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VIDEO: आशियाना केस विक्टिम ने कहा- 11 साल बाद मनाऊंगी खुशियों की होली
लखनऊ: राजधानी के बहुचर्चित आशियाना गैंगरेप केस में मुख्य आरोपी गौरव शुक्ला को नाबालिग मानने से इनकार करते हुए हाई कोर्ट ने उसकी याचिका खारिज कर दी हैं। कोर्ट ने कहा है कि घटना के समय वह बालिग था। इस फैसले के बाद विक्टिम ने newztrack.com से बातचीत की।
विक्टिम ने कहा, ''11 साल बाद वह समय आ गया है जब मैं खुशियों की होली मनाऊंगी। क्योंकि मेरे मुजरिम को अब उसके किए की सजा मिलने वाली है। अब फैसले का वक्त है। आखिर कितना भागेगा गौरव शुक्ला। अब तो उसे फांसी होनी ही चाहिए।''
विक्टिम के लिए न्याय की लड़ाई लड़ रही सामाजिक कार्यकर्ता मधुगर्ग ने कहा, ''यह फैसला आने से हम बेहद खुश हैं। अब आरोपी के पास ज्यादा विकल्प नहीं है। जल्द ही गौरव शुक्ला जेल के अंदर होगा।''
पहली बार कैमरे पर साझा किया था दर्द
हाल ही में विक्टिम ने newztrack.com के कैमरे पर अपना दर्द साझा किया था। वैसे तो स्वभाव से बेहद शांत दिखने वाली विक्टिम से जब पूछा गया कि आरोपी को कौन सी सजा मिले तो उसकी आंखों में मंजर ताजा हो गया। पथराई आंखों के साथ उसका गला भर गया। उसने कहा, ''उसे तीन में से कोई सजा दे दे, पहली फांसी, दूसरी कि उसका हाथ पैर काट कर चौहारे पर छोड़ दे या कि वह मरते दम तक जेल के भीतर ही रहे।''
टाइम लिमिट हो न्याय मिलने की
विक्टिम ने कहा- भले ही मुझे न्याय के लिए इतना लंबा इंतजार करना पड़े। लेकिन कोर्ट को यह बात सोचनी चाहिए कि इस लड़ाई के बाद की भी एक दुनिया होती है। महिलाओं के लिए इसलिए ऐसे मामलों में तुरंत न्याय मिले। जिससे लोग अपने खिलाफ होने वाले इस हैवानियत के खिलाफ आवाज उठा सकें। इस हादसे से भी आगे निकल कर अपना भविष्य सोच सकें।
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