आर्किटेक्ट्स का भी महाकुम्भ, गवर्नर ने कही ये बड़ी बातें

संभव है कि आपने कभी आर्किटेक्टस महाकुंभ के बारे में नहीं सुना हो। पर यूपी में ऐसा संभव हुआ। इण्डियन इंस्टीट्यूट आॅफ आर्किटेक्ट्स की तरफ से आर्किटेक्ट्स महाकुम्भ ‘यूआईए-आईआईए’ का शनिवार को इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजन हुआ। गवर्नर रामनाईक ने इसकी शुरूआत की। इस महाकुंभ में बड़ी संख्या में वास्तुविद् व निर्माण कार्य से जुड़ी संस्थाओं के लोग मौजूद थे।

Anoop Ojha
Published on: 1 Dec 2018 9:18 PM IST
आर्किटेक्ट्स का भी महाकुम्भ, गवर्नर ने कही ये बड़ी बातें
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लखनऊ : संभव है कि आपने कभी आर्किटेक्टस महाकुंभ के बारे में नहीं सुना हो। पर यूपी में ऐसा संभव हुआ। इण्डियन इंस्टीट्यूट आॅफ आर्किटेक्ट्स की तरफ से आर्किटेक्ट्स महाकुम्भ ‘यूआईए-आईआईए’ का शनिवार को इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजन हुआ। गवर्नर रामनाईक ने इसकी शुरूआत की। इस महाकुंभ में बड़ी संख्या में वास्तुविद् व निर्माण कार्य से जुड़ी संस्थाओं के लोग मौजूद थे। यहां ‘भारत में वास्तुकला व्यवसाय के 100 वर्ष’ प्रदर्शनी भी लगी थी।

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गवर्नर ने कहा कि निर्माण क्षेत्र में वास्तुविद् की भूमिका अहम होती है। निर्माण कार्य में कम जगह में अधिक से अधिक सुविधा कैसे उपलब्ध हो, विचार करने की जरूरत है। मुंबई का उदाहरण देते हुए रामनाईक ने कहा कि मुंबई देश की आर्थिक राजधानी है पर आबादी की एक बड़ा हिस्सा आज भी झुग्गी झोपड़ियों में निवास करता है।

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नाईक ने कहा कि आज के निर्माण चाहे आवासीय हो या व्यवसायिक सभी टेक्नोलाॅजी के आधार पर किये जा रहे हैं। टेक्नोलाॅजी के उपयोग के बावजूद भी कई बार ऐसा देखा गया है कि उनकी मजबूती और गुणवत्ता सवालों के दायरे में आती है। कई सौ वर्ष पूर्व लखनऊ का ‘बड़ा इमामबाड़ा’, जो बगैर सीमेंट एवं बिना सरिया के बनाया गया था आज भी उसी मजबूती से पर्यटन स्थल बना है। निर्माण एजेंसिया या निर्माण से जुड़ी संस्थाएं सुविधा, सुंदरता और स्थायित्व के साथ-साथ ‘कास्ट ओवर रन’ एवं ‘टाइम ओवर रन’ का विशेष ध्यान रखें।

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राज्यपाल ने आकिर्टेक्ट्स महाकुम्भ को जनवरी 2019 में होने वाले प्रयागराज के कुम्भ से जोड़ते हुये कुम्भ के इतिहास पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि कुम्भ एक आस्था का विषय है जिसमें लोग बिना किसी बुलावे या प्रचार के संगम में डूबकी लगाने आते है। उन्होंने कहा कि ‘कुम्भ-2019’ में 12 करोड़ श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। राज्यपाल ने इस अवसर पर विदेश एवं अन्य प्रदेश से आये लोगों का अभिनन्दन करते हुये लखनऊ की विशेषता और खान-पान पर भी प्रकाश डाला।

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