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'सत्ता को आईना दिखाने वाले अख़बारों पर ताले', डंडे और डर से नहीं चलेगा देश; केंद्र को अल्टीमेटम!
Gujarat : देश न डंडे से चलेगा, न डर से - भारत चलेगा सच और संविधान से।
Gujrat News: प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने गुजरात के प्रमुख अखबार ‘गुजरात समाचार’ के सह-मालिक बाहुबली शांतिलाल शाह को मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तारी के तुरंत बाद उनकी तबीयत बिगड़ गई, जिसके चलते उन्हें जाइडस अस्पताल में भर्ती कराया गया। इस पर राहुल गांधी ने एक बार फिर लोकतंत्र के हनन पर आवाज उठाई है।
सूत्रों के अनुसार, 13 मई की सुबह इनकम टैक्स विभाग ने शाह और उनके भाई श्रेयांस शाह से जुड़े कई ठिकानों पर तलाशी अभियान चलाया था। इसके बाद ईडी की टीम ने कार्रवाई को आगे बढ़ाते हुए कई आवासीय और व्यावसायिक परिसरों पर छापेमारी की। पूछताछ के बाद बाहुबली शाह को अधिकारिक रूप से हिरासत में ले लिया गया।
लोकसभा नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने भी इस एक्शन के खिलाफ उठाई है। उन्होंने ने ट्वीट में लिखा कि गुजरात समाचार को खामोश करने की कोशिश सिर्फ एक अख़बार की नहीं, पूरे लोकतंत्र की आवाज़ दबाने की एक और साज़िश है। जब सत्ता को आईना दिखाने वाले अख़बारों पर ताले लगाए जाते हैं, तब समझ लीजिए लोकतंत्र खतरे में है। बाहुबली शाह की गिरफ्तारी डर की उसी राजनीति का हिस्सा है, जो अब मोदी सरकार की पहचान बन चुकी है। देश न डंडे से चलेगा, न डर से - भारत चलेगा सच और संविधान से।
स्वास्थ्य बिगड़ने पर अस्पताल में भर्ती
गिरफ्तारी के बाद शाह की स्वास्थ्य स्थिति बिगड़ने लगी, जिसके बाद उन्हें वीएस अस्पताल ले जाया गया। लेकिन शाह ने अनुरोध किया कि उन्हें निजी अस्पताल में स्थानांतरित किया जाए। इसके बाद उन्हें अहमदाबाद के जाइडस अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनका इलाज चल रहा है।
कांग्रेस का केंद्र सरकार पर हमला
इस गिरफ्तारी को लेकर गुजरात कांग्रेस अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद शक्तिसिंह गोहिल ने केंद्र सरकार पर मीडिया के दमन का आरोप लगाया है। उन्होंने सोशल मीडिया मंच X (पूर्व ट्विटर) पर लिखा कि सच बोलने की कीमत चुकाना पड़ता है, और यही बीजेपी का असली चेहरा है। ‘गुजरात समाचार’ ने हमेशा सत्ता से सवाल किए हैं – चाहे वह किसी भी दल की सरकार हो। हाल ही में जब अखबार ने भारत-पाकिस्तान विवाद पर सरकार की आलोचना की, तभी से वे निशाने पर आ गए। गोहिल ने यह भी उल्लेख किया कि छापेमारी के दौरान शाह का परिवार मातृशोक से गुजर रहा था, जिससे कार्रवाई की संवेदनहीनता और उजागर होती है। लिखा कि बाहुबली शाह एक वरिष्ठ नागरिक हैं, उन्हें गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं हैं। यह गिरफ्तारी प्रेस की स्वतंत्रता पर हमला है। हर मीडिया हाउस बिकाऊ नहीं होता।
कौन हैं बाहुबली शाह?
बाहुबली शाह और उनके भाई श्रेयांस शाह राज्य के प्रमुख मीडिया समूह ‘गुजरात समाचार पब्लिकेशन्स’ के संयुक्त मालिक हैं। इस समूह की शुरुआत 1932 में हुई थी, और यह वर्षों से गुजरात की प्रमुख आवाज बना हुआ है। बाहुबली शाह 15 से अधिक व्यावसायिक उपक्रमों से भी जुड़े हैं।