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योगी जी ! आगे से ट्रामा सेंटर जाइएगा तो खूंटा गाड़ दीजिएगा, यहां खेल हो जाता है
अमित यादव
लखनऊ : खबर की हेडलाईन देख आपको कुछ-कुछ मामला समझ में आ ही गया होगा। यूपी की सिर्फ नौकरशाही ही नहीं यहां के बड़े सरकारी अस्पतालों के बड़े बड़े डॉक्टर भी खेल कर देते हैं। ठीक उसी तरह जैसे ब्राइटलैंड स्कूल हादसे में घायल छात्र के साथ किया है।
छोटी सी उम्र में गहरे जख्म झेल रहा रितिक डॉक्टरों की संवेदनहीनता का भी शिकार हुआ है। घायल छात्र का इलाज इस समय ट्रामा सेंटर के सर्जीकल वार्ड में चल रहा है। यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी 18 जनवरी को ट्रामा जाकर पीड़ित का हाल जाना था। ये अच्छी बात है कि सीएम साहेब संवेदनाओं का समझते हैं। लेकिन सीएम के सामने बेहतर प्रदर्शन का दिखावा करने में ट्रामा के जिम्मेदारों ने कोई कसर नहीं छोड़ी। वीसी से लेकर ट्रामा के नए-नवेले प्रभारी संदीप तिवारी ने भी सीएम के सामने नेताओं जैसे वादे किए। लेकिन उनके वादे भी सिर्फ 24 घंटे में ही हवाई साबित हो चुके हैं। 19 तारीख की दोपहर जब न्यूजट्रैक के संवाददाता पीड़ित छात्र का हाल देखने पहुंचे तो उनकी आखें फटी की फटी रह गई।
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मौके पर दिखी सच्चाई
संवाददाता रितिक को देखने आईसीयू वार्ड में पहुंचा तो बच्चा वहां नजर नहीं आया। पता किया तो बच्चे के बारे में जानकारी मिली की उसे जनरल वार्ड में भर्ती कर दिया गया है। जबकि सीएम योगी जब छात्र को देखने पहुंचे थे तो ट्रामा के जिम्मेदारों ने छात्र को आईसीयू वार्ड में रख दिया था। मुख्यमंत्री आए और पीड़ित से मिले और फिर चल दिए। सीएम के जाने के कुछ घंटे बाद ही छात्र को जनरल वार्ड में शिफ्ट कर दिया। मौके पर पीड़ित छात्र के बगल में और भी 4 मरीज मिले। इस पर जब ट्रामा के जिम्मेदारों से पूछा गया तो सभी बगल झाकने लगे।
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इसके बाद हमारे संवाददाता ने रितिक के पिता राजेश से बात की तो उन्होंने बताया कि सीएम के आने से आधे घंटे पहले मेरे बच्चे को आईसीयू में भर्ती किया गया और उनके जाने के थोड़ी देर बाद ही उसे जनरल वार्ड में भर्ती कर दिया गया।
मंत्री ने जताई नाराजगी
जब मंत्री स्वाती सिंह अचानक 19 जनवरी को ट्रामा सेंटर आती हैं। तो घायल बच्चे का हाल देखकर उन्होंने नाराजगी जताई और छात्र को इंफेक्शन का खतरा बताया।
इस मामले पर हमारा सिर्फ यही कहना है कि सीएम साहेब पीड़ित को सिर्फ देखने मत जाइए। वापस आने के बाद भी उनकी सुध लेते रहिए। वर्ना जैसा रितिक के साथ हुआ है आगे भी ऐसा ही होता रहेगा। ये यूपी है यहां जबतक आप नजर रखते हैं तब तक सही काम होता है। उसके बाद सिर्फ उसे किसी तरह निपटाया जाता है।
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