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Agra News: 15 लाख भारतीयों से होनी थी 38 हजार करोड़ की ठगी, साइबर सेल की सतर्कता से बची रकम
Agra News: साइबर अपराधी 38 हजार करोड रुपए की कमाई करने की तैयारी में थे, लेकिन फर्जीवाड़े की भनक आगरा साइबर सेल को लग गई। इस पूरे रैकेट का खुलासा करते हुए साइबर टीम ने 27 गेमिंग वेबसाइट और 6000 किराए के खातों को बंद करवा दिया है।
Agra News: आगरा पुलिस ने 15 लाख भारतीय नागरिकों को साइबर ठगी का शिकार होने से बचा लिया। साइबर अपराधी 38 हजार करोड रुपए की कमाई करने की तैयारी में थे, लेकिन फर्जीवाड़े की भनक आगरा साइबर सेल को लग गई। साइबर सेल मामले की तह तक गई। इस पूरे रैकेट का खुलासा करते हुए साइबर टीम ने 27 गेमिंग वेबसाइट और 6000 किराए के खातों को बंद करवा दिया है। पुलिस अधिकारियों की माने तो चीन, रूस ,वियतनाम और फिलिपींस में बैठे अपराधी ओटीटी प्लेटफॉर्म्स का डाटा चुरा कर लोगों से फर्जी ऐप पर बैटिंग करवा रहे थे। हर दिन 80 से 100 करोड रुपए की कमाई कर रहे थे। साइबर ठगों के इस जाल में देश के कई राजदार शामिल है। यह वह लोग हैं जो 30% कमिशन की लास्ट में लोगों के बैंक खाता खुलवाते थे। उन्हें 3% कमीशन देने का लालच देकर उनके खातों से हर दिन 20 से 25 लाख रुपए का ट्रांजैक्शन करवाते थे।
घर बैठे लाखों रुपए कमाने की देते थे लालच
पुलिस कमिश्नर डॉक्टर प्रीतिंदर सिंह ने बताया कि गिरोह में शामिल लोग अपने खास सर्वर से गेमिंग और बैटिंग वेबसाइट बनाते थे। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स जैसे व्हाट्सएप, इंस्टाग्राम और टेलीग्राम के माध्यम से लोगों से संपर्क करते थे। उन्हें बैटिंग और गेमिंग के जरिये घर बैठे लाखों रुपया कमाने का लालच देते थे। जब व्यक्ति उनकी बातों के जाल में फंस जाता था तो उसे अपनी वेबसाइट पर सब्सक्राइबर बना लेते थे। ओटीटी प्लेटफॉर्म से डाटा चुरा कर लाइव स्ट्रीमिंग के जरिए उनसे बैटिंग करवाते थे। शुरुआती दौर में बैटिंग करने वालों को खेल अच्छा खासा मुनाफा करवाते थे। लेकिन जैसे ही वेबसाइट पर सब्सक्राइबर्स की संख्या बढ़ने लगती थी। साइबर अपराधी भी अपना असली रंग दिखाना शुरू कर देते थे। पहले यूजर्स से सब्सक्रिप्शन का चार्ज लेते थे। जब फर्जी एप्प के जरिये 100, 200 करोड रुपए की कमाई कर लेते थे, तो वेबसाइट पेज को बंद कर देते थे। इसके बाद दूसरी नहीं वेबसाइट शुरू कर देते थे।
पुलिस ने इतने हजार खाते किए बंद
इस पूरे नेटवर्क को विदेश में बैठे अपराधी संचालित कर रहे थे। पुलिस ने इस खेल में शामिल 6000 बैंक खातों को भी बंद करवाया है। इन खातों के जरिए ही कमाई की गई करोड़ों की रकम का ट्रांजैक्शन किया जा रहा था। इनमें सेविंग और करंट अकाउंट शामिल है। इस पूरे खेल में एजेंट को ट्रांजैक्शन का 30% कमीशन दिया जाता था। जबकि खाताधारक को हर ट्रांजैक्शन पर तीन प्रतिशत का कमीशन दिया जाता था। जिन खातों से रुपए का ट्रांजैक्शन किया जा रहा था तो वह सभी बैंक खाता निजी बैंकों के हैं। पुलिस कमिश्नर डॉक्टर प्रीतिंदर सिंह का कहना है कि मामले की जांच अभी जारी है। जांच में जिन भी लोगों के नाम सामने आएंगे उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। पुलिस कमिश्नर ने लोगों से इस तरह की गेमिंग वेबसाइट से दूर रहने की अपील की है।