मोदी से पूछ रहीं गोमाता- नोटबंदी ने बंद कर दिया चारा, पिएेगा नहीं तो कैसे बढ़ेगा इंडिया ?

Rishi
Published on: 26 Nov 2016 8:06 PM IST
मोदी से पूछ रहीं गोमाता- नोटबंदी ने बंद कर दिया चारा, पिएेगा नहीं तो कैसे बढ़ेगा इंडिया ?
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मुज़फ्फरनगर: नोटबंदी से गोशालाओ में रह रही गोमाता के चारे पर भी संकट आ गया है। पीएम के फैसले के बाद ही गोशाला संरक्षक कमिटी ने दानपात्र पर 500 और 1000 के नोट नहीं लेने का नोटिस चस्पा कर दिया है। वहीं बाजार में हरा चारा लाने वाले किसानों ने भी पुराने नोट लेने से इंकार कर दिया। इसकी वजह से गोशाला में रहने वाली गायों और बछड़ों को भूसी पर निर्भर रहना पड़ रहा है। गोशाला कमिटी पशुओं के रख-रखाव के लिए दानपात्र और गोशाला से दूध की बिक्री पर निर्भर रहती है। प्रदेश सरकार और केंद्र सरकार की ओर से गोशाला संचालकों अलग से कोई आर्थिक सहायता नहीं करती है। नोटबंदी के बाद गौशाला से दूध बिक्री से होने वाली आय पर भी फर्क पड़ गया है। दूध खरीदने वाले ग्राहक गोशाला कमिटी को दूध के बदले पुराने नोट दे रहे हैं।

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क्या कहना है गोशाला प्रबंधक का ?

गोशाला, शहर प्रबंधक ध्रूचंद मिश्राका कहना है कि नोटबंदी से हरे चारे पर फर्क पड़ा है। चोकर का भी भाव बढ़ गया है। दूध लेने वाले ग्राहक पुराने नोट भी लाते हैं तो कुछ नए भी लेकर आते हैं। इसकी वजह से थोड़ी दिक्कत आ रही है। जो चारा हफ्ते में लगातार आता था वो नोटबंदी के बाद एक हफ्ते में चार बार ही आ रहा है। पहले 20 कुंतल हरा चारा लगता था तो अब हमें 15 कुंतल से ही काम चलाना पड़ रहा है। अगर इस महीने नोटबंदी से हुई अव्यवस्था ठीक नहीं होती है तो आने वाले दिनों में काफी दिक्कत होगी।

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'ऐसे तो भूखी रह जाएंगी गाय'

नई मंडी गोशाला के प्रबंधन एके मिश्रा के मुताबिक, जैसे ही नोटबंदी की घोषणा हुई, हमने अगले दिन ही प्रिंट निकलवाकर गोशाला पर चस्पा करा दिया कि यहां 500 और 1000 के पुराने नोट नहीं लिए जाएंगे। हमने पुराने नोट लेना बंद कर दिए। हमारे यहां जो कैश था वो हमने बैंक में जमा करा दिया। दानपात्र में आया पैसा भी बैंक में जमा करा दिया है। नोटबंदी का असर ये हो रहा है कि जो हमारे दूध लेने वाले ग्राहक हैं वो भी पुराने नोट लेकर आ रहे हैं, जिन्हें हमें वापस करना प़ड़ता है। अगर चारा पशुओं को नहीं मिलेगा तो उनके स्वास्थ्य पर असर पड़ेगा। अगर गायों को हरा चारा नहीं दिया जाएगा तो कहीं ना कहीं वो भूखी रह जाएंगी।

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आशीष शर्मा ऋषि वेब और न्यूज चैनल के मंझे हुए पत्रकार हैं। आशीष को 13 साल का अनुभव है। ऋषि ने टोटल टीवी से अपनी पत्रकारीय पारी की शुरुआत की। इसके बाद वे साधना टीवी, टीवी 100 जैसे टीवी संस्थानों में रहे। इसके बाद वे न्यूज़ पोर्टल पर्दाफाश, द न्यूज़ में स्टेट हेड के पद पर कार्यरत थे। निर्मल बाबा, राधे मां और गोपाल कांडा पर की गई इनकी स्टोरीज ने काफी चर्चा बटोरी। यूपी में बसपा सरकार के दौरान हुए पैकफेड, ओटी घोटाला को ब्रेक कर चुके हैं। अफ़्रीकी खूनी हीरों से जुडी बड़ी खबर भी आम आदमी के सामने लाए हैं। यूपी की जेलों में चलने वाले माफिया गिरोहों पर की गयी उनकी ख़बर को काफी सराहा गया। कापी एडिटिंग और रिपोर्टिंग में दक्ष ऋषि अपनी विशेष शैली के लिए जाने जाते हैं।

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