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बुंदेलियों ने नारों के साथ काले झंडे दिखा जताया आक्रोश, मांगा बुंदेलखंड राज्य
उत्तर प्रदेश सरकार ने सात जनपदों क्रमशः झांसी, बाँदा, जालौन, हमीरपुर, ललितपुर, चित्रकूट एवं महोबा को मिलाकर बुन्देलखंड विकास बोर्ड का गठन किया है।
झाँसी: बुंदेलखंड निर्माण मोर्चा के अध्यक्ष भानू सहाय के नेतृत्व, पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ता भारी संख्या में कचहरी चौराहा स्थित गांधी उद्यान में इकट्ठा होकर हाथ काले झंडे लेकर गगन भेदी नारो में मुख्य रूप से "प्रधानमंत्री बाधा निभाओ ,बुंदेलखंड राज्य बनाओ" नारों लगाते हुए ज़िलाधिकारी कार्यालय प्रांगण में प्रदर्शन करते हुए, जिलाधिकारी को ज्ञापन भेट किया।
हर बुंदेली हृदय से अपना राज्य चाहता है...
ज्ञापन में कहा गया कि पृथक बुन्देलखंड राज्य निर्माण कराये जाने के लिए आंदोलन लम्बे समय से किया जा रहा है। हर बुंदेली हृदय से अपना राज्य चाहता है। गत लोकसभा (2014) चुनाव में झांसी-ललितपुर संसदीय क्षेत्र से सांसद एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री उमा भारती जी ने आप मान्यवर जी के समक्ष बुन्देलखंड राज्य 3 साल के भीतर बनवा देने का वादा बुन्देलखंड की जनता ने किया था।
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उत्तर प्रदेश सरकार ने सात जनपदों क्रमशः झांसी, बाँदा, जालौन, हमीरपुर, ललितपुर, चित्रकूट एवं महोबा को मिलाकर बुन्देलखंड विकास बोर्ड का गठन किया है। इसी प्रकार मध्य प्रदेश सरकार ने सागर, छतरपुर, टीकमगढ़, दमोह, पन्ना, दतिया एवं निवाड़ी को मिलाकर बुन्देलखंड विकास प्राधिकरण का गठन किया है।
सरकारी दस्तावेजो में अति पिछड़ा क्षेत्र
इन्ही समस्त जिलों को बुन्देलखंड मानकर केंद्र सरकार ने बुन्देलखंड पैकेज दिया था। इन क्षेत्रों के साथ लहार, पिछोर, करेरा, गोहांड, चंदेरी, गंजबासौदा, कटनी, सतना का चित्रकूट आदि क्षेत्रों को जोड़कर अखंड बुन्देलखंड राज्य का निर्माण किया जाना चाहिये। देश की आज़ादी के 73 वर्ष बाद भी देश के हृदय स्थल बुन्देलखंड को सरकारी दस्तावेजो में अति पिछड़ा क्षेत्र लिखा जाता है जो सरकारों के विकास के नज़रिए को दर्शाता है। बुन्देलखंड राज्य 3 साल के भीतर बनवा देने के वादे के 6 साल 4 माह पूरे हो गए है परंतु अभी तक केंद्र सरकार में राज्य निर्माण की कार्यवाही तक प्रारम्भ नही हुई है।
शीघ्र अखंड बुन्देलखंड राज्य का गठन कर अपना वादा पूरा किया जाए। ज्ञापन भेंट करने वालो में मोर्चा के पदाधिकारियों में अशोक सक्सेना एडवोकेट महामंत्री, वरुण अग्रवाल कोषाध्यक्ष, हमीदा अंजुम, रघुराज शर्मा प्रवक्ता, देवीसिंह कुशवाहा,ललित पाराशर उत्कर्ष साहू ,गिरजाशंकर राय, गोलू ठाकुर, नरेश वर्मा, मुकेश वर्मा,सतेंद्र श्रीवास्तव,ब्रजेश राय, कुंवर बहादुर आदिम,जयकरण निर्मोही, मंगल श्रीवास्तव, ज्वाला श्रीवास्तव,अनिल कश्यप,शंकर रैकवार, अरुण रायकवार, विजय रायकवार,रशीद कुरैशी,मुकुट बिहारी मिश्रा, प्रभुदयाल कुशवाहा,सुनील अहिरवार, मनीष आर्मी आदि रहे।
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बीके कुशवाहा
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