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हफ्ते भर में कोरोना के पांच लाख से ज्यादा केस, ये है संक्रमण में तेजी का कारण
दुनिया के अन्य देशों के मुकाबले भारत में कोरोना की रफ्तार सबसे ज्यादा तेज है और कोरोना से संक्रमित मरीजों का आंकड़ा काफी तेजी से बढ़ रहा है।
अंशुमान तिवारी
नई दिल्ली: दुनिया के अन्य देशों के मुकाबले भारत में कोरोना की रफ्तार सबसे ज्यादा तेज है और कोरोना से संक्रमित मरीजों का आंकड़ा काफी तेजी से बढ़ रहा है। पिछले एक हफ्ते के दौरान देश में कोरोना के पांच लाख से अधिक मामले दर्ज किए जा चुके हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि कोरोना के मामलों में आई तेजी के कई कारण हैं। विशेषज्ञों ने इसके लिए कोरोना की टेस्टिंग में तेजी, अर्थव्यवस्था का फिर तेजी से खुलना और और कोरोना के प्रति लोगों की लापरवाही को जिम्मेदार ठहराया है।
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मरीजों की संख्या 35 लाख से ऊपर
देश में कोरोना के केसों में कितनी तेजी से बढ़ोतरी हो रही है, इसे इसी से समझा जा सकता है कि देश में एक दिन में 78,761 नए मामले दर्ज किए गए हैं। इन नए केसों के साथ रविवार को कोरोना से संक्रमित मरीजों की संख्या 35 लाख के ऊपर पहुंच गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक एक सप्ताह पहले देश में कोरोना से संक्रमित मरीजों का आंकड़ा 30 लाख से ऊपर पहुंचा था। इस तरह एक हफ्ते के दौरान कोरोना के पांच लाख से अधिक नए केस दर्ज किए गए हैं।
corona virus(File Photo)
कोरोना से रिकवरी रेट भी अच्छा
स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि रविवार को कोरोना से संक्रमित मरीजों का आंकड़ा 35,42,733 हो गया। देश में कोरोना से रिकवरी रेट भी काफी अच्छा है और करीब 27,14,000 मरीज इस वायरस से ठीक हो चुके हैं। आंकड़ों के मुताबिक अभी तक इस वायरस ने देश में 63,498 लोगों की जान ली है।
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बिना लक्षणों वाले मरीज फैला रहे संक्रमण
भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) में महामारी विज्ञान और संक्रामक रोग विभाग के प्रमुख डॉ समिरन पांडा का कहना है कि मामलों में इतनी तेज बढ़ोतरी पहले से ही अपेक्षित थी। उन्होंने कहा कि कुछ इलाकों में कोरोना का संक्रमण समूह के बीच दिख रहा है। ये ऐसे इलाके हैं जहां संवेदनशील आबादी या बिना लक्षण या हलके लक्षण वाले लोगों का मिश्रण है। ऐसे इलाकों में कोरोना का संक्रमण तेजी से फैल रहा है जिसे रोकने के लिए विशेष प्रयास करने होंगे।
लोगों की आवाजाही बढ़ना भी बड़ा कारण
डॉक्टर पांडा का मानना है कि अर्थव्यवस्था के खुलने और लोगों की आवाजाही बढ़ने से संक्रमण में तेजी आई है। इसके साथ ही कोरोना के प्रति लोगों में आत्मसंतुष्टि की भावना पैदा हो रही है और लोग लापरवाही बरतने से बाज नहीं आ रहे हैं। ऐसे में संक्रमण के मामलों में लगातार तेजी दर्ज की जा रही है।
corona virus(File Photo)
व्यक्तिगत स्तर पर प्रयास करना जरूरी
भारतीय चिकित्सा संघ आईएमए के पूर्व अध्यक्ष डॉ के के अग्रवाल का कहना है कि कोरोना की रोकथाम के लिए अब व्यक्तिगत स्तर पर ज्यादा प्रयास करने होंगे क्योंकि सरकारी प्रयासों से मामलों की संख्या पर लगाम लगाने में कामयाबी नहीं मिलेगी।
उन्होंने कहा कि अर्थव्यवस्था खुलने से मामलों में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है। इस समय सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण बात मृत्यु दर पर रोकथाम लगाने की है। इसलिए सरकार को इस दिशा में ठोस प्रयास करने चाहिए।
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लोगों में बढ़ रही लापरवाही
वायरोलॉजी के बड़े विशेषज्ञ शाहिद जमील का कहना है कि लोगों के लापरवाही बरतने के कारण कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि लोग मास्क पहनने, हाथ साफ करने और सामाजिक मेलजोल से बचने की सलाह का पूरी तरह पालन नहीं कर रहे हैं।
इसके साथ ही कोरोना से ठीक होने वाले मरीजों की बढ़ती संख्या और कम होती मृत्यु दर की ज्यादा चर्चाओं से लोगों में आत्मसंतुष्टि का भाव उभर रहा है। यही कारण है कि संक्रमितों की संख्या के मामले में भारत दुनिया में तीसरे स्थान पर पहुंच गया है और मौत के कुल आंकड़े के लिहाज से भी तीसरे स्थान पर जल्द ही पहुंच जाएगा।
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