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डॉ कफील ने लगाया सांसद पर आरोप, पासवान बोले- ये बदनाम करने की साजिश
गोरखपुर: गोरखपुर बीआरडी कांड के आरोपी डा. कफील ने सांसद कमलेश पासवान पर भाई पर हमला करने का आरोप लगाया है। इनके आरोपों पर बांसगांव के सांसद कमलेश पासवान ने रविवार को सफाई दी है। उन्होंने कहा है कि उनके द्वारा लगाए गए सभी आरोप झूठे हैं। वे किसी भी तरह की जांच के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा कि डा. कफील शुरू से ही विवादित व्यक्ति रहे हैं। उनका डा. कफील और उनके परिवार से किसी भी तरह का वास्ता नहीं है। उन्होंने सीबीआई जांच की बात कही है। मैं किसी भी तरह की जांच के लिए तैयार हूं।
डॉ कफील का पूरा परिवार विवादित
गोरखपुर के बांसगांव सांसद कमलेश पासवान ने डा. कफील की रविवार को लखनऊ में हुई प्रेस कांफ्रेस के ठीक बाद गोरखपुर में ये बयान दिया। उन्होंने कहा कि डा. कफील ने जो आरोप लगाए हैं वो पूरी तरह से निराधार हैं। किसी भी राजनीतिक व्यक्ति के ऊपर आरोप लगा देना और लाइमलाइट में रहना ये पिछले कई महीनों से देख रहा हूं। डा. कफील का पूरा परिवार विवादित रहा है। बीआरडी मेडिकल कालेज में गैस कांड में दर्जनों बच्चों की मौत के आरोप में वे 7 माह की जेल काटकर बाहर आए हैं। उनका भाई कासिफ जमीनों को कब्जा करने के मामले में दर्जनों मुकदमों में वांछित हैं। 8 से 10 जमीनों पर मुकदमें चल रहे हैं।
फर्जी मुकदमे में फंसाना इनके लिए खेल
सांसद ने कहा कि सपा की सरकार में डा. कफील, कासिफ और तीनों भाई के खिलाफ मुकदमें दर्ज कराए गए थे। इसके पहले भी कासिफ ने अपने पैर पर गोली मारकर 60 साल की महिला और 55 साल के आदमी को 307 के फर्जी मुकदमें में फंसाने का काम किया। कमलेश ने कहा कि डा. कफील रेप के मामले में तिहाड़ जेल में बंद रहे। उसके मेडिकल के सर्टिफिकेट में दूसरे नाम को लेकर मुकदमा चल रहा है। इसके पहले भी उन्होंने आरोप लगाया तो मैंने कुछ नहीं कहा। उन्हें लगा कि राजनीति में आने की वजह से उन्होंने ये आरोप लगाए। लेकिन, 307 का आरोप लगा देना किसी के लिए भी जीने-मरने की बात होती है। इस पर मैंने विचार किया कि मुझे इस पर सामने आना चाहिए।
राजनीतिक व्यक्ति पर आरोप लगाने वाला लाइमलाइट में रहता है। राहुल गांधी की चिट्ठी मिलने के बाद से उन्हें लगा कि मुझे टारगेट किया जा सकता है। यू-ट्यूब पर मैं उनका बयान पढ़ रहा था। उन्होंने जो कहा कि मुख्यमंत्री और कमलेश पासवान में पटती नहीं है। मुख्यमंत्री शहर में थे कि फंस जाएंगे। ये उनका दिवालियापन नहीं तो और क्या है। उनका भाई जिंदगी और मौत से जूझ रहा है और वो टाई और सूट-बूट में जाकर प्रेस कांफ्रेस करता है। ये क्या साबित करता है। मुझे और मेरे राजनीतिक करियर को नुकसान करने के लिए किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि बहुत जल्द इस केस का पर्दाफाश होना चाहिए।
कफील पर होगा मानहानि का केस
सांसद पासवान ने कहा कि बहुत जल्द कफील पर मानहानि का केस करूंगा। मेरा और मेरे दोस्त का हाथ नहीं है। उन्होंने कहा कि राजनीतिक विपक्षी पार्टिर्यों की शह पर चुनाव के पहले ये सब किया जा रहा है। दोस्त होने के नाते किसी को फंसा दिया जाए ये गलत है। ये जांच का विषय है। दो-तीन दिन के बाद मामले का खुलासा होने के बाद वो मानहानि का दावा करेंगे। असदउल्ला उनके चाचा हैं और उनसे उनकी पटती नहीं है, तो वो क्यों इस मामले में उनकी ओर से लड़ रहे हैं। इनके किसी भी रिश्तेदार से इनकी पटती नहीं है। उस जमीन पर कब्जा करके वो क्यों लड़ रहे हैं।
कफील के भाई खतरे से बाहर
सांसद ने कहा कि मेरा नाम क्यों घसीटा जा रहा है। जब दीवार गिरवाने में मेरा नाम आया तब मैं मुख्यमंत्री से मिला था। आज संगीन धाराओं में मेरा नाम लिया गया। 5 दिन बाद वो मेरा नाम क्यों ले रहा है। वह खुद चलकर कैसे अस्पताल पहुंच गया। गोरखपुर पुलिस इसका जल्द खुलासा करेंगी। इसकी सीबीआई जांच की वे मांग नहीं करेंगे। गौरतलब है कि डा. कफील के भाई को 10-11 अगस्त की रात को गोरखपुर के कोतवाली थाना क्षेत्र के जेपी अस्पताल के पास वाली गली में अज्ञात हमलावरों ने तीन गोली मारकर सनसनी फैला दी थी। हालांकि अभी वे लखनऊ में इलाज करा रहे हैं और खतरे से बाहर हैं।
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