TRENDING TAGS :
ललितम्मा : जो कहते हैं अब मैं बूढ़ा हो चुका हूं... वो इस महिला की कहानी जरुर पढ़ें
200 मीटर की दौड़ में 72 साल की ललितम्मा ने बाजी मारी। उन्होंने बताया कि वह खुद को फिट रखने के लिए रोज वॉक करती हैं। ललिताम्मा 71 से 80 वर्ष की उम्र वाली सीनियर सिटिजन वॉक में सबसे आगे रहीं।
बेंगलुरु: आपने अक्सर बहुत से लोगों को ऐसी बातें करते सुना होगा कि अब मैं बूढ़ा/बूढ़ी हो चुकी हूं। अब मुझसे कुछ भी नहीं हो सकता है। ऐसे लोगों को 72 साल की ललितम्मा के बारे में जरुर जानना चाहिए।
ललितम्मा 200 मीटर की दौड़ में बाजी मारी है। उन्होंने बताया कि वह खुद को फिट रखने के लिए रोज वॉक करती हैं।
दरअसल विश्व बुजुर्ग दिवस पर गुरुवार को वरिष्ठ नागरिकों के लिए राज्य सरकार ने स्पोर्ट्स मीट का आयोजन कराया। बेंगलुरु के कांतिवारा स्टेडियम में आयोजित इस स्पोर्ट्स मीट में लगभग 250 बुजुर्गों ने भाग लिया।
ये भी पढ़ें...इनसे सीखें: 13 साल के लड़के ने अपनी जिन्दगी दांव पर लगा बचाई महिला की जान
ललितम्मा ने 100 मीटर दौड़ में मारी बाजी
81 साल की सरोजम्मा ने 100 मीटर दौड़ स्पर्धा में पहले स्थान पर रही, तो वहीं 200 मीटर की दौड़ में 72 साल की ललितम्मा ने बाजी मारी। उन्होंने बताया कि वह खुद को फिट रखने के लिए रोज वॉक करती हैं।
ललिताम्मा 71 से 80 वर्ष की उम्र वाली सीनियर सिटिजन वॉक में सबसे आगे रहीं। यहां तक की ललिता के फिनिश लाइन पार करने के बाद दूसरे नंबर पर रहीं प्रतिभागी उनसे 50 मीटर दूर रहीं।
ललितम्मा ने बताया कि वह एक कॉलेज में प्रिंसिपल के पद से रिटायर हुई हैं। वह जब यंग थीं तब उन्होंने लॉन्ग रेस में कई मेडल्स और अवॉर्ड जीते हैं। उन्होंने बताया कि वह रोज कम से कम एक घंटे पैदल चलती हैं। उनकी इसी पैदल चलने की आदत ने उन्हें इस मीट का विजेता बनाया।
ये भी पढ़ें...200 रुपए का उधार चुकाने 22 साल बाद भारत लौटा ये सांसद
ललितम्मा से जब उनके परिवार के बारे में पूछा गया तो उन्होंने बात करने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि उन्हें जब कोई अज्जी कहता है तो उन्हें अच्छा नहीं लगता खासकर जिसे मैं नहीं जानती। लोग उनसे कहते हैं कि इस उम्र में वह इतनी मेहनत क्यों करती हैं तो उन्हें लगता है कि लोग उन्हें हतोत्साहित कर रहे हैं।
81 साल की सरोजम्मा की कहानी भावुक कर देगी
ललितम्मा की तरह की 81 साल की सरोजम्मा ने सौ मीटर की वॉक में विजय हासिल की। उनसे जब वॉक जीतने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, 'मेरी बहू से पूछो जिसने मेरे पैर तोड़कर मुझे लावारिसों की तरह सड़क पर छोड़ दिया और मेरी सारी संपत्ति हड़प ली।' सरोजम्मा ने अपने घुटने में पट्टी बांधकर इस वॉक में हिस्सा लिया।
ये भी पढ़ें...नवजात पोते के लिए 80 साल की दादी ने उठाया ऐसा कदम, बन गई मिसाल
AI Assistant
Online👋 Welcome!
I'm your AI assistant. Feel free to ask me anything!