Pahalgam Terror Attack: पाकिस्तान के खिलाफ एक्शन को लेकर कांग्रेस का रुख साफ नहीं, पार्टी के दो सीएम अलाप रहे अलग-अलग सुर

Pahalgam Terror Attack: पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद सर्वदलीय बैठक के दौरान कांग्रेस की ओर से सरकार को पूरा समर्थन देने की बात कही गई थी।

Anshuman Tiwari
Published on: 27 April 2025 10:21 AM IST
Pahalgam Terror Attack
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Congress supported india government during all party meeting  (Social media)

Pahalgam Terror Attack: पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद सर्वदलीय बैठक के दौरान कांग्रेस की ओर से सरकार को पूरा समर्थन देने की बात कही गई थी। वैसे इस बैठक के बाद कांग्रेस नेताओं के अलग-अलग बयान सामने आ रहे हैं। ऐसे में पाकिस्तान को लेकर कांग्रेस का रुख साफ नहीं है। तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने मांग की है कि भारत को बड़ी कार्रवाई करते हुए पीओके पर कब्जा कर लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की तरह मौजूदा पीएम नरेंद्र मोदी को पाकिस्तान के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए।

दूसरी ओर कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया का कहना है कि मौजूदा समय में पाकिस्तान के खिलाफ युद्ध छेड़ने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि शांति स्थापित होनी चाहिए और देश के लोगों को यह महसूस होना चाहिए कि वे पूरी तरह सुरक्षित है। ऐसे में कांग्रेस के रुख को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं क्योंकि दो मुख्यमंत्रियों ने बिल्कुल अलग-अलग बयान दिया है।

रेवंत बोले-पीओके पर कब्जा करे भारत

पहलगाम आतंकी हमले के खिलाफ हैदराबाद में कैंडल मार्च के दौरान तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पाकिस्तान के खिलाफ सख्त कदम उठाना चाहिए। उन्होंने कहा कि अब बातचीत करने का समय नहीं बल्कि कार्रवाई करने का वक्त आ गया है। देश के 140 करोड़ लोग पीएम मोदी के साथ खड़े हैं। उन्होंने पीएम मोदी से अनुरोध किया कि पाकिस्तान को दो हिस्सों में बांटें और पीओके को भारत में मिलाएं। यह राजनीति करने का समय नहीं है और पाकिस्तान के खिलाफ उठाए जाने वाले कदम में पूरा देश पीएम मोदी के साथ खड़ा है।

इंदिरा गांधी की तरह कार्रवाई करें पीएम मोदी

रेड्डी ने पूर्व प्रधानमंत्री इं गांधी की ओर से 1967 और 1971 में की गई सैन्य कार्रवाई का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि 1967 में जब चीन ने भारत पर हमला किया तो इंदिरा गांधी ने उसकी पूरी मजबूती से जवाब दिया था। फिर 1971 में उन्होंने पाकिस्तान को करारा जवाब देते हुए दो हिस्सों में बांट दिया जिससे बांग्लादेश का निर्माण हुआ।

उन्होंने कहा कि अब पाकिस्तान के कृत्यों का जवाब देने का समय आ गया है। हमें निर्णायक कदम उठाना चाहिए क्योंकि अब बातचीत का समय नहीं रह गया है। इस कैंडल मार्च में एआईएमआईएम के मुखिया असदुद्दीन ओवैसी ने भी हिस्सा लिया और आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होने पर जोर दिया।

सिद्धारमैया बोले-यह युद्ध का समय नहीं

दूसरी ओर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने अलग सुर अलापा है। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि इस समय पाकिस्तान के खिलाफ युद्ध छेड़ने की जरूरत नहीं है। मुख्यमंत्री ने कहा कि देश की सुरक्षा के लिए कड़े कदम उठाए जाने चाहिए। हम युद्ध के पक्ष में कतई नहीं है। शांति स्थापित होनी चाहिए और लोगों को यह महसूस होना चाहिए कि वे सुरक्षित हैं।

उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को प्रभावी सुरक्षा व्यवस्था के लिए कड़े कदम उठाने चाहिए। सिद्धारमैया का यह बयान ऐसे समय में सामने आया है जब कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने पार्टी ऐसे नाजुक मौके पर दलगत राजनीति से पूरी तरह दूर रहेगी और केंद्र सरकार को पूरा सहयोग देगी।

खुफिया और सुरक्षा तंत्र पूरी तरह फेल

पहलगाम में हुए आतंकी हमले में कर्नाटक के तीन लोगों शिवमोग्गा के मंजूनाथ राव, बेंगलुरु के भारत भूषण और आंध्र प्रदेश के बेंगलुरु निवासी मधुसूदन राव की भी जान चली गई थी। पहलगाम में सुरक्षा चूक का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि पहलगाम जैसे पर्यटन स्थल पर उचित सुरक्षा व्यवस्था की जानी चाहिए थी।

पुलवामा में पहले 40 सैनिक मारे गए थे और इस कारण हमारे सुरक्षा तंत्र को बेहद सावधान रहना चाहिए था। यह पूरी तरह से हमारी खुफिया और सुरक्षा विफलता थी। लोगों को भरोसा था कि वे सुरक्षित है मगर केंद्र सरकार की ओर से उन्हें सुरक्षा नहीं मिल सकी। उन्होंने पीएम मोदी पर लोगों को आतंकी हमले के संबंध में बेवकूफ बनाने का बड़ा आरोप भी लगाया।

Ragini Sinha

Ragini Sinha

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