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Delhi Election 2025: दिल्ली में मुस्लिम बहुल सीटों पर बंपर वोटिंग,ओवैसी ने भी आप और कांग्रेस के लिए फंसा दिया पेंच
Delhi Election 2025: दिल्ली में विधानसभा की 70 सीटों पर आज मतदान के प्रति लोगों में भारी उत्साह दिखा। सुबह सात बजे वोटिंग की शुरुआत के बाद मतदान में लगातार तेजी दर्ज की गई। खासतौर पर मुस्लिम बहुल इलाकों में मतदान शुरू होने के बाद से ही मतदाताओं की लंबी कतारें लग गई थीं।
Delhi Election 2025: दिल्ली में विधानसभा की 70 सीटों पर आज मतदान के प्रति लोगों में भारी उत्साह दिखा। सुबह सात बजे वोटिंग की शुरुआत के बाद मतदान में लगातार तेजी दर्ज की गई। खासतौर पर मुस्लिम बहुल इलाकों में मतदान शुरू होने के बाद से ही मतदाताओं की लंबी कतारें लग गई थीं। शाम 5 बजे तक के आंकड़ों के अनुसार सभी 70 सीटों पर 57.70 प्रतिशत औसत मतदान हुआ है। शाम पांच बजे तक मुस्लिम बहुल मुस्तफाबाद सीट पर 66.68 प्रतिशत मतदान देखने को मिला। वहीं सीलमपुर में 62.47 प्रतिशत वोट पड़े हैं। इससे मुस्लिम मतदाताओं के उत्साह को समझा जा सकता है।
मुस्लिम बहुल सीटों पर आप और कांग्रेस के बीच पहले से ही घमासान छिड़ा हुआ है। कई सीटों पर एआईएमआईएम के मुखिया असदुद्दीन ओवैसी ने भी मजबूत उम्मीदवार लड़ाकर पेंच फंसा दिया है। वोटो के बंटवारे की आशंका से भाजपा के लिए भी इन इलाकों में उम्मीद बनी हुई है। ऐसे में सबकी निगाहें अब नतीजे पर लगी हुई है।
दिल्ली चुनाव में मुस्लिम मतदाताओं की अहम भूमिका
दिल्ली में मतदाताओं की संख्या 1.55 करोड़ है मगर इसमें मुस्लिम मतदाताओं का कोई सटीक आंकड़ा उपलब्ध नहीं है। 2011 की जनगणना के मुताबिक दिल्ली में मुस्लिम मतदाताओं की संख्या 12.9 फ़ीसदी थी। जानकारों का कहना है कि अब दिल्ली में मुस्लिम मतदाताओं की संख्या 15 से 18 फ़ीसदी तक पहुंच गई है। ऐसे में दिल्ली के विधानसभा चुनाव में मुस्लिम मतदाताओं की भूमिका काफी महत्वपूर्ण मानी जा रही है।
विशेष रूप से मुस्लिम बहुल सीटों पर सबकी निगाहें लगी हुई हैं। इन इलाकों में आप और कांग्रेस दोनों दलों ने मजबूत उम्मीदवार उतारे हैं जबकि ओवैसी भी मुस्लिम मतदाताओं के समर्थन से जीत हासिल करने का सपना संजोए हुए हैं। भाजपा भी इन सीटों को लेकर निराश नहीं है क्योंकि उसे उम्मीद है कि यदि वोटों का बंटवारा हुआ तो पार्टी को सियासी फायदा हो सकता है।
मुस्लिम बहुल सीटों पर बंपर वोटिंग
दिल्ली में मुस्लिम बहुल सीटों मुस्तफाबाद, करावल नगर, चांदनी चौक, मटियामहल, बल्लीमारन, ओखला, सीमापुरी, सीलमपुर, बाबरपुर जैसी सीटों पर मतदान के प्रति काफी उत्साह दिखा है। इनमें से करावल नगर मुस्तफाबाद बाबरपुर सीलमपुर और सीमापुरी मैं दोपहर तीन बजे तक 52 फ़ीसदी से अधिक मतदान हो चुका था।
मटिया महल और बल्लीमारान विधानसभा सीटों पर भी 45 फ़ीसदी से अधिक मतदाता अपना वोट डाल चुके थे। मुस्तफाबाद विधानसभा क्षेत्र में ओवैसी ने दिल्ली दंगों के आरोपी ताहिर हुसैन को चुनाव लड़ा कर आप और कांग्रेस दोनों दलों के लिए मुश्किलें पैदा कर दी हैं। कई इलाकों में ताहिर के प्रति भी मतदाताओं का काफी समर्थन दिखा। शाहीनबाग़ और ओखला विधानसभा क्षेत्रों में भी बंपर वोटिंग हुई है। ओखला में ओवैसी की पार्टी के उम्मीदवार सिफावुर्रहमान ने मुकाबले को रोचक बना दिया है। 55 फीसदी से अधिक मुस्लिम मतदाताओं वाले इस क्षेत्र में आम आदमी पार्टी के अमानुल्लाह खान को कड़ी चुनौती मिल रही है।
कांग्रेस के मुकाबले आप को ज्यादा समर्थन
एक उल्लेखनीय बात यह है कि मुस्लिम बहुल क्षेत्र के मतदाताओं का कहना है कि उन्होंने विकास के मुद्दे पर मतदान किया है। कई मुस्लिम मतदाताओं का कहना था कि अरविंद केजरीवाल की सरकार के दौरान दिल्ली में काफी विकास हुआ है और शिक्षा और स्वास्थ्य की सुविधाएं बेहतर हुई हैं। आम आदमी पार्टी की सरकार बनने के बाद दिल्ली नगर निगम ने भी सफाई की दिशा में काफी काम किया है। ऐसे में माना जा रहा है कि भाजपा को सत्ता से बाहर रखने के लिए मुस्लिम मतदाताओं ने कई क्षेत्रों में कांग्रेस की अपेक्षा आप को ज्यादा महत्व दिया है।
हालांकि ओवैसी की पार्टी ने भी कई सीटों पर पेंच फंसा रखा है। ओवैसी ने मुस्लिम बिरादरी को सुरक्षा और न्याय का वादा करके वोट मांगा है। ऐसे में उनकी पार्टी के प्रति मुस्लिम बिरादरी की प्रतिक्रिया देखने वाली होगी। दिल्ली के विभिन्न इलाकों में सुबह से ही मुस्लिम मतदाताओं की बंपर वोटिंग की चर्चा रही और ऐसे में हिंदू मतदाताओं की प्रतिक्रिया भी नतीजे में देखने वाली होगी। दिल्ली विधानसभा चुनाव के नतीजे 8 फरवरी को घोषित किए जाएंगे और अब हर किसी को चुनाव नतीजे का बेसब्री से इंतजार है।