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Etah News: पहलगाम में चल रहा था मौत का मंज़र, दूसरी तरफ एटा के इस परिवार को 30 मिनट की देरी दे गयी जीवनदान!
Etah News: सीए अरविंद अग्रवाल परिवार संग कश्मीर यात्रा पर गए थे लेकिन उस दिन उन्हें पहलगाम (जहाँ ये हमला हुआ) पहुंचने में 30 मिनट की देरी हो गयी। जिससे उनके परिवार की जान बच गयी।
Etah News (Image Credit-Social Media)
Etah News: उत्तर प्रदेश के एटा जनपद का एक परिवार जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले से बाल-बाल बच गया। जहां एक तरफ 27 निर्दोष तीर्थयात्रियों की इस आतंकवादी हमले में जान चली गई, वहीं एटा का एक परिवार महज आधे घंटे की देरी के कारण इस भयानक त्रासदी से बच गया।
एटा परिवार की 'जीवन वापसी 'की दास्तान
एटा निवासी चार्टर्ड अकाउंटेंट अरविंद अग्रवाल अपनी पत्नी दीपिका, पुत्र अनंत और पुत्री अर्पिता के साथ 17 अप्रैल को कश्मीर यात्रा पर गए थे। उन्होंने बताया कि वह गुलमर्ग में रुके हुए थे और 22 अप्रैल को पहलगाम जाने की योजना थी। लेकिन चाय नाश्ता करने में थोड़ी देरी हो गई और वे तय समय से आधा घंटा लेट हो गये।
जब उनका परिवार पहलगाम के पास पहुंचाने वाला था तभी टैक्सी चालक ने अचानक गाड़ी रोक दी। उसने कुछ देर फोन पर बातचीत करने के बाद बताया कि “साहब, पहलगाम में गोली चल गई है। कोई बड़ा विवाद हुआ है।” यह सुनकर सभी स्तब्ध रह गए। कुछ ही मिनटों बाद दर्जनों एंबुलेंस, सेना और पुलिस की गाड़ियां घटनास्थल की ओर तेजी से जाती दिखाई दीं। घटना के बाद प्रशासन ने तत्काल पर्यटकों के प्रवेश पर रोक लगा दी। इसके बाद परिवार वापस होटल लौट आया और टीवी पर खबर देखकर उन्हें पूरी घटना की जानकारी मिली।
सीए अरविंद ने बताया कि “अगर हम समय से निकलते, तो घटना स्थल पर ही मौजूद होते। यह भगवान की कृपा है कि हम सुरक्षित हैं।” उन्होंने बताया कि घटना के बाद श्रीनगर सहित अन्य क्षेत्रों में भय का माहौल है। बाजार बंद हैं और सड़कों पर सन्नाटा पसरा हुआ है। खाने-पीने की वस्तुएं केवल होटल में ही मिल पा रही हैं। इस परिवार का एक सप्ताह का टूर श्रीनगर, दूधपथरी, सोनमर्ग, गुलमर्ग और पहलगाम तक निर्धारित था। वे 24 अप्रैल को वापस लौटने वाले थे।
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