अखलाक परिवार पर केस के लिए ग्रामीणों का अल्टीमेटम, पंचायत की तैयारी

Newstrack
Published on: 3 Jun 2016 10:21 PM IST
अखलाक परिवार पर केस के लिए ग्रामीणों का अल्टीमेटम, पंचायत की तैयारी
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नोएडा: बिसाहड़ा कांड मामले में अकलाख के परिवार पर गोहत्या की रिपोर्ट दर्ज कराने की मांग जोर पकड़ रही है। बिसाहड़ा गांव में शुक्रवार को पंचायत हुई। इसमें ग्रामीणों ने हुंकार भरी। शिव मंदिर पर हुई पंचायत में गांव के दर्जनों लोग मौजूद रहे।

पंचायत में फैसला लिया गया कि अगर रविवार तक पुलिस अखलाक के परिजनों के खिलाफ गोहत्या का मामला दर्ज नहीं करती है, तो सोमवार को ग्रामीण दादरी में जीटी रोड जाम कर देंगे। साथ ही एनटीपीसी में कोयला लेकर आने वाली ट्रेन भी रोकेंगे।

इसके साथ ही ग्रामीणों ने साठा चौरासी महापंचायत को सफल बनाने के लिए योजना बनानी भी शुरू कर दी है। हरियाणा और राजस्थान के ठाकुरों सहित 144 गांवों के ठाकुरों को महापंचायत के लिए न्योता भेजा जाएगा। बिसाहड़ा गांव के रहने वाले संजय राणा ने लोगों से कहा कि गांव का एक प्रतिनिधिमंडल बना कर साठा चौरासी के गांवों में संपर्क किया जा रहा है।

पहले भी करना चाहते थे पंचायत

अपनी मांगों के समर्थन में बिसाहड़ा के ग्रामीणों ने दो महीने पहले भी साठा चौरासी पंचायत की तैयारी की थी। इसके तहत दस अप्रैल को महापंचायत होनी थी। पंचायत की सूचना मिलते ही प्रशासन हरकत में आ गया था। डीएम ने ग्रामीणों से बात कर पंचायत न करने की अपील की थी और उनकी मांग को मानने का आश्वासन दिया था। जिसके बाद गांव के लोगों ने पंचायत को निरस्त कर दिया था। अब मामला साठा चौरासी की पंचायत से काफी बड़ा है। हरियाणा व राजस्थान में ठाकुरों के सैकड़ों गांव हैं। ऐसे में अगर महापंचायत व आंदोलन होता है तो सरकार व प्रशासन की मुश्किल बढ़ सकती है।

क्या है साठा चौरासी?

साठा चौरासी में ठाकुरों के 144 गांव हैं। इसमें गहलोत गोत्र के 60 और तोमर गोत्र के 84 गांव हैं। इस कारण इन गांवों को संगठित रूप से साठा चौरासी कहा जाता है। इसमें लगभग एक लाख लोग रहते हैं।

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