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Lucknow News: लखनऊ विश्वविद्यालय में दुर्लभ औषधीय पौधों का हुआ संकलन: रूद्राक्ष के पौधरोपण के साथ कुलपति ने किया शुभारंभ
लखनऊ विश्वविद्यालय के वनस्पति विज्ञान विभाग ने बुधवार को एक सराहनीय पहल के अंतर्गत संजीवनी–हर्बल गार्डन का उद्घाटन किया गया।
Lucknow News: Photo-Social Media
Lucknow News: लखनऊ विश्वविद्यालय के वनस्पति विज्ञान विभाग ने बुधवार को एक सराहनीय पहल के अंतर्गत संजीवनी–हर्बल गार्डन का उद्घाटन किया गया। इस विशेष अवसर पर लखनऊ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. आलोक कुमार राय मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। उन्होंने औपचारिक रूप से इस उद्यान को शैक्षणिक गतिविधियों के लिए समर्पित किया और रूद्राक्ष का पौधा रोपित कर समारोह का शुभारंभ किया।
बता दें कि यह हर्बल गार्डन, कुलपति के संरक्षण में और विभागाध्यक्ष प्रो. गौरी सक्सेना के कुशल मार्गदर्शन में विकसित किया गया है। इसका मूल उद्देश्य औषधीय एवं सुगंधित पौधों के प्रति विद्यार्थियों और शोधकर्ताओं में जागरूकता, शिक्षा और अनुसंधान को प्रोत्साहित करना है। इस पहल से न केवल सतत विकास को बल मिलेगा, बल्कि भारतीय पारंपरिक ज्ञान प्रणाली का भी संरक्षण और संवर्धन संभव होगा।
इन औषधीय पौधों को किया गया संग्रहित
सीएसआईआर-सिमैप (CSIR-CIMAP), लखनऊ के सहयोग से विकसित इस गार्डन में कालमेघ, नागदौन, हड़जोड़, विधारा, स्टीविया, शादाब, सर्पगंधा, मुलेठी, शालपर्णी जैसे कई महत्वपूर्ण एवं दुर्लभ औषधीय पौधों को संग्रहित किया गया है। इसके अतिरिक्त, तुलसी की सात प्रजातियाँ–जैसे कपूर तुलसी, पान तुलसी, वन तुलसी और शिशिर तुलसी भी विशेष आकर्षण का केंद्र हैं।
वैज्ञानिक शोध से जोड़ने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम
इस विशेष मौके पर लखनऊ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. आलोक कुमार राय ने कहा कि ऐसे प्रयास न केवल पारंपरिक ज्ञान के संरक्षण में सहायक होते हैं, बल्कि इन्हें आधुनिक वैज्ञानिक शोध से जोड़ने की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण कदम हैं। वहीं विभागाध्यक्ष प्रो. गौरी सक्सेना ने इस परियोजना में योगदान देने वाले सभी सहयोगियों—कुलपति, सीएसआईआर-सिमैप के निदेशक डॉ. प्रभोध कुमार त्रिवेदी और उनकी टीम, विज्ञान संकाय की अधिष्ठाता प्रो. शीला मिश्रा, ग्राउंड एंड गार्डन अधीक्षक प्रो. एसएन पांडे, विश्वविद्यालय के शिक्षक, उद्यान एवं कार्यालय स्टाफ का आभार व्यक्त किया।
बड़ी संख्या में लोग रहे मौजूद
प्रो. गौरी सक्सेना ने बताया कि विभाग का दीर्घकालिक लक्ष्य इस हर्बल गार्डन को शिक्षण, अनुसंधान और नवाचार का एक प्रेरणादायक केंद्र बनाना है, जहां से विद्यार्थियों को व्यावहारिक ज्ञान के साथ-साथ पारंपरिक चिकित्सा प्रणाली की वैज्ञानिक समझ भी प्राप्त हो सके। तो वहीं इस अवसर पर विभिन्न संकायों से जुड़े कई शिक्षक और विश्वविद्यालय परिवार के सदस्य बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।