TRENDING TAGS :
Meerut News: ...जब पिता ने बेटी के लिए चुना गैंगस्टर दामाद, अखियों से गोली मारे जैसी है अनिल दुजाना के शादी की कहानी
Meerut News- पुलिस मुठभेड़ में मारे गये अनिल दुजाना का ससुर अपनी बेटी की शादी किसी गैंगस्टर से करना चाहता था, कोर्ट में पेशी के दौरान कर दिया था कन्यादान
Meerut News: उत्तर प्रदेश के मेरठ में गुरुवार की दोपहर एसटीएफ से मुठभेड़ में मार गिराए गए अनिल दुजाना की शादी की कहानी कुछ-कुछ हिन्दी बॉलीवुड फिल्म अखियों से गोली मारे जैसी है। फिल्म में जिस तरह अंखियों से गोली मारे फिल्म में भंगारी दादा (कादर खान) चाहता है कि उसकी बेटी की शादी एक गैंगस्टर से हो जाए, इसलिए वह उसकी तलाश शुरू करता है। वह शक्ति दादा को ढूंढता है।
इसी तरह अनिल दुजाना की पत्नी के पिता यानी ससुर की इच्छा अपनी बेटी किसी बड़े गुंडे को देने की थी। दरअसल, बागपत के रहने वाले लीलू (अनिल दुजाना का ससुर) का अपने गांव के ही राजकुमार से 40 बीघा जमीन को लेकर विवाद चल रहा था। जमीन की इस लड़ाई में लीलू पर दबाव बनाने के लिए राजकुमार ने अपनी दो बेटियों की शादी कुख्यात अपराधी हरेंद्र खड़खड़ा और उसके भाई से कर दी थी। राजकुमार की बेटियों की शादी अपराधियों से होने के कारण लीलू कमजोर पड़ने लगा था।
ऐसे हुई अनिल दुजाना की शादी
जमीन की इस लड़ाई में खुद को कमजोर पड़ता देखा लीलू ने भी वहीं रास्ता चुना जो कि उसके दुश्मन राजकुमार ने चुना था। यानी बेटी की शादी कुख्यात बदमाश से करना। इसलिए लीलू ने अपनी बेटी पूजा की शादी हरेंद्र से भी बड़े अपराधी से करने की ठान ली। किसी ने उसे कुख्यात अपराधी अनिल दुजाना का नाम सुझाया। लेकिन दिक्कत यह थी कि उस समय किसी मामले में दुजाना जेल में था। जेल में शादी हो नहीं सकती थी।
अनिल दुजाना के जेल से बाहर निकलने की जल्दी ही कोई उम्मीद नहीं थी। सो, शादी करने का एक तरीका निकाला गया। तय हुआ कि अनिल दुजाना जेल से कोर्ट में पेशी के लिए जैसे ही आएगा उसकी वहीं पर शादी कर दी जाएगी। अनिल दुजाना की 16 फरवरी 2019 को दुजाना कोर्ट में पेशी थी। इस दिन कोर्ट में पेशी के लिए महराजगंज जेल से गौतमबुद्ध नगर जिला जेल पहुंचा। पेशी के दौरान ही के रुप में पूजा भी परिजनों समेत कोर्ट पहुंच गई। यहां दोनों ने एक दूसरे को अंगूठी पहनाई और सगाई कर ली। दो साल बाद 2021 में जमानत पर बाहर आने के बाद दुजाना ने सूरजपुर कोर्ट में 18 फरवरी को पूजा से शादी कर ली।
खौफ का पर्याय था अनिल दुजाना
अनिल दुजाना पर यूपी समेत अन्य राज्यों में 64 हत्या, रंगदारी, फिरौती आदि के केस दर्ज हैं। एडीशनल एसपी बृजेश सिंह ने न्यूजट्रैक के बताया कि अनिल दुजाना वेस्ट यूपी में खौफ का पर्याय बना हुआ था। उस पर हत्या और जबरन वसूली समेत अन्य आपराधिक वारदातों के 62 केस दर्ज थे। 10 अप्रैल 2023 को वह जेल से जमानत पर बाहर आया था। जेल से छूटते ही उसने गौतमबुद्ध नगर में अपने खिलाफ गवाही देने वाले लोगों को जान से मारने की धमकी दी थी। दुजाना पहली बार 2002 में नोएडा के सेक्टर-8 में एक व्यक्ति की हत्या करने के बाद पुलिस के सामने आया था। दुजाना के खिलाफ गाजियाबाद, नोएडा, मुजफ्फरनगर समेत यूपी के कई जिलों में हत्या, लूट, डकैती और जबरन वसूली के मामले दर्ज हैं। दिल्ली में भी उस पर कई वारदातों को अंजाम देने का आरोप था।
AI Assistant
Online👋 Welcome!
I'm your AI assistant. Feel free to ask me anything!