UP Election 2022: एक हफ्ते में कुछ बड़ा करने वाले हैं शिवपाल यादव, दिए ये संकेत?

UP Election 2022: अखिलेश यादव कई छोटे दलों से तालमेल कर 2022 के रण में उतरने जा रहे हैं। वहीं उनके चाचा शिवपाल यादव गठबंधन के लिए अब तक उनकी बाट जोह रहे हैं।

Rahul Singh Rajpoot
Published on: 27 Nov 2021 10:45 PM IST (Updated on: 27 Nov 2021 11:20 PM IST)
UP Election 2022: एक हफ्ते में कुछ बड़ा करने वाले हैं शिवपाल यादव, दिए ये संकेत?
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Lucknow : समाजवादी पार्टी सुप्रीमो अखिलेश यादव कई छोटे दलों से तालमेल कर 2022 के रण में उतरने जा रहे हैं। वहीं उनके चाचा शिवपाल यादव गठबंधन के लिए अब तक उनकी बाट जोह रहे हैं। प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष कई बार सपा से गठबंधन की बात कह चुके हैं। यहां तक कि अपनी पार्टी के विलय का भी प्रस्ताव दे चुके हैं, लेकिन अखिलेश की ओर से कोई ठोस पहल नहीं होने से वह निराश हैं। अब उन्होंने एक हफ्ते का और समय दिया है। शिवपाल यादव ने कहां है उसके बाद वह अगला कदम उठाएंगे और कुछ बड़ा होगा?

दरअसल विधानसभा चुनाव में सपा से गठबंधन को लेकर शिवपाल यादव से पत्रकारों ने जब सवाल पूछा तो उन्होंने कहा कि एक हफ्ता और इंतजार कर लीजिए। जब उनसे यह पूछा गया कि क्या आपका दूसरी किसी पार्टी से बातचीत चल रही है? फिर उन्होंने वही एक हफ्ते और इंतजार कर लीजिए वाली बात को दोहराया।

शिवपाल यादव ने कहा एक हफ्ते में सब कुछ साफ हो जाएगा। इसके बाद उनसे पूछा गया कि इसका मतलब की एक हफ्ते बाद आप कुछ बड़ा धमाका करेंगे? इस पर शिवपाल ने कहा कि जो भी होना है एक हफ्ते में हो जाएगा अब हमारे पास समय नहीं है।

अखिलेश ने दिए गठबंधन के संकेत
Akhilesh Shivpal Alliance

फोटो- सोशल मीडिया

वहीं 26 नवंबर को संविधान दिवस के मौके पर जनसभा को संबोधित करने के बाद अखिलेश यादव से जब इस संबंध में पूछा गया तो सपा प्रमुख ने कहा कि अब हमारा गठबंधन पूरा हो गया है और एक छोटा दल है उसको भी साथ लेंगे, पत्रकारों ने जब उनसे पूछा कि क्या वह प्रसपा है, इस पर उन्होंने कहा कि चाचा हां हां वही उनको भी साथ ले लेंगे। गौरतलब है कि अखिलेश यादव अब तक महान दल, ओमप्रकाश राजभर, अपना दल के, और जनवादी पार्टी सोशलिस्ट समेत कई छोटे दलों से अपना गठबंधन कर चुके हैं।

मुलायम सिंह यादव का जन्मदिन भी बीता

बता दें काफी समय से यह कहा जा रहा था कि सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव के जन्मदिन पर सपा और प्रसपा एक होगी और चाचा-भतीजे का मिलन हो जाएगा। लेकिन ऐसा नहीं हुआ नेताजी के जन्मदिन पर जहां अखिलेश लखनऊ में केक काटकर उनका जन्मदिन मनाया।

वहीं उनके भाई शिवपाल अपने गांव सैफई में दंगल और कवि सम्मेलन कर भाई के जन्मदिन का जश्न मनाया। इससे परिवार में दूरियां साफ दिखाई दी थी। जिसके बाद अब शिवपाल यादव ने एक हफ्ते का समय और दिया है उसके बाद वह अगली रणनीति का ऐलान कर सकते हैं।

Vidushi Mishra

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