चक्रपाणि महाराज बाेले- राम के नाम पर राज चाहती है BJP, मंदिर नहीं

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Published on: 28 May 2016 9:00 PM IST
चक्रपाणि महाराज बाेले- राम के नाम पर राज चाहती है BJP, मंदिर नहीं
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लखनऊ: यूपी चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आ रहे हैं वैसे-वैसे राम मंदिर का मुद्दा फिर सिर उठाता नजर आ रहा है। लेकिन राम के नाम पर यूपी में अपना सियासी वनवास खत्म कर सत्ता की लालसा लिए बीजेपी राम के 'आवासीय वनवास' को खत्म करने को तैयार नहीं दिख रही। ये बातें यह बातें हिन्दू महासभा के अध्यक्ष स्वामी चक्रपाणि महाराज ने कही।

बीजेपी मंदिर मुद्दे को दरकिनार कर रही

एक तरफ भाजपा की 'बैक बॉन' कहा जाने वाला संत समाज है। जहां से राम मंदिर के स्वर जब-तब उठते रहते हैं, लेकिन बीजेपी उस आवाज को दरकिनार कर देती है। राम मंदिर को चुनावी एजेंडे से बाहर की बात बताती है। यह बातें हिन्दू महासभा के अध्यक्ष स्वामी चक्रपाणि महाराज ने कही।

राजनाथ ने की सियासी वनवास खत्म करने की अपील

चक्रपाणि महाराज ने कहा कि सहरानपुर रैली में राजनाथ ने भी राम के वनवास की तरह बीजेपी के सियासी वनवास को ख़त्म करने की अपील की। लेकिन राम मंदिर के मुद्दे पर पार्टी के सारे नेता एक सुर में बोल पड़े कि राम मंदिर या तो कोर्ट में या आपसी सहमति से हल होगा।

मौर्य ने भी कहा-चुनाव में विकास होगा एजेंडा

चक्रपाणि ने कहा, भाजपा के नए प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य भी बोले, कि यूपी विधानसभा चुनाव के एजेंडे में राम-मंदिर कहीं भी नहीं है। बीजेपी सिर्फ विकास के मुद्दे पर चुनाव लड़ेगी। केशव मौर्य इतने पर ही नहीं रुके। उन्होंने यहां तक कहा कि अगर राम मंदिर मुद्दे को विपक्षी पार्टी चाहे तो अपना एजेंडा बना सकती है।

चंदे के हिसाब पर दे चुकी हैंं अल्टीमेटम

हिन्दू महासभा के अध्यक्ष चक्रपाणि ने कुछ दिन पहले लखनऊ में एक प्रेस कांफ्रेंस कर कहा था कि अगर मई के अंत तक बीजेपी राम मंदिर चंदे का हिसाब नहीं देती है तो उसके खिलाफ केस दर्ज करवाया जाएगा।

'मंदिर नहीं तो वोट नहीं' के लग चुके हैं पोस्टर,

राम मंदिर पर केशव मौर्य के बयान से नाराज होकर हिन्दू महासभा ने लखनऊ में पोस्टर लगवाकर कहा था कि अगर इस साल के अंत तक मंदिर नहीं बना तो विधानसभा चुनाव में संत समाज भाजपा का बहिष्कार करेगी।

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