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मायावती एक्शन: मोदी को गब्बर सिंह- राहुल गांधी को विदेशी बताने वाले जयप्रकाश बसपा से बाहर
लखनऊ: बसपा सुप्रीमो मायावती ने पीएम नरेन्द्र मोदी को गब्बर सिंह और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को के बारे में अनर्गल बयानबाजी करने वाले जयप्रकाश सिंह को पहले राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और नेशनल कोआर्डिनेटर के पद से हटाया था। अब उन्हें पार्टी से भी निकाल दिया है। शनिवार को पार्टी की अखिल भारतीय बैठक को संबोधित करते हुए मायावती ने यह ऐलान किया।
लांछन, छींटाकशी व विद्वेष का पार्टी में कोई स्थान नहीं
बैठक में उन्होंने कहा कि बसपा में परिवारवाद, जातिवाद, साम्प्रदायिकता के साथ व्यक्तिगत स्वार्थ, लांछन, छींटाकशी व विद्वेष का कोई स्थान नहीं है। पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने ऐसी अनुशासनहीनता को ना तो पहले कभी बर्दाश्त किया है और ना ही आगे कभी इसे सहन किया जाएगा। ख़ासकर ऐसे मामलों में बसपा को सत्ताधारी बीजेपी पार्टी कतई नहीं बनने देना है जो सत्ता की लालच व अहंकार में आकर मर्यादाओं की हर सीमा को लांघने में लगी हुई है।
चुनावी गठबंधन के संबंध में सर्वाधिकार हाईकमान के पास सुरक्षित
मायावती ने एक बार फिर साफ कहा है कि किसी भी तरह के राजनीतिक फैसले का ऐलान बसपा नेतृत्व की तरफ से होगा। इस सम्बंध में किसी भी स्तर के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं को किसी भी प्रकार की टिप्पणी पार्टी हित के विरूद्ध व अनुशासनहीनता मानी जाएगी, जो पार्टी कभी भी गवारा नहीं करेगी अर्थात चुनावी गठबंधन या समझौता के सम्बंध में सर्वाधिकार पार्टी हाईकमान के पास सुरक्षित है, जिसका सम्मान आवश्यक है। मायावती ने कहा कि यूपी में लोकसभा व विधानसभा के चुनाव के दौरान पार्टी के लोगों को खून के घूंट पी कर रहना पड़ा था।
नेता खुद गंवाते हैं इज्जत
बसपा मुखिया ने कहा कि बसपा एक अनुशासन-प्रिय पार्टी है। विरोधी भी पार्टी व उसके नेतृत्व के बारे में कुछ भी बोलने के पहले कई बार सोचते हैं। अगर कोई नेता अपनी सीमा लांघता है, तो वह जनता की नजर में अपनी इज़्ज़त ख़ुद गवाँता है। बीजेपी नेताओं द्वारा बार—बार पार्टी को उत्तेजित करने का प्रयास किया जाता है। पर पार्टी ने संयम बरतते हुए लक्ष्य की ओर बढ़ते रहने का प्रयास किया है।
संयम व धैर्य न खोएं कार्यकर्ता
पूर्व सीएम ने कहा कि ऐसे ख़राब माहौल में भी पार्टी के शीर्ष नेतृत्व की तरह सभी छोटे-बड़े पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं को अपना संयम व धैर्य कभी नहीं खोना है। पार्टी अनुशासन से अपने आपको बांधे रखना है। पार्टी की प्रतिष्ठा व सफलता की यह कुंजी है। हमें सेना की तरह अनुशासन से बंधे रहना है, जो पार्टी की असली पहचान है।
बसपा कैडर बेस पार्टी
मायावती ने कहा कि बसपा एक कैडर-आधारित पार्टी है। कैडर जनसभाओं की तरह खुले में नहीं बल्कि बन्द जगह पर आयोजित की जाती है क्योंकि कैडर में पार्टी की नीतियों व सिद्धान्तों को सामने रखकर विचारों के बल पर सर्वसमाज को जोड़ने का काम किया जाता है। पार्टी के कार्यक्रमों के आयोजनों पर बड़े-बड़े पूँजीपतियों व धन्नासेठों की पार्टी बीजेपी आदि की तरह पानी की तरह धन खर्च नहीं कर सकती है।
गठबंधन से भाजपा परेशान
भाजपा को सत्ता से दूर रखने के लिए गठबंधन पर अमल किया जा रहा है। कर्नाटक में इसके अच्छे परिणाम निकले हैं। हरियाणा में भी बीएसपी-इण्डियन नेशनल लोकदल गठबंधन तेजी से अपनी राजनीतिक पैठ बना रहा है। इससे भाजपा परेशान है।
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