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आम्रपाली बिल्डर के निदेशकों ने DM को सौंपे पासपोर्ट, कहा- नहीं भागेंगे विदेश
नोएडा: जेपी बिल्डर के दिवालिया घोषित होने की खबर के बाद से निवेशकों की नींद उड़ी हुई है। जिसके चलते जहां एक तरफ जेपी बिल्डर के निवेशक सड़कों पर उतरकर न्याय की मांग कर रहे हैं। वहीं, दूरी तरफ अब अम्रपाली बिल्डर कंपनी में निवेश करने वाले निवेशक भी उसके सेक्टर- 62 स्थित दफ्तर के बाहर धरने पर बैठ गए हैं।
निवेशकों की मानें, तो उसे अब आम्रपाली बिल्डर कंपनी पर भरोसा नहीं है। निवेशकों की बैचेनी को देखते हुए आम्रपाली बिल्डर कंपनी के सीएमडी अनिल शर्मा, अजय कुमार और शिवप्रिया ने पना पासपोर्ट जिला अधिकारी गौतमबुद्ध नगर को सौंप दिया है। जिसके बाद जिला प्रशासन ने निवेशकों को भरोसा दिलाया कि ये लोग विदेश नहीं भागेंगे।
सभी को मिलेगा मकान
जिला प्रशासन ने निवेशकों को भरोसा दिया है कि कंपनी की जो भी देनदारी है उसको पूरा किया जाएगा। इसके अलावा तमाम वित्तीय स्थिति, परियोजना व बैकअप प्लान की पूरी जानकारी आम्रपाली के निदेशकों ने जिला अधिकारी को दी। आम्रपाली ने भरोसा दिलाया कि जिनका पैसा परियोजनाओं में लगा है उन सभी मकान मिलेगा।
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प्राधिकरण की डिफाल्टर सूची में है शामिल
आम्रपाली बिल्डर कंपनी को पिछले दिनों नोएडा और ग्रेटर नोएडा प्रधिकरण ने डिफाल्टर सूची में डाल दिया था। दोनों प्रधिकरण द्वारा जो सूची सार्वजानिक की गई है उसके मुताबिक अम्रपाली पर प्रधिकरण का करीब 1,300 करोड़ रुपए का बकाया है। वहीं, अम्रपाली बिल्डर कंपनी के सेक्टर- 62 स्थित कॉरपोरेट ऑफिस के एक टावर की नीलामी 18 अगस्त को होनी है। ये नीलामी कार्पोरेशन बैंक इसलिए करेगा क्योंकि बैंक का कंपनी पर बकाया है। जो जमा नहीं किया गया है। ऐसे में बिल्डिंग नीलाम होना और परियोजना समय पर पूरे ना होने से निवेशकों की चिंता काफी बढ़ी हुई है। फिलहाल जिला प्रशासन के यहां पासपोर्ट जमा होने से निवेशक कुछ राहत की सांस जरूर ले सकते हैं।
24 घंटे से आम्रपाली की कॉरपोरेट ऑफिस पर प्रदर्शन जारी
सेक्टर- 62 में आम्रपाली कार्यालय के बाहर रविवार (13 अगस्त) को ग्रेनो वेस्ट में एक आवासीय परियोजना अम्रपाली ड्रीम वैली के खरीदारों ने विरोध प्रदर्शन किया। वह कंपनी के बाहर धरने पर बैठ गए। निवेशकों ने स्पष्ट कहा, कि जब तक उनका पैसा नहीं मिलता, वह घर नहीं जाएंगे। विरोध दो दिन से जारी है। वह लगातार यहां बैठे हुए हैं।
जब तक पैसा नहीं मिल जाता, हम नहीं हटेंगे
निवेशकों ने बताया, कि 'बिल्डर ने 2009 में टेक क्षेत्र में 47 टावरों के साथ अम्रपाली ग्रीन वैली लॉन्च की थी। यहां 12,000 फ्लैटों का निर्माण करना था। जिनमें 8,000 पहले ही बिक चुके हैं। लेकिन अभी तक इनके हाथ कुछ नहीं आया। निवेशकों को न तो मकान मिले और न ही पैसे। ऊपर से आम्रपाली के ऑफिस की निलामी ने झकझोर दिया है। लिहाजा, जब तक पैसा नहीं मिल जाता हम यहां से नहीं हटेंगे।
इस मौके पर निवेशक विकास जैन ने कहा, 'हम यहां तब तक बैठने के लिए तैयार हैं जब तक कि डेवलपर हमारे पैसे वापस नहीं देता। हमने हमारे परिवार के सदस्यों को भी बताया है कि हम पैसे के साथ वापस आएंगे।'
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