करुणानिधि भले कैसे रहे हों लेकिन इस मामले में तो तारीफ बनती है मेरे दोस्त

Rishi
Published on: 15 Aug 2018 6:28 PM IST
करुणानिधि भले कैसे रहे हों लेकिन इस मामले में तो तारीफ बनती है मेरे दोस्त
X

चेन्नई : द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (डीएमके) के दिवंगत अध्यक्ष एम. करुणानिधि ने स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्रियों द्वारा झंडा फहराने की पंरपरा की बुनियाद रखी थी। देश के स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद राज्यों में गणतंत्र दिवस और स्वतंत्रता दिवस पर केवल राज्यपाल ही झंडा फहराते थे।

ये भी देखें : लाल किले से : पीएम मोदी ने कहा – अंतरिक्ष में तिरंगा फहरेगा, मैं बेसब्र हूं

ये भी देखें : स्वतंत्रता दिवस समारोह: पहली पंक्ति में बैठे दिखे कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी

ये भी देखें : जानिए उस नीलकुरिंजी पुष्प के बारे में, जिसके जिक्र से PM ने शुरू किया भाषण

1974 में करुणानिधि ने तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के तौर पर तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को दिल्ली में इस बारे में अलग मापदंड का हवाला देते हुए पत्र लिखा था।

करुणानिधि ने कहा था कि गणतंत्र दिवस पर राष्ट्रपति झंडा फहराते हैं और स्वतंत्रता दिवस पर प्रधानमंत्री ऐसा करते हैं।

उन्होंने इंदिरा गांधी से कहा था कि मुख्यमंत्रियों को भी स्वतंत्रता दिवस पर तिरंगे को फहराने का अवसर मिलना चाहिए।

करुणानिधि की सलाह को केंद्र सरकार ने स्वीकार कर लिया था और इसे लागू करने के लिए सभी राज्य सरकारों को सूचित कर दिया गया।

Rishi

Rishi

आशीष शर्मा ऋषि वेब और न्यूज चैनल के मंझे हुए पत्रकार हैं। आशीष को 13 साल का अनुभव है। ऋषि ने टोटल टीवी से अपनी पत्रकारीय पारी की शुरुआत की। इसके बाद वे साधना टीवी, टीवी 100 जैसे टीवी संस्थानों में रहे। इसके बाद वे न्यूज़ पोर्टल पर्दाफाश, द न्यूज़ में स्टेट हेड के पद पर कार्यरत थे। निर्मल बाबा, राधे मां और गोपाल कांडा पर की गई इनकी स्टोरीज ने काफी चर्चा बटोरी। यूपी में बसपा सरकार के दौरान हुए पैकफेड, ओटी घोटाला को ब्रेक कर चुके हैं। अफ़्रीकी खूनी हीरों से जुडी बड़ी खबर भी आम आदमी के सामने लाए हैं। यूपी की जेलों में चलने वाले माफिया गिरोहों पर की गयी उनकी ख़बर को काफी सराहा गया। कापी एडिटिंग और रिपोर्टिंग में दक्ष ऋषि अपनी विशेष शैली के लिए जाने जाते हैं।

Next Story

AI Assistant

Online

👋 Welcome!

I'm your AI assistant. Feel free to ask me anything!