Balrampur News: बलरामपुर विद्यालय पायनियर पब्लिक स्कूल एण्ड कालेज में धूमधाम से मनाया गया श्री हनुमान जन्मोत्सव

Balrampur News: हनुमान जी को बालाजी और हनुमत नाम से भी जाना जाता है। शास्त्रों के अनुसार श्री हनुमान जी का जन्म केवल श्री राम की भक्ति और उनके कार्यो को कार्यान्वित करने के लिए हुआ था।

Radheshyam Mishra
Published on: 12 April 2025 9:42 PM IST
Shri Hanuman Janmotsav celebrated with great pomp at Balrampur Vidyalaya Pioneer Public School & College
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बलरामपुर विद्यालय पायनियर पब्लिक स्कूल एण्ड कालेज में धूमधाम से मनाया गया श्री हनुमान जन्मोत्सव (Photo- Social Media)

Balrampur News: बलरामपुर शहर के अग्रेंजी माध्यम विद्यालय पाॅयनियर पब्लिक स्कूल एण्ड काॅलेज, में आज 'श्री हनुमान जन्मोत्सव' मनाया गया। इस अवसर पर विद्यालय के प्रबन्ध निदेशक डा0 एम पी तिवारी, विद्यालय की कोषाध्यक्षा मीता तिवारी तथा उप प्रधानाचार्या/उप प्रधानाचार्य शिखा पाण्डेय एवं राघवेन्द्र त्रिपाठी तथा ने भगवान श्रीराम दरबार एवं श्री हनुमान के चित्र पर माल्यापर्ण करके आरती पूजा एवं आराधना किया।

हनुमान जन्मोत्सव

इसके बाद विद्यालय के प्रबन्ध निदेशक ने सभी बच्चों को बताया कि ज्योतिष शास्त्रों के अनुसार हनुमान जी का जन्म आज से लगभग एक करोड़ पचासी लाख उनसठ हजार एक सौ तेरह वर्ष पहले मंगलवार के दिन चैत्र पूर्णिमा को मेष लग्न और चित्रा नक्षत्र में प्रातः 6ः03 बजे एक गुफा में हुआ था। यह गुफा भारत के झारखंड राज्य में स्थित छोटे से जिले गुमला के अंजन नामक छोटी पहाड़ी ग्राम में स्थित है। हनुमान जी के पिता का नाम केसरी था, उन्हें केसरी नंदन कहा जाता है। पवन देव के मुंह बोले पुत्र होने की वजह से मारूति नंदन भी कहा जाता है।


महाबली हनुमान जी को महावीर नाम से जाना जाता है।जो सभी संकट से पार लगा देते है, इसलिए संकट मोचन कहा जाता है। हनुमान जी को बालाजी और हनुमत नाम से भी जाना जाता है। शास्त्रों के अनुसार श्री हनुमान जी का जन्म केवल श्री राम की भक्ति और उनके कार्यो को कार्यान्वित करने के लिए हुआ था। हनुमान जी की हर साँस में केवल श्रीराम का ही स्मरण होता है। एक प्रसंग के अनुसार विभीषण ने श्री हनुमान जी को ताना मारते हुए अपनी भक्ति प्रदर्शित करने को कहा-तो श्रीराम की सभा में हनुमान जी ने अपना सीना चीर कर भगवान श्री राम और माता जानकी के दर्शन अपने सीने मे कराकर अपने सच्ची भक्ति का उदाहरण दिया था।


हनुमान चालीसा पढ़ा गया

'श्री हनुमान जन्मोत्सव' के अवसर सर्वप्रथम विद्यालय के छात्र-छात्राओं द्वारा श्री हनुमान चालीसा पढ़ा गया। इसके बाद गीत-वीर हनुमाना अति बलवाना नामक गीत पर एक समूह नृत्य प्रस्तुत हुआ जिसमें मोहनी, आराध्या, सौम्या, प्रज्ञा एवं ईशिता ने बहुत ही सुन्दर एवं आकर्षक ढंग से नृत्य प्रस्तुत किया जिसमें अभ्युदय ने श्री हनुमान जी का अभिनय किया। 'श्री हनुमान जन्मोत्सव' के अवसर पर विद्यालय के प्रबन्ध निदेशक ने इस कार्यक्रम को देखकर समस्त छात्र-छात्राओं की सराहना किया एवं बताया कि हमें प्रतिदिन श्री हनुमान जी की पूजा आराधना करनी चाहिए, जिससे हम सभी लोगों को बुद्धि एवं बल की प्राप्ति हो। इस अवसर पर उप प्रधानाचार्या/प्रधानाचार्य शिखा पाण्डेय, राघवेन्द्र त्रिपाठी सहित अध्यापक/अध्यापिकाओं में ए0के0 तिवारी, किरन मिश्रा, उर्वशी शुक्ला तथा समस्त अध्यापक/अध्यापिकाएं एवं छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।

Shashi kant gautam

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