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Narendra Modi Birthday: रामराज और हिंदुत्व में अंतर्विरोध खोजना ही सांप्रदायिक खेल
Narendra Modi Birthday: नरेंद्र मोदी का आउटलुक 2007 इंटरव्यू, जिसमें उन्होंने रामराज और हिंदुत्व को गांधी की परिकल्पना का हिस्सा बताया, गुजरात मॉडल, विकास, दंगे और केंद्र सरकार से टकराव पर अपने विचार रखे।
Happy Narendra Modi Birthday Special Ramraj Hindutva PM Modi Interview
Narendra Modi Outlook Interview: गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी भाजपा के ऐसे एकमात्र नेता हैं, जो पार्टी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के हिंदुत्व एजेंडे का सपना साकार कर रहे हैं। महात्मा गांधी के गुजरात में भयावह सांप्रदायिक आग का सहारा लेकर सत्ता का सिंहासन मजबूत कर पाना किसी और के बस की बात नहीं थी। यही कारण है कि गुजरात ही नहीं, पार्टी में भी उनका कोई विकल्प अब तक सामने नहीं आ सका है। संघ, धर्म और अर्थतंत्र के बल पर मोदी ने गुजरात को नए रंग में ढाल दिया है। कुछ विवादों और कुछ अति-स्पष्टवादिता के कारण वे इंटरव्यू बहुत कम देते हैं। फिर भी, पिछले सप्ताह भाजपा कार्यकारिणी की बैठक में भाग लेने लखनऊ आए नरेंद्र मोदी ने आउटलुक साप्ताहिक के विशेष संवाददाता योगेश मिश्र से लंबी बातचीत की। यह अलग बात है कि सत्ता और संगठन के चतुर खिलाड़ी होने के कारण उन्होंने कुछ नाजुक सवालों को पूरी तरह टाल दिया और पूरा जोर अपनी सरकार तथा प्रदेश की सफलताओं पर दिया और अपने हिंदुत्व-केन्द्रित रामराज को ही गांधी की परिकल्पना का हिस्सा बता दिया। यहाँ प्रस्तुत हैं मोदी से टेप-रिकॉर्डेड बातचीत के प्रमुख अंशः
प्रश्न: इस बार अपनी सरकार के चार साल पूरे होने पर आप कैसा महसूस कर रहे हैं?
# मुझे जब गुजरात की जनता ने यह दायित्व दिया था, तब मैंने कहा था कि मेहनत करने में कोई कसर नहीं रखूँगा। दूसरी बात यह कही थी कि हो सकता है गलती हो जाए, लेकिन बुरे इरादे से कोई काम नहीं होगा। अब चार साल बाद गुजरात की जनता बताएगी।
प्रश्न: प्रदर्शन के आधार पर आप अपनी सरकार को दस में से कितने नंबर देंगे?
# अपनी सरकार और अपनी उपलब्धियों पर खुद को नंबर देना पसंद नहीं करूँगा। मुझे खुद का मूल्यांकन नहीं करना चाहिए। यह आप सब मित्रों को करना चाहिए, लेकिन आप करते नहीं हैं।
प्रश्न: आम तौर पर भगवा सरकारों पर आरोप लगता है कि वे विकास को अपने एजेंडे में नहीं रखतीं। आप किस तरह दोनों में संतुलन साधते हैं?
# महात्मा गांधी कहा करते थे कि उन्हें भारत का विकास करना है। लोग पूछते थे कि गांधी क्या करना चाहते हैं? इस पर गांधी कहते थे कि वह रामराज लाना चाहते हैं। उस जमाने में तो देश में सिर्फ हिंदुत्व ही था और वह सबसे विकसित था। इसलिए इन दोनों में अंतर्विरोध खोजकर दंभी, ढोंगी और सांप्रदायिक तत्वों की जमात ने जो खेल खेले हैं, आउटलुक उनसे बाहर निकले।
प्रश्न: गुजरात में औद्योगिक वातावरण बनाने के लिए आपकी प्रशंसा हो रही है।
# गुजरात औद्योगिक विकास में आज देश में नंबर एक है। ग्रामीण रोजगार देने में भी देश में नंबर एक है। पहले गुजरात में चालीस प्रतिशत छात्राएँ बीच में ही पढ़ाई छोड़ देती थीं, लेकिन यह आँकड़ा अब पाँच प्रतिशत रह गया है। कृषि उत्पादन अब 34 हज़ार करोड़ रुपये हो गया है। गुजरात देश का पहला राज्य है, जहाँ बिना रुकावट के तीन फेज़ में 24 घंटे बिजली आती है। गुजरात ऐसा अकेला प्रदेश है, जहाँ ज्योति ग्राम योजना के तहत ग्रामीणों को 24 घंटे बिजली उपलब्ध कराई जा रही है।
प्रश्न: आपके विकास के एजेंडे में सिर्फ उद्योगपति ही हैं या फिर किसान भी हैं?
# गुजरात में जलसंचय का बहुत बड़ा काम हुआ है। इन दिनों किसानों की आय 34 हज़ार करोड़ रुपये है। आंध्र प्रदेश और महाराष्ट्र के साथ-साथ गुजरात में भी बीटी कपास की खेती होती है। लेकिन आंध्र और महाराष्ट्र में इसकी खेती करने वाले किसान आत्महत्या करते हैं, गुजरात में नहीं।
प्रश्न: फिर भी गुजरात की छवि पर लोग सवाल उठाते हैं। वजह क्या है?
# मैं ऐसी बातें करने वालों को जानता हूँ, उनकी विश्वसनीयता से परिचित हूँ और उनके इरादों को भी जानता हूँ। केंद्रीय वित्त मंत्री पी. चिदंबरम हर चार महीने में लोगों को यह कहकर गुमराह करते हैं कि देश की आर्थिक विकास दर आठ प्रतिशत हो गई है, जबकि सच्चाई यह है कि गुजरात ही अकेला ऐसा राज्य है, जहाँ लगातार 10 प्रतिशत विकास दर बनी हुई है। कांग्रेसियों को यह सब क्यों नहीं दिखाई देता? गुजरात के कांग्रेसी नेताओं ने हाल में सोनिया गांधी से मिलकर अपना रोना रोया है कि वे केंद्रीय मंत्रियों को गुजरात की उपलब्धियों का बखान करने से रोकें। जाहिर है कि मैं ऐसा काम कर रहा हूँ जिसकी प्रशंसा मेरे विरोधी भी करते हैं।
प्रश्न: केंद्र की यूपीए सरकार से आप हमेशा टकराव के मूड में ही क्यों रहते हैं?
# इसकी पहल मैं नहीं करता। केंद्र की तरफ से गुजरात का झगड़ा मोदी से है। मैं पूछता हूँ कि गुजरात को इसकी सज़ा क्यों दी जाती है? मुझे जिस तरह चाहो दंडित करो, यदि मैं दोषी हूँ तो मुझे फाँसी पर लटका दो, लेकिन गुजरात को तंग मत करो।
प्रश्न: सरदार सरोवर बाँध आपका ड्रीम प्रोजेक्ट है। इससे बड़े विवाद जुड़े हैं। क्या इसे विवादों से छुटकारा मिलेगा?
# सरदार सरोवर बाँध का काम लगातार आगे बढ़ रहा है। हम 2006 में इसकी ऊँचाई 121.92 मीटर कर देंगे और शीघ्र ही 1,450 मेगावाट बिजली उत्पादन का लक्ष्य भी पूरा कर लेंगे।
प्रश्न: आप भाजपा के कट्टरपंथी नेता माने जाते हैं। क्या आपको नहीं लगता कि भाजपा का खोया जनाधार वापस लाने के लिए पार्टी को आपकी ज़रूरत है?
# मीडिया के मित्रों को इजाजत है कि वे मुझे कट्टरपंथी कहें या कुछ और। लोकतंत्र है, जो चाहे कहें, आनंद लें।
प्रश्न: कहा जाता है आपको भाजपा अध्यक्ष बनाया जा रहा था, लेकिन गुजरात से बाहर निकलना आपको गंवारा नहीं है?
# पता नहीं कहाँ से मेरे दोस्त यह सब बताने आप तक पहुँच जाते हैं, लेकिन मेरे पास नहीं आते।
प्रश्न: आप मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र के पिछले विधानसभा चुनाव में प्रचार के लिए गए थे। उत्तर प्रदेश के आगामी विधानसभा चुनाव में आप अपनी भूमिका कैसे देखते हैं?
# देखिए, मैं मूलतः संगठन का कार्यकर्ता रहा हूँ। सवालों के जवाब संगठन के जो मुखिया होते हैं, वही देते हैं। भाजपा में जिनके पास यह दायित्व है, उनसे सवाल पूछेंगे तो उचित रहेगा।
प्रश्न: भारतीय जनता पार्टी उत्तर प्रदेश के आगामी विधानसभा चुनाव में एक बार फिर हिंदुत्व को जमाना चाह रही है। ऐसे में क्या पार्टी कहेगी तो आप उत्तर प्रदेश आएँगे?
# कौन कहाँ जाएगा और किन मुद्दों का प्रचार करेगा, इसका जवाब वही दे सकता है जिस पर इससे जुड़ी योजनाएँ बनाने की जिम्मेदारी है। वही अधिकृत जानकारी देंगे।
प्रश्न: बीस दिन पहले ही गोधरा दंगा पीड़ितों के पुनर्वास को लेकर गैर-भाजपा दलों के सांसदों ने आपके खिलाफ रिपोर्ट दी है। आपकी क्या राय है?
# मैंने पहले दिन से कहा है कि अगर 1984 को आधार बनाकर भारत सरकार कोई पैकेज बनाना चाहती है तो मेरा आग्रह है कि 1984 से लेकर अब तक जितने भी हादसे हुए हैं, उनके सभी पीड़ितों को इस पैकेज के आधार पर मुआवजा मिलना चाहिए।
प्रश्न: गुजरात में अगले वर्ष होने वाले विधानसभा चुनाव में मुद्दे क्या होंगे?
# चुनाव आएगा तो मुद्दों में सौदे जनता को बताऊँगा।
प्रश्न: आप तो उन नेताओं में शुमार किए जाते हैं जो मुद्दे पहले से तय कर लेते हैं?
# मुद्दे बनाने नहीं पड़ते, बन जाते हैं और ये जनता को बताए जाते हैं। सरकार चलाना निरंतर प्रक्रिया है जनसेवा की। सरकार विकास के काम पर लगी रहती है। मेरा काम है जनता को हिसाब देना।
प्रश्न: क्या आपको नहीं लगता कि भाजपा अपने एजेंडे से भटक गई है?
# (असली सवाल का जवाब दिए बिना) गुजराती एक ग्लोबल कम्युनिटी है। हंसी-मजाक में कहा जा सकता है कि अमेरिका की सेकेंड लैंग्वेज गुजराती ही है। गुजराती विश्व भर में फैले हैं, जिन्होंने गुजरात की उदार छवि बनाई है। यही वजह है कि विश्व भर के लोग गुजरात में निवेश करने आ रहे हैं।
प्रश्न: फिर भी गुजरात की छवि पर लगातार सवाल उठते रहे हैं। गुजरात की बात होती है तो दंगे का भी जिक्र होता है। कभी आपको तकलीफ होती है?
# आप जैसे मित्रों को देखता हूँ तो चिंता बहुत कम रहती है। देखता हूँ और आनंद लेता हूँ।
प्रश्न: गुजरात में एस्सार समूह ने पावर प्लांट को लेकर बिजली महकमे को 1,200 करोड़ रुपये का चूना लगाया है। गुजरात बिजली बोर्ड ने सिफारिश की है कि उसके खिलाफ बिजली चोरी का मुकदमा दायर होना चाहिए। लेकिन सरकारी आशीर्वाद के चलते उसका कुछ नहीं हो पा रहा है। क्या आप कोई कार्रवाई करेंगे?
# यह मामला कोर्ट में है।
प्रश्न: कहा जाता है कि आप एस्सार, अडानी, अंबानी और टोरेंट जैसे कुछ खास उद्योग समूहों को संरक्षण देते हैं, जिसके चलते छोटे और मझोले उद्योगों को आपकी सरकार का अपेक्षित संरक्षण नहीं मिल पाता है। इसकी क्या वजह है?
# आउटलुक का क्या एजेंडा है, मुझे नहीं मालूम। लेकिन मेरे प्रदेश में विरोधी दल ने भी कभी ऐसे आरोप नहीं लगाए हैं। इसलिए आपके पेट में पीड़ा होती हो तो उसकी दवा मेरे पास नहीं है।
प्रश्न: गुजरात के बाद क्या कभी दिल्ली आएँगे?
# लखनऊ से तो मैं सीधे गांधीनगर जाऊँगा। गुजरात में विकास दर तेजी से बढ़ी है, गुजरात आइए, विकास देखिए, प्रगति देखिए। हो सकता है, आप जैसे मीडिया के मित्रों के माध्यम से गुजरात में लागू विकास मॉडल देश के काम आ जाए, देश का भला हो जाए।
(यह साक्षात्कार आउटलुक के 15 जनवरी, 2007 के अंक में प्रकाशित हुआ था।)
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