इस लेडी को जॉब मांगने पर एक दर्जन बैंकों ने किया था रिजेक्ट, ऐसे बनी सीईओ

Aditya Mishra
Published on: 28 July 2018 7:31 PM IST
इस लेडी को जॉब मांगने पर एक दर्जन बैंकों ने किया था रिजेक्ट, ऐसे बनी सीईओ
X

लखनऊ: फार्च्यून पत्रिका ने कारोबार की दुनिया में 40 साल व उससे कम उम्र वाले 40 प्रभावशाली व्यक्तियों की लिस्ट जारी की है। खास बात ये है कि इस लिस्ट में चार भारतीय मूल के कारोबारी भी शामिल हैं। जिनमें चार में से तीन महिलाएं हैं। इनमें से एक विडियो शेयरिंग वेबसाइट विमेयो की सीईओ अंजलि सूद भी है। लिस्ट में पहले पायदान पर फेसबुक फाउंडर मार्क जुकरबर्ग और इंस्टाग्राम के उपसंस्थापक केविन सिस्ट्रोम का नाम दर्ज है।

newstrack.com आज आपको अंजलि सूद की अनटोल्ड स्टोरी के बारे में बता जा रहा है।

ये भी पढ़ें...बचपन में उठ गया था पिता का साया, लोन लेकर की पढ़ाई, ऐसे बन गई अमेरिका में सीएफओ

एक ही क्लास में कई बार हुई थी फेल

अंजलि सूद (34) बताती है, "मेरा जीवन काफी संघर्षों भरा रहा है। मैं जब 14 साल की थी तब मैंने अमेरिका के मैसाच्यूट्स शहर के एक प्रतिष्ठित बोर्डिंग स्कूल में एडमिशन लेने के लिए अप्लाई किया था। उस समय मेरा फार्म एक्सेप्ट कर लिया गया था। मैं पहली बार छोटी सी उम्र में अपना घर छोड़कर पढ़ाई के लिए मैसाच्यूट्स चली गई। वहां पर एजुकेशन का लेवल काफी हाई था। मैं पहले ही साल में कई बार फेल हुई। ये मेरे लिए खतरे की घंटी की तरह थी। उस मुझें काफी मेहनत करनी पड़ी। तब जाकर मैं पास हो पाई"।

एक दर्जन बैंकों ने जॉब से किया था रिजेक्ट

मुझें नौकरी के लिए भी काफी संघर्ष करना पड़ा। एक दर्जन बैंकों ने अपने यहां जॉब देने से मना किया था मैं जब पहली बार एक प्राइवेट बैंक में जॉब मांगने के लिए गई तब मुझें ये कहते हुए नौकरी देने से मना कर दिया गया कि मेरी पर्सनालिटी बैंक की जॉब से मैच नहीं करती हैइसलिए बेहतर होगा कि मैं किसी दूसरे सेक्टर में जानकर वहां पर जॉब की तलाश करूं। लेकिन मैं निराश नहीं हुईमैंने अपनी कोशिश जारी रखीं

दोस्तों ने उड़ाया था मजाक

कई बैंकों से रिजेक्ट किये जाने के बाद मुझें आखिरकार साजेंट एड्वाइसर नाम की एक कम्पनी में एनालिस्ट के तौर पर जॉब मिली थी। वहां से मुझें काफी कुछ चीजें सीखने को मिली। उसी दौरान कुछ साथियों से एक सलाह भी मिली थी जिसे मैंने इगनोर कर दिया था। मेरे साथी मुझसें कहा करते थे कि एक बार में एक ही काम पर फोकस करेलेकिन मैं उनकी बातें पर ज्यादा ध्यान नहीं देती थी। मेरे दोस्तों ने तब मेरा मजाक भी उड़ाया था। मुझें उनकी काफी आलोचनाएं भी सुननी पड़ी थी।

ये भी पढ़ें...पोलियो भी नहीं बन पाई बाधा, यूट्यूब पर विडियो देख बनी एथलीट, जीत चुकी है 14 मेडल

ऐसे बनी विमेयो की सीईओ

अंजलि सूद ने बैंक की जॉब छोड़कर अमेजन कम्पनी में भी कुछ समय के लिए जॉब किया था लेकिन वहां पर भी उसे संतुष्टि नहीं मिली थी। उसने 2014 में अमेजन की जॉब छोड़कर वीडियो शेयरिंग वेबसाइट विमेयो से जुड़ गई। वहां पर पहली नौकरी मुझें मार्केटिंग सेक्शन में लीडर के पद पर मिली। बाद में मेरी मेहनत और लगन को देखते मुझें वेबसाइट के लिए कंटेंट तैयार करने की जिम्मेदारी मिल गई। उसके बाद मेरा प्रमोशन करके मुझें विमेयो का सीइओ बना दिया गया।

Aditya Mishra

Aditya Mishra

Next Story

AI Assistant

Online

👋 Welcome!

I'm your AI assistant. Feel free to ask me anything!