लखनऊ में हजारों मुसलमानों ने वक्फ संशोधन कानून का किया समर्थन: इंद्रेश कुमार बोले-इस कानून से बिल्कुल डरने की जरूरत नही

कार्यक्रम के मुख्य वक्ता डॉ. इंद्रेश कुमार ने कहा कि भारत वह देश है जहाँ हर धर्म, जाति और समुदाय को समान भाव से देखा जाता है।

Virat Sharma
Published on: 21 April 2025 9:13 PM IST
Lucknow News
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Lucknow News: Photo-Social Media

Uttar Pradesh News: मुस्लिम राष्ट्रीय मंच उत्तर प्रदेश (मध्य क्षेत्र) की कार्यकर्ता बैठक सोमवार को राजधानी लखनऊ के प्रेस क्लब में संपन्न हुई। बैठक का आयोजन क्षेत्रीय संयोजक डॉ. शौकत और क्षेत्रीय संगठन संयोजक आलोक चतुर्वेदी के नेतृत्व में किया गया। इस अवसर पर मंच के मार्गदर्शक डॉ. इंद्रेश कुमार मुख्य अतिथि और मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित रहे। उन्होंने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए मंच के उद्देश्यों, सामाजिक समरसता और इंसानियत की सेवा पर जोर दिया। कार्यक्रम की शुरुआत जनाब मोहम्मद अबरार द्वारा की गई कुरआन पाक की तिलावत से हुई, इसके पश्चात ठाकुर राजा रईस ने मंच की दुआ पढ़ी।

यह मंच न केवल सामाजिक एकता का प्रतीक है, बल्कि इंसानियत की सेवा का मंच है: रजा रिजवी

इस दौरान मंच के राष्ट्रीय संयोजक सैयद रजा हुसैन रिजवी ने कहा कि यह मंच सभी विचारधाराओं और फिरकों को साथ लेकर चलता है, लेकिन यह किसी की इबादत के तरीके को नहीं बदलता। मंच का उद्देश्य नेक इंसान बनना, शिक्षा प्राप्त करना और ईमान को मजबूत बनाना है। तो वहीं राष्ट्रीय संयोजक मोहम्मद अफजाल ने कहा कि अल्लाह इंसान को सीधी राह पर चलने की दावत देता है, लेकिन जब इंसान उस पर नहीं चलता, तो मुश्किलों में घिर जाता है। उन्होंने वक्फ संशोधन कानून का समर्थन करते हुए इसे मुस्लिम समाज के हित में बताया।

भारत वसुधैव कुटुम्बकम की भावना से चलता है: डॉ. इंद्रेश कुमार

कार्यक्रम के मुख्य वक्ता डॉ. इंद्रेश कुमार ने कहा कि भारत वह देश है जहाँ हर धर्म, जाति और समुदाय को समान भाव से देखा जाता है। उन्होंने कहा कि मुस्लिम राष्ट्रीय मंच ने यह सिद्ध किया है कि यह मंच केवल मानवता की सेवा में समर्पित है। वक्फ संशोधन कानून पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि वक्फ की संपत्तियाँ अल्लाह की इबादत के लिए होती हैं और उन पर किसी प्रकार का अवैध कब्जा या विवाद गैर-कानूनी है।

यह कानून वक्फ संपत्तियों के सही प्रबंधन और अल्पसंख्यकों के कल्याण के लिए एक मील का पत्थर साबित होगा। उन्होंने इसे आधुनिक भारत के निर्माण की दिशा में एक मजबूत कदम बताते हुए कहा कि इससे मुस्लिम समाज आत्मनिर्भर बनेगा और देश की प्रगति में बराबरी से भागीदार होगा। उन्होंने यह भी जोड़ा कि इस कानून से मुस्लिम महिलाओं की भागीदारी बढ़ेगी और वक्फ माफियाओं द्वारा हो रहे भ्रष्टाचार पर भी रोक लगेगी। इससे अनाथ बच्चों, पीड़ितों और जरूरतमंदों को वास्तविक लाभ मिलेगा।

वक्फ संशोधन कानून को मुस्लिम समाज के उत्थान का जरिया

मौलाना इरफान, राष्ट्रीय संयोजक इस्लाम अब्बास, डॉ. अली जफर, गौसिया खानम, कोमल नेहा, रूखसाना नकवी और पूर्व जिला जज शमशाद अहमद सहित अनेक वक्ताओं ने अपने संबोधन में वक्फ संशोधन कानून का समर्थन किया। वक्ताओं का मानना था कि यह कानून मुस्लिम समाज के आर्थिक, सामाजिक और शैक्षिक सशक्तिकरण के लिए एक क्रांतिकारी कदम साबित होगा।

बड़ी संख्या में मौजूद लोगों ने कानून के प्रति जताया समर्थन

इस अवसर पर प्रोफेसर माहरुख मिर्ज़ा (पूर्व कुलपति, केएमसी भाषा विश्वविद्यालय), डॉ. ताहिर शाह, शेर खान, डॉ. रिजवाना, अशोक सिंह, राजू गुप्ता, देव प्रकाश मिश्रा, नईम शास्त्री, खलीक मीनू, अशफाक सिद्दीकी, अंसार अहमद एडवोकेट, छोटे खान, डॉ. आसिफ खान सहित हज़ारों लोगों ने वक्फ संशोधन कानून का समर्थन किया।

Virat Sharma

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