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Uttarakhand News: उत्तराखंड के यमकेश्वर इलाके में भू-धंसाव, गांव से विस्थापित हुए 32 परिवार
Uttarakhand News: भू धंसाव से करीब 40 परिवार प्रभावित हुए हैं। इनमें से 32 परिवारों को अन्य गांवों में विस्थापित कर दिया गया है। लगभग चार किमी के क्षेत्र में खेत, मकान और सड़क के धंसने से इलाके में सनसनी मच गई है।
Uttarakhand News: भारी बारिश के चलते पौड़ी जिले के यमकेश्वर इलाके के गांव देवराना व ग्राम कसाण में भू धंसाव से सड़क व आवासीय मकानों में दरारें पड़ गई है। जिससे रह रहे परिवारों पर संकट आ गया है। भू धंसाव से करीब 40 परिवार प्रभावित हुए हैं। इनमें से 32 परिवारों को अन्य गांवों में विस्थापित कर दिया गया है। लगभग चार किमी के क्षेत्र में खेत व मकान और सड़क के धंसने से इलाके में सनसनी मच गई है।
प्रशासनिक अमला का कहना है कि सोमवार को खान अधिकारी धंसाव के कारणों की वास्तविक स्थिति का पता लगाएंगे। सूत्रों के मुताबिक पौड़ी जिले के यमकेश्वर ब्लॉक के डांडामंडल क्षेत्र के देवराना में मूसलाधार बारिश के कारण कई मकानों में करीब दो फीट चौड़ी दरारें आ गई हैं और कई मकान पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए हैं। ग्रामीणों ने गांव के विस्थापन की मांग की है।
स्थानीय ग्रामीण राजेंद्र डोबरियाल ने कहा कि “दरारों से गांव का मोटर मार्ग बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया है, जिस वजह से गांव का ऋषिकेश बाजार और ब्लॉक मुख्यालय यमकेश्वर से संपर्क टूट गया है। गांव के ऊपरी और निचले हिस्से में जमीन डूब रही है, जिससे ग्रामीणों में दहशत है। और ये दरारें तीन किलोमीटर के क्षेत्र में फैल गई हैं।
स्थानीय निवासी रूपेंद्र सिंह का घर बुरी तरह से प्रभावित हो गया है। भूस्खलन से मकान के पीछे की पहाड़ी लगातार गिर रही है, जिससे चारों तरफ बड़ी-बड़ी दरारें आ गई हैं। दरअसल वर्ष 2007 में बादल फटने के बाद एक ही परिवार के चार लोग मलबे में दब गए थे, लेकिन तब से वे विस्थापित नहीं हुए हैं। उधर, पौड़ी जिले के यमकेश्वर तहसील के देवराना गांव में मूसलाधार बारिश के कारण कई मकानों में दरारें आने व ग्रामीणों की चिंता को देखते हुए प्रशासन के अधिकारी गांव में डेरा डाले हुए हैं।
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