है। हालांकि उन्होंने अपनी इस योजना का पूरा विवरण नहीं दिया। वैसे इस बात का संकेत राहुल गांधी के संबोधन में ही छिपा हुआ है। उन्होंने कांग्रेस की कमजोरी के कारणों की ओर इशारा करते हुए अब पार्टी की रणनीति बदलने पर जोर दिया।
इन वर्गों के बीच पार्टी की पैठ बढ़ाने की तैयारी
राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस को भाजपा और मोदी सरकार का मुकाबला करने के लिए ओबीसी समुदाय तक पार्टी की पहुंच को अधिक से अधिक मजबूत बनाना होगा। उन्होंने कहा कि भारतीय समाज में ओबीसी समुदाय की हिस्सेदारी 50 फ़ीसदी से अधिक है।
यदि इसे अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अल्पसंख्यक वर्ग के साथ जोड़ दिया जाए तो यह संख्या 90 फ़ीसदी तक पहुंच जाती है। ऐसे में पार्टी को एक मजबूत जनाधार हासिल होगा और भाजपा के खिलाफ पार्टी पूरी मजबूती के साथ खड़ी हो जाएगी।
रणनीतिक भूल सुधारने का वक्त
कांग्रेस नेता ने कहा कि यदि कांग्रेस इन सभी वर्गों को अपने साथ जोड़ तो पार्टी का जनाधार इतना बड़ा हो जाएगा कि भाजपा को सीधे तौर पर चुनौती दी जा सकती है। पार्टी की रणनीतिक भूल की ओर इशारा करते हुए कहा कि 1990 के दशक से ही पार्टी ने ओबीसी समुदाय की अनदेखी की है। अब इसे सुधारने का वक्त आ गया है और हमें इस दिशा में कदम उठाना होगा।
अगर हमें भाजपा और मोदी सरकार को हराना है तो हमें ओबीसी समाज को साथ लेना ही होगा। इसके साथ ही उन्होंने आधी आबादी के बीच भी पार्टी को मजबूत बनाने पर जोर दिया। उनका मानना था कि महिलाओं का वोट अब काफी महत्वपूर्ण हो गया है और ऐसे में पार्टी को इस वर्ग में भी अपनी पकड़ मजबूत बनानी होगी।
सामाजिक और आर्थिक न्याय के मुद्दों पर फोकस
राहुल गांधी ने कहा कि भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के राष्ट्रवादी एजेंडा का जवाब देने के लिए पार्टी को सामाजिक और आर्थिक न्याय के मुद्दों पर फोकस करना चाहिए। हाल के दिनों में राहुल गांधी जाति आधारित जनगणना पर जोर देते रहे हैं और पार्टी के ड्राफ्ट में इस मुद्दे को भी शामिल किया गया है। कांग्रेस का आरोप है कि मोदी सरकार आरक्षण को कमजोर बनाने की कोशिश कर रही है और खाली पड़े सरकारी पदों को नहीं भरा जा रहा है।
ड्राफ्ट में कांग्रेस ने खुद को सच्ची राष्ट्रवादी पार्टी बताया है और आरोप लगाया है कि भाजपा और संघ का राष्ट्रवाद समाज को बांटने का काम कर रहा है। पार्टी ने कहा कि सबको साथ लेकर चलना ही असली राष्ट्रवाद है। लोगों को जाति और धर्म के आधार पर बांटना राष्ट्रवाद नहीं हो सकता।
कांग्रेस के ड्राफ्ट में मोदी सरकार की आर्थिक नीतियों पर भी हमला किया गया है। अधिवेशन के दूसरे दिन आज विभिन्न मुद्दों पर बड़ी चर्चा के बाद पार्टी की ओर से विभिन्न मुद्दों पर अपना रुख पूरी तरह साफ किए जाने की संभावना है।