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एसपी गोयल मामला : अखिलेश और कांग्रेस ने किया योगी सरकार पर हमला
लखनऊ : सीएम योगी आदित्यनाथ के प्रमुख सचिव एसपी गोयल पर 25 लाख घूस मांगने के आरोप पर यूपी की सियासत गरमा उठी है। सपा मुखिया अखिलेश यादव ने इस पर तंज कसते हुए प्रकरण की सीबीआई जांच की मांग की है तो कांग्रेस ने इस घटना को दु:खद करारते हुए कहा है कि जिस मुख्यमंत्री की नाक के नीचे उनके प्रमुख सचिव पर रिश्वत मांगने का आरोप लग रहा हो। राज्यपाल पत्र लिखकर ‘समुचित कार्रवाई करने’ का निर्देश दे रहे हों और उस पत्र पर एक्शन लेने के बजाए उसको दबाने की कोशिश की गई। ऐसा लगता है कि सरकार ब्यूरोक्रेसी के सामने नतमस्तक हो गई है।
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सीएम दफ्तर तक पहुंचा भ्रष्टाचार
सपा मुखिया अखिलेश यादव ने कहा है कि योगी सरकार ने जनता का विश्वास खो दिया है। मंत्री अपने विभाग का कामकाज देखने की जगह बड़ी-बड़ी खाली हुई कोठियों के इंतजार में बैठे हैं। मंत्री, सांसद और विधायक तक सरकार में बेलगाम रिश्वतखोरी की शिकायतें कर रहे हैं। मुख्यमंत्री कार्यालय तक भ्रष्टाचार पहुंच गया है। राज्यपाल तक को इस सम्बंध में पत्र लिखना पड़ रहा है। जनहित में भाजपा सरकार के विभागीय घपलों और भ्रष्टाचार की जांच सीबीआई से होनी चाहिए।
सीएम द्वारा शपथ का उल्लंघन
दीपक सिंह ने कहा कि हालात बताते हैं कि प्रदेश संचालन व्यवस्था जंगलराज जैसी हो गई है। राज्यपाल प्रदेश के संवैधानिक प्रमुख हैं। उनके द्वारा समुचित कार्रवाई के निर्देश दिए जाने के बाद भी कोई कार्यवाही न करना मुख्यमंत्री द्वारा शपथ का उल्लंघन है।
भाजपा प्रमुख सचिव को क्यों बचाना चाहती है?
कांग्रेस के एमएलसी दीपक सिंह ने कहा है कि जिसकी शिकायत पर राज्यपाल ने कार्रवाई के लिए मुख्यमंत्री को पत्र भेजा हो, उसे गलत साबित करने की ओछी कोशिश की जा रही है। आरोप की जांच कराने के बजाए उसके खिलाफ डेढ़ महीने बाद भाजपा कार्यालय के प्रभारी ने एफआईआर लिखाई है। आखिरकार भाजपा प्रमुख सचिव को क्यों बचाना चाहती है?
जनगणना के आधार पर हो अधिकार की व्यवस्था
अखिलेश यादव ने शुक्रवार को जनेश्वर मिश्र ट्रस्ट में मीडिया से बातचीत में कहा कि भाजपा ओबीसी आरक्षण में भ्रष्टाचार करना चाहती है। हमारी मांग है कि जनगणना के आधार पर आनुपातिक अवसर, सम्मान और अधिकार की व्यवस्था होनी चाहिए। अब तो आधार का आधार लेकर आसानी से जाति गणना हो सकती है। प्रदेश में विकास ठप्प है। समाजवादी सरकार की जनहित की योजनाएं बंद कर दी गई हैं। कानून व्यवस्था की हालत शोचनीय है। महिलाएं-बच्चियां असुरक्षित हैं। कच्ची शराब का धंधा फलफूल रहा है। अवैध खनन पर रोक नहीं है।
मंत्रियों के स्टाफ पर भी उठने लगी है उंगली
अखिलेश यादव ने कहा कि प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं का बुरा हाल है। एम्बूलेंस है नहीं, बीमारों और मृत सम्बन्धियों को ट्राली और कंधों पर लादकर ले जाते हुए लोग दिखाई पड़ते हैं। अस्पतालों में न दवाएं हैं और नहीं डाक्टर। एक्सरे, सीटी स्कैन, पैथालाॅजी जांच आदि की व्यवस्थाएं फेल हैं। स्कूलों में बच्चों को समय से किताबें, बैग, जूते-मोजे तक नहीं मिल पा रहे हैं जो बांटे वे घटिया किस्म के थे। शिक्षा विभाग में अभी तबादलों का दौर जारी हैं। मंत्रियों के स्टाफ पर भी उंगली उठने लगी है।
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