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ताजमहल से बच्चों में कैंसर के प्रति जागरूकता अभियान की शुरुआत, मिला CM का समर्थन
कैन किड्स...किड्सकैन ने भारत में पहली बार ताजमहल में किसी खास मकसद से चाइल्डहुड कैंसर पर ताज गोज गोल्ड महोत्सव प्रदर्शनी का आयोजन किया है। यह प्रदर्शनी गो गोल्ड इंडिया-ताज गोज गोल्ड और यूपी गोज गोल्ड कैंपेन का भाग है, जो कैंसर सर्वाइवर्स (अब स्वस्थ हो चुके, पहले कैंसर से पीड़ित) बच्चों के नेतृत्व में चलाया जाने वाला जन जागरूकता अभियान है। सीएम अखिलेश ने भी इस अभियान को अपना समर्थन दिया है।
आगरा: कैन किड्स...किड्सकैन ने भारत में पहली बार ताजमहल में किसी खास मकसद से चाइल्डहुड कैंसर पर ताज गोज गोल्ड महोत्सव प्रदर्शनी का आयोजन किया है। यह प्रदर्शनी गो गोल्ड इंडिया-ताज गोज गोल्ड और यूपी गोज गोल्ड कैंपेन का भाग है, जो कैंसर सर्वाइवर्स (अब स्वस्थ हो चुके, पहले कैंसर से पीड़ित) बच्चों के नेतृत्व में चलाया जाने वाला जन जागरूकता अभियान है। सीएम अखिलेश ने भी इस अभियान को अपना समर्थन दिया है।
सितंबर है बच्चों को होने वाले कैंसर से जागरुक करने का महीना
-सितंबर बच्चों को होने वाले कैंसर को जड़ से खत्म करने के लिए जागरूक करने का महीना है।
-गोल्ड रिबन और गोल्ड लाइट विश्व में सबसे छोटे (बच्चों) कैंसर के मरीजों का प्रतिनिधित्व करते हैं।
-इस महीने में विश्व के अलग-अलग भागों में कैंसर से जूझ रहे बच्चों और उनके परिवारों की बहादुरी और साहस का सम्मान किया जाता है।
-पिछले साल विश्व के कई भागों में कई ऐतिहासिक इमारतों और भवनों को गोल्डन लाइटों से सजाया गया था।
-यह इसलिए क्योंकि बच्चों में होने वाले कैंसर का प्रतीक गोल्ड कलर है।
1500 कैंसर पीड़ित आए ताजमहल देखने
-इस प्रदर्शनी का सबसे महत्वपूर्ण भाग “चलो चलें ताज” कार्यक्रम है।
-जिसके तहत 1500 कैंसर पीड़ित बच्चे, चाइल्डहुड कैंसर सर्वाइवर्स और उनके परिवार प्रदर्शनी देखने ताजमहल आए।
-कैनकिड्स की ओर से इन कैंसर पीड़ित बच्चों और उनके परिवारों को आपस में घुलने-मिलने और सामाजिक एकीकरण कार्यक्रम के तहत 25 से 27 सितंबर 2016 तक “चलो चलें ताज” कार्यक्रम के तहत आगरा लाया गया।
-जहां इन बच्चों और उनके परिवार ने ताज गोज गोल्ड महोत्सव के तहत बचपन में होने वाले कैंसर विषय पर एक प्रदर्शनी देखी।
सबसे ज्यादा उत्तर प्रदेश में होता है बच्चों को कैंसर
कैन किड्स की फाउंडर पूनम बगाई ने बताया कि कैनकिड्स और कैंसर सर्वाइवर्स अपने प्रयासों से भारत में बच्चों को होने वाले कैंसर को जड़ से खत्म कर बाल स्वास्थ्य के क्षेत्र में बदलाव लाने की कोशिश कर रहे हैं। पूनम बगाई ने बताया है कि पूरे देश में लगभग 50 हजार बच्चे हर साल कैंसर से पीड़ित हो रहे है और इसमें सबसे ज्यादा उत्तर प्रदेश में हैं। अकेले 12 से 15 हजार बच्चे प्रति वर्ष कैंसर से पीड़ित हो रहे है। इसी कारण इस अभियान को उत्तर प्रदेश से शुरू किया गया है।
सीएम अखिलेश ने दिया समर्थन
-सीएम अखिलेश यादव ने इस अभियान को अपना समर्थन दिया है।
-उन्होंने कहा कि यूपी कैनकिड्स के साथ गो गोल्ड कैंपेन में शामिल होगा।
प्रदेश सरकार ने गठित की टास्क फोर्स
पूनम बगाई ने बताया कि सीएम अखिलेश यादव के निर्देश पर चिकित्सा शिक्षा विभाग में प्रधान सचिव अनूप चंद्र पाण्डेय ने यूपी में एक टास्क फोर्स का गठन किया है। जो उत्तर प्रदेश में बच्चों को होने वाले कैंसर को नियंत्रित करने और कार्यक्रम बनाने में सहायक होंगे। उन्होने बताया की इसी तर्ज पर एक टास्क फोर्स केंद्रीय स्तर पर नवंबर में बनाई जाएगी। जो भारत में बच्चों को होने वाले कैंसर को जड़ से मिटाने की दिशा में सभी वर्गों, अस्पताल, एनजीओ और अन्य साझीदारों के साथ मिलकर काम करेगी।
इकठ्ठा कर रहे ढाई लाख हस्ताक्षर
गो गोल्ड इंडिया के भाग के रूप में ताज गोज गोल्ड और यूपी गोज गोल्ड कैंपेन अभियान के तहत कैंसर सर्वाइवर्स (पहले कैंसर से पीड़ित, अब स्वस्थ हो चुके बच्चे) 2 लाख 50 हजार व्यक्तियों के हस्ताक्षर एकत्र कर रहे हैं। इसमें विश्व में कैंसर से पीड़ित हरेक बच्चे के लिए एक हस्ताक्षर है।
क्या कहना है स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय में अतिरिक्त सचिव का
स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय में अतिरिक्त सचिव श्री अरुण कुमार पांडा ने कहा कि मुझे एक लंबी दूरी तय करके यह जंग जीतनी है।
बच्चों को होने वाले कैंसर को जड़ से मिटाना भारत में स्वास्थ्य क्षेत्र में प्राथमिकता बनेगी।
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