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Barabanki News: अफीम कार्यालय में तीसरे दिन भी जारी रहा फसल जमा करने का सिलसिला, छह जिलों से आए किसानों के लिए विशेष इंतजाम
Barabanki News: इन किसानों में से लगभग दो हजार किसान बाराबंकी जिले से हैं। मार्च में फसल तैयार हुई लेकिन मौसम खराब और ओलावृष्टि के कारण इस बार पैदावार प्रभावित हुई है।
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Barabanki News: जिले के राजकुमार रोड स्थित जिला अफीम कार्यालय में मंगलवार से शुरू हुई अफीम फसल जमा करने की प्रक्रिया बृहस्पतिवार को तीसरे दिन भी जारी रही। इस दौरान कार्यालय परिसर में छह जिलों बाराबंकी, मऊ, गाजीपुर, रायबरेली, लखनऊ और अयोध्या से आए किसानों के लिए टेंट, बैठने की व्यवस्था और अन्य मूलभूत सुविधाएं मुहैया कराई गई हैं। इस दौरान सुरक्षा के भी पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश में अफीम उत्पादन के मामले में बाराबंकी सबसे आगे है और यहां से ही इन छह जिलों में खेती के लाइसेंस जारी होते हैं। जानकारी के अनुसार इस वर्ष कुल 3083 किसानों को लाइसेंस जारी किए गए थे जिनमें से 629 किसानों को अफीम निकालने (चीरा लगाने) की अनुमति दी गई थी, जबकि बाकी को जीपीएस आधारित लाइसेंस मिले थे जिनमें केवल पौधे उगाने की इजाजत थी।
इन किसानों में से लगभग दो हजार किसान बाराबंकी जिले से हैं। मार्च में फसल तैयार हुई लेकिन मौसम खराब और ओलावृष्टि के कारण इस बार पैदावार प्रभावित हुई है। नतीजतन 802 किसानों ने विभाग को सूचना देकर अपनी फसल नष्ट करने का निर्णय लिया। अफीम कार्यालय के अनुसार मंगलवार से बृहस्पतिवार तक तीन दिनों में लगभग 20 क्विंटल अफीम जमा होने की संभावना है, जिनमें तीन सौ ऐसे किसान शामिल हैं जिन्होंने खुद चीरा लगाकर अफीम निकाली है।
इसके बाद 21 अप्रैल से शेष करीब 19 सौ किसानों से डोडा (पौधे का सूखा ऊपरी हिस्सा, जिस पर चीरा लगाकर अफीम निकाली जाती है) जमा किया जाएगा। विभाग ने स्पष्ट किया है कि प्रत्येक किसान के लिए कम से कम 6.5 किलो अफीम जमा कराना अनिवार्य है, जिसमें शुद्धता लगभग 4.5 किलो होनी चाहिए। बता दें कि जिला अफीम कार्यालय की व्यवस्था इस बार सुचारु रूप से संचालित हो रही है और किसानों को भी किसी प्रकार की असुविधा न हो इसका विशेष ख्याल रखा जा रहा है।