देश भर के 105 शिक्षक RKTSHG पिलर ऑफ द नेशन अवॉर्ड से सम्मानित

RKTSHG News: RKTSHG का मुख्य उद्देश्य शिक्षकों को सशक्त बनाना, उनकी क्षमताओं का विकास करना तथा उपेक्षित शिक्षकों को शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ना है।

Newstrack          -         Network
Published on: 27 April 2025 10:36 PM IST
Teacher Award News
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Teacher Award News (Image From Social Media).

हैदराबाद। शिक्षा और सेवा दोनों को समान महत्व दिया जाना चाहिए। यह संदेश आज डॉ राधाकृष्णन शिक्षक स्वयं सहायता समूह ( RKTSHG ) की ओर से देश भर से चयनित 105 शिक्षकों को सम्मानित करने के लिए आयोजित समारोह के माध्यम से दिया गया। इस अवसर पर समूह के संस्थापक डॉ. अजीत कुमार चौहान ने बताया कि RKTSHG का मुख्य उद्देश्य शिक्षकों को सशक्त बनाना, उनकी क्षमताओं का विकास करना तथा उपेक्षित शिक्षकों को शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ना है। संगठन शिक्षकों के व्यापक विकास के लिए निरंतर प्रयासरत है।

डॉ. राधाकृष्णन शिक्षक स्वयं सहायता समूह (RKTSHG) के तत्वावधान में 'पिलर ऑफ द नेशन अवॉर्ड – 2025' का भव्य आयोजन केंद्रीय हिंदी संस्थान, बापूजी नगर, सिकंदराबाद परिसर में संपन्न हुआ। इस गरिमामय अवसर पर देशभर से चयनित 105 उत्कृष्ट शिक्षकों को सम्मानित किया गया।

'पिलर ऑफ द नेशन अवॉर्ड' के चयन में शिक्षकों की शिक्षण पद्धति, नवाचार क्षमता, विद्यार्थियों पर प्रभाव और उनके समर्पण का गहन मूल्यांकन किया गया। इस पहल का उद्देश्य शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्टता को प्रोत्साहित करना तथा शिक्षकों के योगदान को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाना है।


कार्यक्रम के दौरान RKTSHG के डायरेक्टर भोला सिंह ने एक संवेदनशील पहल की जानकारी साझा करते हुए बताया कि हाल ही में हैदराबाद के कुकटपल्ली स्थित जेनेसिस स्कूल में कार्यरत एक सिंगल पैरेंट शिक्षक का 16 अप्रैल को दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। संगठन ने उनके 17 वर्षीय पुत्र की सहायता हेतु आर्थिक सहयोग प्रदान कर सामाजिक उत्तरदायित्व का परिचय दिया।


समारोह में प्रतिष्ठित शिक्षाविद प्रो. ऋषभदेव शर्मा, लेखक-कवि डॉ. राजीव कुमार सिंह तथा केंद्रीय हिंदी संस्थान, हैदराबाद केंद्र के क्षेत्रीय निदेशक डॉ. गंगाधर वनोडे ने मुख्य अतिथि के रूप में सहभागिता की। साथ ही प्रोग्राम मैनेजर संतोष माने और कोषाध्यक्ष प्रमोद पाल सहित अन्य गणमान्य अतिथि भी उपस्थित रहे। । समूह से जुड़ी अधिक जानकारी के लिए वेबसाइट www.rktshgindia.org पर संपर्क किया जा सकता है।


RKTSHG शिक्षकों का, शिक्षकों के लिए, शिक्षकों के द्वारा समूह से जुड़े शिक्षकों के असामयिक मृत्यु होने पर उनके परिवार को आर्थिक सहायता देने हेतु बनाया गया है।

RKTSHG का लक्ष्य

समूह की ओर से यह सुविधा विशेष रूप से शिक्षकों के लिए है क्योंकि वे दुनिया का सबसे महत्वपूर्ण कार्य करते हैं—आने वाली पीढ़ियों को शिक्षित करना—लेकिन दुर्भाग्यवश उन्हें सबसे कम वेतन मिलता है। यदि किसी शिक्षक की असामयिक मृत्यु हो जाती है, तो उनके बच्चों और परिवार की देखभाल करने वाला कोई नहीं होता। न तो सरकार और न ही स्कूल प्रबंधन के पास उनके परिवार की आर्थिक सहायता के लिए कोई ठोस योजना होती है। परिणामस्वरूप, कई परिवार असहाय होकर जीवन यापन के लिए संघर्ष करते हैं। RKTSHG का उद्देश्य देश भर के सभी शिक्षकों को एकजुट करना है। यदि इस टीम का कोई वैध सदस्य असमय मृत्यु को प्राप्त करता है, तो उसके परिवार को आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी। यह पहल यह सुनिश्चित करती है कि किसी भी शिक्षक का परिवार बेसहारा न रहे और उन्हें सम्मान व सुरक्षा मिल सके।


समूह से जुड़े शिक्षकों को निम्न लाभ मिलते हैं-

1. किसी शिक्षक की असामयिक मृत्यु की स्थिति में उनके नामित व्यक्ति को 20 लाख रुपये तक की वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी, जिससे उनके बच्चों और परिवार को कठिन समय में सहारा मिलेगा और तत्काल जरूरतों को पूरा किया जा सकेगा।

2.शिक्षण-संसाधन प्रदान किया जाता है| ( लगभग सभी बोर्ड के सभी कक्षाओं के प्रश्नपत्र, कार्यपत्रक, ppt आदि तैयार करके दिये जाते हैं | जिससे शिक्षण-संसाधन तैयार करने में लगने वाले अधिक समय के होने वाली पीड़ा को कम करने का यथासंभव प्रयास किया जा सके| )

3. RKTSHG की website पर सरकारी या प्राइवेट विद्यालयों में खाली पदों का विवरण देने का यथासंभव प्रयास किया जाता है | जिसे देखकर अपनी योग्यता अनुसार किसी भी विषय के अध्यापक/ कोआर्डीनेटर/ उपप्रधानाचार्य/प्रधानाचार्य आदि पदों के लिए आवेदन कर सकते हैं |

4. सदस्यों के उपचार में आर्थिक सहायता

5. भविष्य में जरूरत के अनुसार अन्य प्रकार की सुविधा पर भी विचार किया जा सकता है|


कैसे और कितना आर्थिक सहयोग मिलता है?

अध्यापक की मृत्यु होने पर सदस्यों द्वारा दी गई सहयोग राशि का 100% भाग अर्थात पूरी राशि नॉमिनी के खाते में सीधे-सीधे भुगतान कर दी जाएगी। उदाहरण के तौर पर इस समूह में यदि दो लाख सदस्य हैं और वे कम-से-कम दस रूपए भी देते हैं तो कम-से-कम (Rs.2000000) बीस लाख रूपए नॉमिनी के खाते सीधे-सीधे में चली जाएगी |

RKTSHG से कौन जुड़ सकता है ?

RKTSHG सभी शिक्षकों के लिए खुला है। सरकारी या निजी शिक्षण संस्थानों/स्कूलों/कॉलेजों/विश्वविद्यालयों में कार्यरत सभी शिक्षक इसमें शामिल हो सकते हैं।


RKTSHG से कैसे जुड़ें?

RKTSHG से जुड़ने के लिए वेबसाइट https://rktshgindia.org पर जाकर निशुल्क रजिस्ट्रेशन कीजिए | पंजीकरण की अवधि आजीवन होगी।

[ पंजीकरण करने के तुरंत बाद RKTSHG के whatsapp group और टेलीग्राम ग्रुप से अवश्य जुड़ जाए, जिससे समस्त अपडेट और जानकारी आपको वेबसाइट/whatsapp group/टेलीग्राम ग्रुप से मिलती रहेगी |]

पंजीकरण के बाद सदस्य द्वारा किया जाने वाला अनिवार्य कार्य

(1) सुविधा शुल्क केवल ₹100 वार्षिक है। प्रत्येक वर्ष सुविधा शुल्क जमा करना होगा I

(2) किसी पंजीकृत सदस्य की मृत्यु होने पर सभी सदस्यों को एक सहयोग राशि के रूप में कम से

कम दस रुपये नॉमिनी के खाते में डालना होगा |

Helpline

किसी भी जानकारी/समस्या के लिए सुबह 9 बजे से रात 8 बजे तक इस नम्बर पर काल कर सकते हैं- 9030693077

Ramkrishna Vajpei

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Mail ID - [email protected]

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