TRENDING TAGS :
तो क्या इस IAS अफसर की लापरवाही से जुदा हुईं मासूमों की सांसे
लखनऊ: यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ जहां अपनी कर्मभूमि गोरखपुर के बाबा राघवदास (बीआरडी) मेडिकल कॉलेज में हुई 60 से ज्यादा मासूम बच्चों की मौत पर मीडिया को सलाह दे रहे हैं कि मीडिया सही तथ्य पेश कर जनता के सामने सच्चाई पेश करे। वहीं उनकी सरकार की ही एक काबिल आईएएस अफसर का कारनामा उजागर हुआ है। ऑक्सीजन की कमी से जहां मासूमों की सांसे थम गईं। वहीं सीएम योगी और उनके मंत्री अफसरों और दोषियों पर कार्रवाई करने के बजाए मौत के आंकड़ों और कारणों के झोल में उलझे हैं।
यह भी पढ़ें ... गोरखपुर हॉस्पिटल ट्रेजेडी पर बोले योगी, तथ्यों को सही ढंग से रखे मीडिया
महिला आईएएस अफसर की बड़ी लापरवाही
इसी साल 8 फरवरी को यानी यूपी में योगी सरकार बनने से पहले महानिदेशक चिकित्सा शिक्षा एवं प्रशिक्षण ने अपर मुख्य सचिव चिकित्सा शिक्षा डॉ.अनीता भटनागर जैन से बीआरडी मेडिकल कॉलेज, गोरखपुर में गैस पाइपलाइन के उच्चीकरण के लिए करीब 5 करोड़ रुपए का पेमेंट अप्रूव किए जाने के संबंध में लेटर लिखा था। जिसका अप्रूवल आईएएस अनीता भटनागर ने आज तक नहीं किया और सीएम योगी की सरकर बने अब 5 महीने से भी ज्यादा हो चुके हैं। ऐसे में यह कहना गलत नहीं होगा कि आईएएस अनीता भटनागर की बड़ी लापरवाही का ही नतीजा है कि असमय काल के गाल में कई मासूमों की सांसे समा गईं।
यह भी पढ़ें ... ऑक्सीजन की कमी से मौतें नहीं, बच्चों की बंद सांसों पर सरकार की सफाई
सूत्रों के मुताबिक, सीएम बनने के बाद से ही योगी आदित्यनाथ चाहते थे कि अनीता भटनागर को उनके पद से हटा दिया जाए लेकिन किसी कारणवश ऐसा नहीं हो सका।
यही नहीं शनिवार (12 अगस्त) को सीएम और मंत्री इस घटना को लेकर कड़ी कार्रवाई होना सुनिश्चित करने की बात कर रहे थे। वहीं अपर मुख्य सचिव चिकित्सा शिक्षा डॉ.अनीता भटनागर जैन के ऑफिस पर ताला लटका मिला। आईएएस अनीता भटनागर का पूरा स्टाफ छुट्टी मना रहा था। इससे उनकी एक और लापरवाही से पर्दा उठ गया। ऐसे में योगी सरकार गोरखपुर में घटी इस दर्दनाक घटना को लेकर तरह-तरह के उटपटांग बयान देकर अपना दामन पाक साफ़ करने पर जुटी है।
यह भी पढ़ें .... BRD मेडिकल कॉलेज: कमीशन के खेल में गई 60 मासूमों की जान!
AI Assistant
Online👋 Welcome!
I'm your AI assistant. Feel free to ask me anything!