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यूपी में फैली दहशत: ब्लैक फंगस की हुई दस्तक, मिले इतने मरीज
उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस के बीच ब्लैक फंगस का कहर बढ़ने लगा है। बीते 24 घंटे में यहां ब्लैक फंगस के मामले बढ़े हैं।
ब्लैक फंगस (फोटो साभार- सोशल मीडिया)
लखनऊ: कोरोना वायरस (Corona Virus) की दूसरी लहर की दस्तक होने के बाद से संक्रमण तेजी से अपने पैर पसार रहा है। उत्तर प्रदेश में भी महामारी की दूसरी लहर का प्रकोप देखने को मिला। भले ही राज्य में कोविड-19 के मामलों (Covid-19 Cases) में कमी दर्ज की जा रही है, लेकिन कोरोना से निपटने के लिए सरकार अभी भी युद्धस्तर पर जुटी हुई है।
जहां एक ओर कोरोना वायरस महामारी से पूरी तरह प्रदेश को निजात नहीं मिला है तो इस बीच एक और बीमारी ने राज्य में दस्तक दे दी है। उत्तर प्रदेश में ब्लैक फंगस (Black fungus) की दस्तक ने स्वास्थ विभाग के सामने एक और चुनौती खड़ी कर दी है। ब्लैक फंगस ने राजधानी लखनऊ (Lucknow) समेत कई जिलों में अपने पैर भी पसारने शुरू कर दिए हैं।
इससे कानपुर में 50, लखनऊ में 8, मेरठ में 2, वाराणसी व गाजियाबाद में एक- एक मरीज संक्रमित मिले हैं। बता दें कि पिछले एक हफ्ते के अंदर देशभर में ब्लैक फंगस के मामलों में इजाफा देखा जा रहा है।
क्या है ब्लैक फंगस
ब्लैक फंगस (Black fungus) को म्यूकारमायकोसिस (Mucormycosis) भी कहा जाता है। इम्युनिटी कमजोर होने पर ब्लैक फंगस तेजी से शरीर को जकड़ता है। ये सबसे ज्यादा उन कोरोना मरीजों को अपनी चपेट में ले रहा है, जिनका शुगर लेवल काफी बढ़ गया है। ऐसे में लोगों को बचाव के लिए अपनी डायबिटीज कंट्रोल करने की जरूरत है। साथ ही कोविड पेशेंट लंबे समय तक एस्ट्रोराइड लेने से बचें।
बता दें कि ब्लैक फंगस का लक्षण मुख्यता फेफड़े में होता है। इससे ग्रस्त रोगियों में आंखों के आसपास सूजन आ जाती है। सांस लेने में तकलीफ होने की समस्या भी हो सकती है। इसके अलावा खांसी, बुखार, उल्टी होना और पेट में दर्द जैसी शिकायतें भी इसके लक्षण में आते हैं। स्किन में इंफेक्शन होने पर कालापन आ जाता है। यह फंगस रोगियों के दिमाग पर भी गहरा असर डालता है। ऐसे में अगर ये लक्षण दिखते हैं तो तुरंत इसका इलाज कराएं।
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