बड़ी खबर : बसपा ने जोन से लेकर मंडल स्तर तक कमेटियां की भंग, नए सिरे से खड़ा होगा संगठन

Rishi
Published on: 19 April 2017 8:18 PM IST
बड़ी खबर : बसपा ने जोन से लेकर मंडल स्तर तक कमेटियां की भंग, नए सिरे से खड़ा होगा संगठन
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लखनऊ : विधानसभा चुनाव में हार के बाद बसपा ने जिले से लेकर जोन स्तर तक की सभी कमेटियां भंग कर दी हैं। हालां​कि इससे बूथ स्तर तक की कमेटियों को बाहर रखा गया है। पार्टी मुखिया अब नये सिरे से संगठन कर गठन करने की तैयारी मे हैं। बैठक के पहले संगठन में फेरबदल की आशंका जताई जा रही थी।

पार्टी ने अधिकृत तौर पर इसकी जानकारी नहीं दी है। पर सूत्रों के मुताबिक पार्टी ने जोन कोआर्डिनेटर, मंडल, जिला व भाईचारा कमेटियां भंग कर दी हैं। बैठक में मायावती ने यूपी और उत्तराखंड के पार्टी पदाधिकारियों को सर्वसमाज को पार्टी से जोड़ने का निर्देश दिया है। माना जा रहा है कि कि पार्टी एक बार फिर सर्व समाज के एजेंडे को धार देने में जुट गयी है।

नेताओं के पार्टी छोड़ने से भाईचारा कमेटियों हुईं प्रभावित

सूत्रों के मुताबिक विधानसभा चुनाव के ऐन पहले पार्टी के कई दिग्गज नेताओं ने एकाएक मायावती का साथ छोड़ दिया। इससे उन नेताओं के सजातीय वोटरों की रहनुमाई करने वाली भाईचारा कमेटियों का काम प्रभावित हुआ। बीते चुनाव में इसका असर भी दिखा। बसपा मात्र 19 सीटों पर सिमटकर रह गयी। चुनाव में हार की समीक्षा के दौरान इन भाईचारा कमेटियों को और मजबूत करने पर जोर दिया गया।

लोकसभा चुनाव के बाद बूथ स्तर तक भंग की गई थी कमेटियां

लोकसभा चुनाव के बाद बसपा ने बूथ स्तर तक की कमेटियां भंग कर जोनल व्यवस्था में बदलाव किया था। उस समय तय किया गया था कि अब सिर्फ दो मंडल को मिलाकर एक जोन होगा। राज्य में 18 मंडल है, इसलिए कुल नौ जोन बनाए गएं। हर जोन के एक से अधिक जोनल कोआर्डिनेटर बनाए गए थे। उन्हें ही कमेटियां गठित करने की जिम्मेदारी सौंपी गयी।

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आशीष शर्मा ऋषि वेब और न्यूज चैनल के मंझे हुए पत्रकार हैं। आशीष को 13 साल का अनुभव है। ऋषि ने टोटल टीवी से अपनी पत्रकारीय पारी की शुरुआत की। इसके बाद वे साधना टीवी, टीवी 100 जैसे टीवी संस्थानों में रहे। इसके बाद वे न्यूज़ पोर्टल पर्दाफाश, द न्यूज़ में स्टेट हेड के पद पर कार्यरत थे। निर्मल बाबा, राधे मां और गोपाल कांडा पर की गई इनकी स्टोरीज ने काफी चर्चा बटोरी। यूपी में बसपा सरकार के दौरान हुए पैकफेड, ओटी घोटाला को ब्रेक कर चुके हैं। अफ़्रीकी खूनी हीरों से जुडी बड़ी खबर भी आम आदमी के सामने लाए हैं। यूपी की जेलों में चलने वाले माफिया गिरोहों पर की गयी उनकी ख़बर को काफी सराहा गया। कापी एडिटिंग और रिपोर्टिंग में दक्ष ऋषि अपनी विशेष शैली के लिए जाने जाते हैं।

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