TRENDING TAGS :
थाने के गेट पर शव रखकर किया प्रदर्शन, पुलिस ने लाठी-चार्ज कर खदेड़ा
थाना सेक्टर 20 से सेक्टर 12 तक प्रदर्शन के चलते जाम की स्थिति बनी रही। सेक्टर 16 से स्टेडियम तक की रोड भी पूरी तरह जाम रहा। पुलिस ने कड़ी मशक्कत के बाद परिजनों को वहां से हटाकर किसी तरह जाम खुलवाया। करीब आधे घंटे तक रोड जाम रहा।
नोएडा: यहां के सेक्टर 9 स्थित जेजे कालोनी मेें कैब चालक की हत्या करने वाले आरोपी की गिरफ्तार के लिए परिजनों ने शुक्रवार को चालक का शव थाने के गेट पर रखकर प्रदर्शन किया। थाना सेक्टर 20 पुलिस और सीओ फस्र्ट श्वेताभ पांडेय ने परिजनों को समझाने की कोशिश की। लेकिन परिजनों ने अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया। मामला बढ़ता देख पुलिस ने लाठी चार्ज कर परिजनों को खदेड़ दिया। सीओ प्रथम श्वेताभ पांडेय ने बताया कि परिजनों को जल्द गिरफ्तारी का आश्वासन देकर भेज दिया गया है। परिजन शव को लेकर सेक्टर 94 शमाशान घाट चले गए।
क्या है मामला
बता दें कि राकेश सेक्टर-10 जेजे कॉलोनी में रहता है। उसने बताया है कि बुधवार की रात 8.30 बजे मूल रूप से समस्तीपुर जिला बिहार निवासी सेक्टर-9 में रहने वाली शहनाज ने उसके भाई उमेश को बुलाया था। जो कि कैब चलाता था। उमेश अपने चार दोस्त अजित, अकिंत, रिंकू व संतोष को लेकर शहनाज के घर गया। वहां जाने के बाद उसने देखा कि शहनाज के साथ उसके जानने वाला आफताब, भाई सिंकन्दर और शाबिर थे। इसके जाते ही अफताब व उसके साथियों ने उमेश पर तलवार और चाकू से हमला कर दिया।
ये भी पढ़ें—गुस्से में बेटियां! बलात्कारियों के खिलाफ फांसी की मांग से गूंज उठा इटावा
जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। जब उमेश के दोस्त उसे बचाने आए तो उन लोगों ने उसके साथ भी मारपीट की और धमकी देते हुए फरार हो गए। घायल उमेश को उसके दोस्तों ने जिला अस्पताल में भर्ती कराया। जहां से उसे सफदरजंग अस्पताल दिल्ली रेफर कर दिया गया। जहां इलाज के दौरान तडक़े 4 बजे उसकी मौत हो गई।
पहले हुई जमकर बहस, फिर पुलिस ने भांजी लाठी और कुछ लोगों को पीटा
मृतक के परिजनों ने पहले आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस से बहस करने लगे। पुलिसकर्मियों ने परिजनों को काफी समझाने की कोशिश की। लेकिन वे नहीं माने। इसके बाद परिजन और पुलिसकर्मियों में जमकर बहस शुरू हुई। इसी बीच किसी ने पुलिसकर्मियों से अभद्रता कर दी। इसके बाद पुलिसकर्मियों ने उन पर लाठी चार्ज कर दिया। इतना ही नहीं ज्यादा बवाल काट रहे कुछ लोगों को पुलिसकर्मियों ने पीटा भी। कुछ लोगों को मामला शांत करने के लिए हिरासत में लिया गया। जिन्हे देर शाम छोड़ दिया गया।
पुलिस मिली हुई है आरोपियों से, इसलिए नहीं हो रही गिरफ्तारी
हंगामा कर रहे कुछ लोगों ने बताया कि आरोपियों के कई अवैध काम हैं। इन लोगों को पुलिस संरक्षण प्राप्त है। इसलिए पुलिस आरोपियों को नहीं पकड़ रही है। आरोपियों की तरफ से पुलिस को अवैध काम करने का बहुत मोटा पैसा जाता है। पुलिस को आरोपियों के ठिकानों के बारे में पता है। पुलिस मामला ठंडा करना चाहती है। फिर आराम से आरोपियों को कोर्ट में पेश कर जमानत दिला देगी।
थाना सेक्टर 20 पुलिस करती आरोपियों पर सख्ती तो आज जिंदा होता उमेश
परिजनों का कहना है कि आरोपियों के बारे में पुलिस अच्छी तरह जानती है। सभी आरोपी गांजा, शराब आदि बेचने का काम करते हैं। पुलिस अधिकारियों का दबाव पडऩे पर थाना सेक्टर 20 पुलिस इन्हें जेल भी भेज देती है। फिर बाहर निकलकर ये दोबारा यही काम शुरू कर देते हैं। परिजनों का कहना है कि अगर थाना सेक्टर 20 पुलिस इन आरोपियों पर सख्ती करती तो आज उनका उमेश जिंदा होता।
ये भी पढ़ें—इस मुस्लिम नेता ने क्यों कहा- भाजपा का हो डीएनए टेस्ट
आधे घंटे तक बनी रही जाम की स्थिति
थाना सेक्टर 20 से सेक्टर 12 तक प्रदर्शन के चलते जाम की स्थिति बनी रही। सेक्टर 16 से स्टेडियम तक की रोड भी पूरी तरह जाम रहा। पुलिस ने कड़ी मशक्कत के बाद परिजनों को वहां से हटाकर किसी तरह जाम खुलवाया। करीब आधे घंटे तक रोड जाम रहा।
सीओ प्रथम श्वेताभ पांडेय ने बताया कि लाठी-चार्ज नहीं की गई थी। परिजनों को समझा-बुझाकर वहां से हटाया गया था। परिजन शव लेकर सेक्टर 94 चले गए। वहां उन्होंने शव का अंतिम संस्कार कर दिया है। जांच में रंजिश का आया है। नामजद आरोपियों की गिरफ्तारी का प्रयास किया जा रहा है। जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज जाएगा।
AI Assistant
Online👋 Welcome!
I'm your AI assistant. Feel free to ask me anything!