US वीजा: ट्रंप प्रशासन की सख्ती से पाक को झटका, भारत पर दिखी मेहरबानी

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By aman
Published on: 29 May 2017 9:03 PM IST
US वीजा: ट्रंप प्रशासन की सख्ती से पाक को झटका, भारत पर दिखी मेहरबानी
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US वीजा: ट्रंप प्रशासन की सख्ती से पाक को झटका, भारत पर दिखी मेहरबानी

इस्लामाबाद: ट्रंप सरकार की ओर से वीजा मामले पर पाकिस्तान को बड़ा झटका लगा है। वहीं, भारत पर मेहरबानी दिखी है। अमेरिकी राष्ट्रपति की यात्रा प्रतिबंध वाले देशों की सूची में पाकिस्तान का नाम नहीं होने के बावजूद पाक नागरिकों को मंजूर अमेरिकी वीजा की संख्या में 40 प्रतिशत की कमी आई है।

खास बात यह है, कि भारतीयों के गैर आव्रजन अमेरिकी वीजा की संख्या में इस साल मार्च और अप्रैल में पिछले साल मासिक औसत की तुलना में 28 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है।

भारतीयों को अधिक अमेरिकी वीजा मिले

पाक मीडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिकी विदेश विभाग के हाल ही में जारी डाटा में कहा गया है कि पिछले साल के मासिक औसत की तुलना में इस साल मार्च और अप्रैल में भारतीयों को अधिक अमेरिकी वीजा मिले। जबकि, इस साल अप्रैल में पाकिस्तानियों को 3,925 और मार्च में 3,973 गैर अप्रवासी वीजा जारी किए गए। पिछले साल ओबामा प्रशासन ने मासिक औसत 6,553 के हिसाब से पाकिस्तानियों को कुल 78,637 वीजा जारी किए थे। डाटा के मुताबिक, अमेरिका ने इस साल अप्रैल में 87,049 और अप्रैल में 97,925 भारतीय नागरिकों को गैर अप्रवासी वीजा प्रदान किया। पिछले साल भारतीयों को औसतन हर महीने 72,082 और कुल 864,987 अमेरिकी वीजा मिले थे।

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वीजा की मांग पूरे वर्ष एक समान नहीं होती

अमेरिकी विदेश विभाग इस साल मार्च से पहले तक वीजा संबंधी आंकड़े वार्षिक तौर पर जारी करता था, महीनेवार नहीं। अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता ने 'द न्यूज इंटरनेशनल' को बताया कि 'वीजा की मांग पूरे वर्ष में एक समान नहीं होती है। यह विभिन्न स्थानीय और अंतरराष्ट्रीय कारणों से प्रभावित होता है। सैर-सपाटे के मौसम के दौरान मांग चरम पर रहती है।'

मुस्लिम बहुल देशों को कम मिला वीजा

रिपोर्ट के मुताबिक, मुस्लिम बहुल देशों में पाकिस्तान अकेला नहीं है जिसके नागरिकों के अमेरिकी वीजा में कमी आई है। 50 मुस्लिम बहुल देशों के मामले के विश्लेषण से पता चलता है कि उनके नागरिकों के अमेरिकी वीजा में पिछले साल के मासिक औसत की तुलना में अप्रैल में 20 फीसद की कमी आई है।

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अमन कुमार - बिहार से हूं। दिल्ली में पत्रकारिता की पढ़ाई और आकशवाणी से शुरू हुआ सफर जारी है। राजनीति, अर्थव्यवस्था और कोर्ट की ख़बरों में बेहद रुचि। दिल्ली के रास्ते लखनऊ में कदम आज भी बढ़ रहे। बिहार, यूपी, दिल्ली, हरियाणा सहित कई राज्यों के लिए डेस्क का अनुभव। प्रिंट, रेडियो, इलेक्ट्रॉनिक और डिजिटल मीडिया चारों प्लेटफॉर्म पर काम। फिल्म और फीचर लेखन के साथ फोटोग्राफी का शौक।

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