Jalaun Crime News: लोगों से ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश, 5 सदस्य गिरफ्तार

पुलिस ने लोगों से ठगी करने वाले गिरोह के 5 सदस्यों को गिरफ्तार किया है।

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Report UzmaPublished By Raghvendra Prasad Mishra
Published on: 9 July 2021 10:59 PM IST
fraud gang arrested
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पुलिस की गिरफ्त में ठगी करने वाले गिरोह के सदस्य (फोटो साभार-सोशल मीडिया)

Jalaun Crime News: जालौन पुलिस को बड़ी कामयाबी हाथ लगी हैं। पुलिस ने लोगों से ठगी करने वाले गिरोह के 5 सदस्यों को गिरफ्तार किया है। साथ ही अन्य अपराधियों की तलाश जारी है। मौके से पुलिस ने अपराधियों के पास से एटीएम कार्ड, रुपये व एक कार भी बरामद किया है।

बता दें कि यूपी के अलग-अलग जिलों में ऑनलाइन व एटीएम ठगी के कई मामले सामने आ रहे हैं। जालौन पुलिस अधीक्षक डॉ. यशवीर सिंह के नेतृत्व में चलाए जा रहे अभियान के तहत लोगों के साथ ठगी करने वाले ऐसे ही गिरोह के 5 सदस्यों को जालौन पुलिस ने कालपी कोतवाली क्षेत्र से गिरफ्तार किया है। ये शातिर बदमाश बैंकों के एटीएम के साथ छेड़छाड़ कर उससे अवैध तरीके से रुपए की निकासी किया करते थे।

शातिर अपराधी एटीएम मशीन के सेंसर के साथ छेड़छाड़ करके कई बैंकों के साथ धोखाधड़ी की घटना को अंजाम दे चुके थे। इसके साथ ही सरकारी योजनाओं का झांसा देकर ये लोगों को अपना निशाना बनाया करते थे। गिरोह के सदस्य अपने पहचान के लोगों से एटीएम लेकर सरकारी योजनाओं के नाम पर उनके खातों में पैसा डलवाकर उनसे ठगी करने का काम भी किया करते थे।

पुलिस अधीक्षक डॉ. यशवीर सिंह ने बताया कि कालपी कोतवाली पुलिस ने साइबर सेल जालौन की सहायता से एक गैंग का पर्दाफाश किया है, जिसमें गिरोह के सरगना जितेंद्र के साथ 4 अन्य साथियों को गिरफ्तार किया है। जो इटावा व जालौन के रहने वाले हैं। ये लोग वेबसाइट पर अपने नंबर अपलोड करते थे और सॉफ्टवेयर के द्वारा लोगों के खाते से रुपए निकाल लेते थे।

इसके साथ ही गांव के लोगों से सरकारी योजनाओं के नाम पर उनसे एटीएम कार्ड लेकर बैकों के एटीएम मशीन के सेंसर से छेड़छाड़ कर रुपए निकाल लेते थे। इसके बाद वह बैंक में रुपये न निकलने की शिकायत दर्ज कराते थे इस तरीके से इन्हें दोबारा पैसा मिल जाता था। पिछले चार सालों से ये गैंग एक्टिव हैं और लगभग 400 सदस्य इस गिरोह में काम कर रहे हैं। गिरोह का सरगना पहले भी ग्वालियर जेल जा चुका है। आरोपियों के पास से 52 एटीएम कार्ड, 6 मोबाइल फोन व 71340 रुपये बरामद किये हैं।

Raghvendra Prasad Mishra

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