बिहार में जल्द बनेगा राष्ट्रीय डॉल्फिन अनुसंधान केंद्र : सुशील मोदी

sudhanshu
Published on: 5 Oct 2018 8:11 PM IST
बिहार में जल्द बनेगा राष्ट्रीय डॉल्फिन अनुसंधान केंद्र : सुशील मोदी
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पटना: बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने शुक्रवार को कहा कि पटना में 28 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले राष्ट्रीय डॉल्फिन अनुसंधान केंद्र का निर्माण कार्य जल्द ही शुरू होगा। उन्होंने कहा कि पटना विश्वविद्यालय परिसर में दो एकड़ भूखंड पर बनने वाले इस केंद्र का शिलान्यास मुख्यमंत्री नीतीश कुमार करेंगे। राष्ट्रीय डॉल्फिन दिवस के मौके पर संजय गांधी जैविक उद्यान में आयोजित कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री ने कहा कि डॉल्फिनों की संख्या और उपलब्धता की जानकारी के लिए चौसा से साहेबगंज तक सर्वे का काम 42़ 728 लाख रुपये की लागत से तीन प्रतिष्ठित विशेषज्ञ संस्थानों द्वारा इसी साल 15 नवंबर से 15 दिसंबर के बीच कराया जाएगा।

उन्होंने कहा कि मुंगेर में एक 'ऑब्जरबेटरी' का निर्माण कराया जा रहा है, जहां से डॉल्फिनों को देखा जा सकेगा। गंगा नदी में जाकर डॉल्फिन देखने की व्यवस्था जल्द कराई जाएगी।

मोदी ने कहा, "10 लाख रुपये की लागत से डॉल्फिन पर फिल्म भी बनाया जा रहा है तथा डॉल्फिनों को बचाने वाले लोगों को पुरस्कृत करने के लिए प्रतिरक्षण सह प्रोत्साहन कार्यक्रम चलाया जा रहा है। पिछले एक वर्ष में डॉल्फिनों के मारे जाने की कोई भी घटना सामने नहीं आई है।" उन्होंने लोगों से डॉल्फिन को बचाने की अपील की।

बिहार में वन्यप्राणी आश्रयणियों की चर्चा करते हुए वन एवं पर्यावरण मंत्री मोदी ने कहा कि बिहार में प्राकृतिक वनों का लगभग 50 प्रतिशत हिस्सा वन्य प्राणी आश्रयणियों के रूप में संरक्षित है।

उन्होंने कहा, "वाल्मीकी ब्याघ्र परियोजना क्षेत्र के विकास के लिए प्रतिवर्ष लगभग 15 करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं। वहां वर्ष 2007 में आठ से 10 बाघ थे, जो वर्ष 2018 में बढ़कर 35 से अधिक हो गए हैं।"

मुख्यमंत्री ने परियोजना क्षेत्र में पर्यटकीय सुविधाएं उपलब्ध करा देने का दावा करते हुए कहा कि अब लोग वहां जाकर बाघ देख सकते हैं।

--आईएएनएस

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